दुर्गा विसर्जन के दौरान बच्चे पकड़कर चैन स्नेचिंग करने वाली अत्यंत शातिर "कुसमी गिरोह" की 10 महिलाओं को पत्थलगांव पुलिस ने तत्काल किया गिरफ्तार

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दुर्गा विसर्जन के दौरान बच्चे पकड़कर चैन स्नेचिंग करने वाली अत्यंत शातिर "कुसमी गिरोह" की 10 महिलाओं को पत्थलगांव पुलिस ने तत्काल किया गिरफ्तार

दुर्गा विसर्जन के दौरान बच्चे पकड़कर चैन स्नेचिंग करने वाली अत्यंत शातिर "कुसमी गिरोह" की 10 महिलाओं को पत्थलगांव पुलिस ने तत्काल किया गिरफ्तार

बस के माध्यम से भाग रही गिरोह की 02 महिलायें बतौली से हुई गिरफ्तार

पत्थलगांव के दुर्गा विसर्जन में गई कुल 07 महिलाओं के गले से मंगलसूत्र की चोरी हुई थी, पुलिस की मुस्तैदी से 08 मंगलसूत्र भी बरामद





जशपुर जिले के पत्थलगांव नगर में दुर्गा विसर्जन के दौरान उमड़ी भीड़ के बीच महिलाओं के गले से सोने के मंगलसूत्र छिनने के मामले में पत्थलगांव पुलिस ने 1 नाबालिग युवती समेत 10 महिलाओं को हिरासत में लिया है, इसमें कई महिलाओं के गोद मे दुधमुहे बच्चे भी हूं। ऐसा लगता है मानो ये महिलाएं इन मासूमों का उपयोग आभूषण छीनने के बाद अपने मासूमियत या काम को छिपाने के लिये करते हों। हिरासत में लिये गये सभी आरोपीत महिलाये बलरामपुर  जिले के कुसमी क्षेत्र के निवासी है।

पत्थलगांव के दुर्गा विसर्जन रैली में उमड़े भारी भीड़ में शामिल महिलाये हाईस्कूल कालोनी पत्थलगांव निवासी श्रीमती तोष कुंवर, सारसमार बांदीपारा निवासी, श्रीमती सत्यवती निषाद ,पुरानी बस्ती पत्थलगांव निवासी श्रीमती पूजा गुप्ता, सारसमार  निवासी श्रीमती तुलसी देवी यादव,  भाथूडांड़ पत्थलगांव निवासी श्रीमती रामप्यारी नारंगे, बगईझरिया थाना बागबहार  निवासी श्रीमती सावित्री यादव समेत अन्य महिलाए थाने में शिकायत की है। फूलों चौहान निवासी ससकोबा ने बताया कि विसर्जन के दौरान लॉकेट पार हुवा भीड़ के कारण उसे कुछ पता नही चला। बेलमती निवासी मदनपुर इजको का  2 बजे लगभग भीड़ में सोने का लाकेट दाना चोरी हो गया, इन्हें भी कुछ पता नही चला। इससे पता चलता है कि ये महिलाएं किस कदर अपना हाथ साफ करती थी।

दिनांक 12.10.2024 को एसडीओपी पत्थलगांव ध्रुवेश कुमार जायसवाल को सूचना मिला कि पत्थलगांव दुर्गा पूजा विसर्जन के दौरान महिलाओं के गले में पहने हुये चैन को कोई अज्ञात व्यक्ति द्वारा चोरी कर लिया गया है, इस सूचना पर तत्काल मौके पर जाकर लोगों से पूछताछ करने पर वहां के कुल 07 महिलाओं से चैन स्नेचिंग की घटना सामने आई। 

एसडीओपी पत्थलगांव एवं थाना प्रभारी पत्थलगांव द्वारा तत्काल टीम बनाकर आसपास के सी.सी.टी.व्ही. फूटेज को खंगाला गया जिसमें बच्चे पकड़े हुये कुछ महिलाओं द्वारा बड़े ही शातिराना तरीके से दुर्गा विसर्जन में उपस्थित महिलाओं का गले से चैन स्नेचिंग करती दिखी, पुलिस द्वारा सायबर सेल की मदद से तत्काल कार्यवाही करते हुये वहां से कुल 08 महिलाओं को गिरफ्तार किया गया एवं बस के माध्यम से भाग रही अन्य 02 महिलाओं का बतौली तक पीछा कर उन्हें अभिरक्षा में लेकर उनसे चोरी किया हुआ कुल 08 नग मंगलसूत्र जप्त किया गया है।    

दुर्गा विसर्जन के दौरान चैन स्नेचिंग करने वाले गिरोह के 10 महिला सदस्यों (1) श्रीमती बसंती उम्र 42 साल (2) श्रीमती ललिता उम्र 23 साल (3) श्रीमती बसंती उम्र 29 साल (4) श्रीमती फूलसुंदरी उम्र 20 साल (5) श्रीमती कबूतरी उम्र 40 साल (6) श्रीमती राजमुनी उम्र 50 साल (7) श्रीमती मति बाई उम्र 40 साल (8) श्रीमती मिनी बाई उम्र 50 साल (9) श्रीमती सुहाना बाई उम्र 25 साल, (10) श्रीमती भारती गिरी उम्र 20 साल सभी निवासी ग्राम रामनगर थाना कुसमी जिला बलरामपुर (छ.ग.) को पत्थलगांव पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है।

उपरोक्त महिलाएं एक गिरोह के रूप में कार्य करती है, इनका प्रमुख कार्य त्यौहारिक सीजन में भीड़भाड़ वाले इलाकों में महिलाओं का चैन स्नैचिंग करना एवं पैसा चोरी करने की बात बताया गया।

उक्त आरोपियों की गिरफ्तारी में एसडीओपी पत्थलगांव श्री ध्रुवेश कुमार जायसवाल, निरीक्षक विनित पाण्डेय, स.उ.नि. खिरोवती बेहरा, प्र.आर. 49 मिथलेष यादव, म.आर. पुष्पा पैंकरा, म.आर. सीमा बाई, आर. 08 पदुम वर्मा, आर. तुलसी रात्रे का योगदान रहा है।

पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह द्वारा कहा गया है कि - "उपरोक्त सभी महिलायें कुसमी थाना क्षेत्र की निवासी हैं, बलरामपुर पुलिस को इसकी सूचना दी गई है, इन सभी महिलाओं का अपराधिक रिकार्ड खंगाला जा रहा है, आगे जो भी तथ्य सामने आयेंगे उसके आधार पर कार्यवाही की जायेगी।"  

शातिर तरीके से करते थे चोरी

सूत्रों की माने तो ये महिलाएं भीड़ में किसी भी महिला की चेन व मंगलसूत्र देखते थे। फिर भीड़ में खड़े होकर धक्का-मुक्की के दौरान आरोपीत महिलाएं जेवरात चोरी कर लेते थे और एक दूसरे के हाथों में देते हुवे दूर खड़ी महिलाओं को दे दिया जाता था जिससे पास वाली महिला बगल में होने के बावजूद चेक करने पर शक नही किया जा सकता था। खाशकर ये महिलाएं भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में महिलाओं को निशाना बनाती थी ।



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