चुनावी प्रदेशों में चुनाव का समय नजदीक आते ही आदर्श आचार संहिता एवम चुनाव की तारीखों को लेकर लोग लगा रहे कयास
छत्तीसगढ़ राज्य में कुल दो करोड़ तीन लाख 60 हजार 240 मतदाता करेंगे अपने अपने क्षेत्रों में उम्मीदवार का चयन
चुनाव आयोग छत्तीसगढ़ समेत अन्य चुनावी राज्यों में जल्द ही तारीखों का ऐलान कर सकता है। चुनावी राज्य छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम विधानसभा चुनाव की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। इस क्रम में देश की तमाम पार्टियां पूरे जोश के साथ चुनावी अभियान फूंक दिया है। लगातार पार्टियों के नेताओ दौरा कार्यक्रम एवम लोकार्पण और शिलान्यास का कार्यक्रम जारी है। वहीं कई पार्टियों ने अपने उम्मीदवारों की कुछ सीटों पर घोषणा भी कर चुकी हैं। कुछ सीटों पर अभी पार्टियों द्वारा उम्मीदवार के नामो पर मुहर लगना अभी बाकी है।
जैसे-जैसे चुनाव का समय नजदीक आ रहा है। अब लोग आचार संहिता और चुनाव की तारिखों की घोषणा को लेकर कयास लगाने लगे हैं। ऐसे में पिछले चार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान देखें तो हर बार अक्टूबर माह में आचार संहिता लगी है। बता दें छत्तीसगढ़ राज्य गठन के बाद अब तक 4 बार विधानसभा के चुनाव हो चुके है। संयोग से हर बार छत्तीसगढ़ में अक्टूर माह में ही आदर्श आचार संहिता लगी है। कयास लगाए जा रहे है कि अक्टूबर माह के दूसरे सप्ताह सम्भवतः 7 से 12 अक्टूबर तक छत्तीसगढ़ समेत अन्य चारों राज्यों में चुनाव की तिथियों की घोषणा हो सकती है। इसके साथ ही आचार संहिता भी लागू हो सकती है।
आचार संहिता के लागू होते ही प्रदेश में सरकारी योजनाओं का कार्यक्रमों में रोक लग जाएगी। साथ ही राजनीतिक पार्टियों के लिए सरकारी सुविधाओं और खर्चें का फंड भी रोक दिया जाएगा। निर्वाचन कार्यालय ने मैदानी और पहाड़ी क्षेत्रों में चुनाव की तैयारियां तेज कर दी है। इस वर्ष प्रदेश में 24000 से अधिक बूथ है। प्रदेश में पारदर्शी चुनाव के लिए नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के लिए विशेष तैयारियां की जा रही है। पारदर्शी चुनाव के लिए केंद्रीय चुनाव आयोग ने केंद्र और राज्य सरकार के विभागों को सामूहिक जिम्मेदारी सौंपी है।
वहीं छत्तीसगढ़ में प्रकाशित सूची के अनुसार राज्य में कुल दो करोड़ तीन लाख 60 हजार 240 मतदाता हैं। इनमें एक करोड़ एक लाख 20 हजार 830 पुरूष मतदाता, एक करोड़ दो लाख 39 हजार 410 महिला मतदाता और 790 तृतीय लिंग मतदाता शामिल हैं। निर्वाचक नामावली के द्वितीय विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण के बाद राज्य में सात लाख 19 हजार 825 मतदाता बढ़े हैं। जो अपने अपने क्षेत्रों में विधायकों का का चयन करेंगे।