जशपुर ग्रंथालय में कवि मुंशी प्रेमचंद्र की मनाई गई जयंती, प्रगतिशील लेखक संघ छ्ग इकाई के सदस्य रहे मौजूद,जिला ग्रन्थालय जशपुर में हुई आयोजित

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जशपुर ग्रंथालय में कवि मुंशी प्रेमचंद्र की मनाई गई जयंती, प्रगतिशील लेखक संघ छ्ग इकाई के सदस्य रहे मौजूद,जिला ग्रन्थालय जशपुर में हुई आयोजित

 जशपुर ग्रंथालय में कवि मुंशी प्रेमचंद्र की मनाई गई जयंती, प्रगतिशील लेखक संघ छ्ग इकाई  के सदस्य रहे मौजूद,जिला ग्रन्थालय जशपुर में हुई आयोजित 




जशपुर/ जशपुर प्रगतिशील लेखक संघ छत्तीसगढ़ इकाई कुनकुरी जशपुर द्वारा  उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचन्द  का जयंती मनाया गया। यह कार्यक्रम जिला ग्रन्थालय जशपुर में आयोजित हुआ। कार्यक्रम में जशपुर में  जशपुर नगर के स्कूल एवम महाविद्यालय के शिक्षक,प्रोफेसर एवं छात्र छात्रा सम्मिलित हुए । कार्यक्रम की शुरुवात  उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचन्द जी को  माल्यार्पण कर शुरुवात हुआ, इस कार्यक्रम का संचालन करते हुए सभी आगंतुकों का हार्दिक अभिनंदन किए। प्रगतिशील लेखक संघ छत्तीसगढ़ इकाई कुनकुरी जशपुर के अध्यक्ष ने डॉक्टर कुसुम माधुरी टोप्पो (सहायक प्राध्यापक, शासकीय नवीन महाविद्यालय कांसाबेल)ने मुंशी प्रेमचंद जी साहित्य लेखन की अद्भुत प्रतिभा एवम उनका कहानी एवम साहित्य के प्रति दृष्टिकोण पर प्रकाश डालते हुए सृजन क्षमता का विकास छात्र छात्राओं में होना जरूरी है डॉक्टर टोप्पो ने बताया कि किस प्रकार वे लिखने की क्षमता विकसित की ,बचपन में कैसे लिखने की क्षमता आई इस पूरी विस्तार से बात बताई। इनके उद्बोधन के पश्चात सरस्वती शिशु मंदिर से आई छात्रा लक्ष्मी बाई ने प्रेमचंद जयंती के अवसर पर उनके द्वारा लिखे गए कहानी पूस की रात कहानी का वाचन की, जिससे पूस की रात कहानी को  उपस्थित सभी ने भावविभोर होकर कहानी को सुने की कहानी किस  पृष्ट भूमि की है। कहानी वाचन के पश्चात इस कहानी की समीक्षा  श्रीमती मगदली कुजूर ( सहायक प्राध्यापक, शासकीय विजय भूषण सिंह देव कन्या महाविद्यालय जशपुर) ने किया और बताया कि बचपन में जाड़े के दिन में धान का पुआल को बिछाकर सोते थे और पटिया को ओड लेते थे,ऐसा गांव का जीवन होता है,हम सभी ग्रामीण परिवेश से हैं खेती किसानी करने वाले हैं  ग्रामीण जीवन से अच्छे अच्छे कहानी देखने को मिलते हैं अतः आप सभी अपनी परिस्थिति को महसूस करते हैं उनको लिखिए। श्रीमती कुजूर ने छात्र छात्राओं से हिंदी में महीनो के नाम पुछे कुछ छात्र छात्रा बता पाए और कुछ छात्र छात्रा को संशय था। इसके पश्चात प्रेमचंद जी से जुड़े हुए वस्तुनिष्ट प्रश्न वहां उपस्थित छात्र छात्रा से लिखित में आयोजन किया गया जिसमें  10 प्रश्न दिए गए थे और उनमें से प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले  विजेता एवं सभी सहभागी विद्वार्थियों को प्रमाण पत्र एवं किताबें ,पेन पुरस्कार में दिया गया। जिसमें प्रथम स्थान पर पांच छात्र आए  कुमारी नेमहंती केरकेट्टा, कुमारी प्रियंका भगत, कुमारी प्रियंका पैंकरा, कुमारी वंदना भगत,कुमारी नीता पैंकरा ने 100% मार्क्स अर्जित कर पुरुस्कृत हुए। मौलिक कहानी वाचन में प्रथम स्थान वंदना भगत, द्वितीय स्थान रविशंकर राम, तृतीय स्थान  दुर्गेश कुमार यादव ने प्राप्त किया।बांकी नदी से संबंधित जनश्रुति कहानी SAGES हिंदी माध्यम के छात्र ने कहानी  बताई और प्रथम स्थान प्राप्त किया। पहली बार प्रगतिशील लेखक संघ का कार्यक्रम में  सभी स्कूल ,महाविद्यालय के बच्चे  124 की संख्या में  सहभागी हुए और अत्यंत खुश थे ।छात्र छात्राओं द्वारा  सुझाव आया कि समय समय साहित्यिक गतिविधियों पर  उन्हें अवश्य शामिल करने को कहा। इस अवसर पर प्रगतिशील लेखक संघ हेतु सचिव के रूप में श्री मुकेश कुमार को चयनित किया गया जो वर्तमान में छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग रायपुर के जिला समन्वयक जशपुर हैं। इस कार्यक्रम में  प्रगतिशील लेखक संघ के प्रमुख पदाधिकारी अध्यक्ष डॉक्टर माधुरी कुसुम टोप्पो ,प्रो.जोन हेमिल्टन टोप्पो(कोषाध्यक्ष ) नवचयनित सचिव मुकेश कुमार सचिव ( कार्यक्रम संयोजक) संरक्षक :प्रो. कीर्ति किरण केरकेट्टा, प्रो. मगदली कुजूर, प्रो.शांतिप्रकाश भगत, कार्यकारिणी सदस्य श्री सुमित कुजूर, एवम अन्य विद्यालय से आए शिक्षक शिक्षिका वरूण कुमार श्रीवास, श्रीमती सावित्री भगत,श्रीमती एफ कुजूर, श्रीमती सुधा पाठक उपस्थित होकर सहभागी हुए। इस कार्यक्रम में प्रलेस की सदस्यता इस कार्यक्रम में सभी के लिए जलपान की व्यवस्था प्रलेस द्वारा किया गया थाइस  कार्यक्रम को सफल बनाने में जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से ग्रन्थालय प्रमुख श्री जे पी यादव जी का एवम ग्रन्थालय के सभी स्टाप का महत्वपूर्ण सहयोग रहा।

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