मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल पर छत्तीसगढ़ में तेजी से हो रहा है हवाई सेवाओं का विस्तार
रायपुर, अंबिकापुर और बिलासपुर शहरों को जोड़ने नई विमान सेवा 19 दिसंबर याने कल से होगी शुरू
पहले आओ पहले पाओ के आधार पर होगी बुकिंग, शुरूआती किराया मात्र 999
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल के तहत छत्तीसगढ़ में केन्द्र सरकार की रिजनल कनेक्टिविटी योजना (RCS) के तहत हवाई सेवाओं का विस्तार तेजी से हो रहा है। इस योजना के तहत शुरू होने वाली नई उड़ान सेवाओं का मुख्य उद्देश्य हवाई यात्रा को सस्ती बनाना और इसे यात्रियों के लिए एक पसंदीदा विकल्प बनाना है।
इन नई उड़ानों की शुरुआत से व्यापारिक यात्रियों, पर्यटकों और स्थानीय समुदायों को लाभ होगा, यात्रा में समय की बचत होगी और क्षेत्रीय आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
इस सिलसिले में रायपुर, अंबिकापुर और बिलासपुर के बीच हवाई कनेक्टिविटी स्थापित करने के लिए एक अहम कदम उठाया गया है। 19 दिसंबर 2024 कल से इन तीनों शहरों के बीच नई उड़ान सेवा शुरू होने जा रही है।
बता दें कि दरिमा का यह एयरपोर्ट छत्तीसगढ़ का चौथा और सरगुजा संभाग का पहला घरेलु एयरपोर्ट होगा जो केंद्र और राज्य सरकार के समन्वय और सहयोग से शुरू होने जा रहा है।
गुरुवार, शुक्रवार और शनिवार को संचालित होगी फ्लाइट
यह नई उड़ान सेवा सप्ताह में तीन दिन, गुरुवार, शुक्रवार और शनिवार को संचालित होगी। इससे न केवल यात्रा का समय कम होगा, बल्कि इंटरसिटी यात्रा को आरामदायक और सुविधाजनक बनाया जाएगा, जिससे पर्यटन, व्यापार के अवसरों और क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा मिलेगा। इस सेवा के तहत यात्री “पहले आओ, पहले पाओ” के आधार पर बुकिंग कर सकते हैं।
इस नई उड़ान सेवा का शुरुआती किराया केवल 999 रुपये निर्धारित किया गया है। अधिक जानकारी और बुकिंग के लिए यात्री www.flybig.in पर संपर्क कर सकते हैं।
दरिमा एयरपोर्ट से हवाई सेवा शुरु होने का लंबे समय से लोगों का इंतजार था। 21 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बनारस से दरिमा मां महामाया एयरपोर्ट का वर्चुअल उद्घाटन (Air service) किया था। यहां से 72 सीटर विमान सेवा शुरु होना प्रस्तावित है।
365 एकड़ में फैला है एयरपोर्ट
अंबिकापुर के दरिमा स्थित मां महामाया एयरपोर्ट (Air service) में एयर स्ट्रीप का उन्नयन भारत सरकार की रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के अंतर्गत किया गया है। यह एयरपोर्ट 365 एकड़ में फैला हुआ है। इसे 80 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया गया है।
यह एयरपोर्ट 3 सीवीएफआर कैटेगरी का है। इसमें 72 सीटर विमान लैंड कर सकता है। टर्मिनल बिल्डिंग का विस्तार सालाना 5 लाख यात्रियों की अनुमानित क्षमता के अनुसार किया गया है।