था शराब का आदि, तीन वर्षो में 4 बार की मरने की कोशिश परिजन व किस्मत ने दिया साथ, 5वी दफे में मिली मौत, अचंभित करने वाला मामला
पत्थलगांव। कहते हैं— जो मरने की ठान ले, उसे आखिरकार जाना ही पड़ता है। कुछ ऐसा ही अंचभित करने वाला मामला सामने आया है पत्थलगांव क्षेत्र से, जहां रेड़े (बागबहार) निवासी पवियानुस पिता धरम साय टोप्पो (45 वर्ष) ने आखिरकार जहर खाकर आत्महत्या कर ली।
चौंकाने वाली बात यह है कि पवियानुस ने पिछले तीन वर्षों में चार बार आत्महत्या का प्रयास किया था — दो बार फांसी लगाने की कोशिश की और दो बार जहर पीने का प्रयास। हर बार परिजनों की सूझबूझ और समय पर इलाज से उसकी जान बच जाती थी, पर इस बार किस्मत ने साथ नहीं दिया।
जानकारी के अनुसार, बीती रात पवियानुस ने कीटनाशक खा लिया, जिसकी जानकारी परिजनों को अगली सुबह हुई। तब तक उसकी हालत गंभीर हो चुकी थी। आनन-फानन में उसे पत्थलगांव सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने कुछ ही देर में उसे मृत घोषित कर दिया।
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, पवियानुस शराब का आदी था और इसी कारण घर में अक्सर विवाद और कलह की स्थिति बनी रहती थी। लगातार मानसिक तनाव और नशे की लत ने अंततः उसे यह कदम उठाने पर मजबूर कर दिया।
गांव में यह खबर फैलते ही माहौल स्तब्ध और शोकाकुल हो गया। लोगों का कहना है कि यह घटना समाज के लिए एक चेतावनी है— लत और अवसाद किसी की भी जिंदगी छीन सकते हैं।




