घर मे बेसकीमती लकड़ियों से बने सामान, पुआल एवम खाद के गढ्डों से निकले लाखों के लकड़ियों के जखीरे, सालों से होती थी इनके द्वारा बेसकीमती लकड़ियों की तस्करी मामला खुला अब, मुख्य व्यक्ति फरार

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घर मे बेसकीमती लकड़ियों से बने सामान, पुआल एवम खाद के गढ्डों से निकले लाखों के लकड़ियों के जखीरे, सालों से होती थी इनके द्वारा बेसकीमती लकड़ियों की तस्करी मामला खुला अब, मुख्य व्यक्ति फरार

 घर मे बेसकीमती लकड़ियों से बने सामान, पुआल एवम खाद के गढ्डों से निकले लाखों के लकड़ियों के जखीरे, सालों से होती थी इनके द्वारा बेसकीमती लकड़ियों की तस्करी मामला खुला अब, मुख्य व्यक्ति फरार


विवेक तिवारी-पत्थलगांव

जंगल और घर से मिली लाखो की सागौन,इतनी लकड़ी की आधा दर्जन ट्रेक्टर के साथ बेसकीमती लकड़ी और जेसीबी जब्त





पत्थलगांव-पत्थलगांव पुलिस ने लुड़ेग क्षेत्र में दबिश देकर आधा दर्जन ट्रेक्टर सागौन व बेसकीमती इमारती लकड़ी के साथ ट्रेक्टर एवम जेसीबी एक साथ जब्त की है। पूरी रात चली पुलिस एव वन अमले की कार्रवाई से लकड़ी माफियाओ में हड़कंप गया है। जब्त हुवे लकड़ी की अनुमानित कीमत  लाखों की बताई जा रही है। वन आमला का कहना है कि अभी पूरे मामले की जांच एवम लड़कियों की पूरी जांच के बाद ही स्पष्ट की जा सकेगी। वही पुलिस ने दो व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है मुख्य व्यक्ति अब तक फरार बताया जा रहा है।



जंगलों में हो रहे  इस खेल में सबसे बड़ा पहलु यह है की इतनी भारी मात्रा में जंगल से लकड़ी की अवैध कटाई का भनक तक वन विभाग को नहीं लग सका जबकि झंडा घाट के जिस जंगल से यह कटाई हो राही थी वहा वन विभाग के बिट गार्ड अनूप लकड़ा  की भी उपस्थिति की बात सामने आ रही है। ग्रामीणों ने बताया कि जिस जगह पर यह अवैध कटाई हो रही थी वहा वन विभाग के ही कर्मचारी द्वारा जलाऊ लकड़ी का रसीद दिखाकर पुरे तस्करी को वैध बनाने की कोशिश की जाने लगी थी परन्तु ग्रामीणों की सक्रियता ने पुरे खेल को उजागर कर दिया । बताया जा रहा है की इस मामले में लुड़ेग निवासी मनोज खूंटियां मुख्य आरोपित व्यक्ति जो अब तक फरार बताया जा रहा है, भीमसेन खूंटियां एवम दिलेश्वर खूंटियां को पुलिस अपने हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। 



अंदेशा लगया जा रहा है कि वन विभाग के साठ गांठ से ही  सागोन की लकड़ी एवम अन्य बेसकीमती लकड़ियों का अवैध कटाई चरम पर होगी। इतनी भारी मात्रा में खुलेआम किसी न किसी बड़े अधिकारियों के सहयोग के बिना यह कार्य सम्भव ही नही हो सकती। हालांकि जिले से एक जांच टीम गठित कर जिसके प्रभारी जशपुर sdo करण सिंह है मौके पर आकर उनके द्वारा जांच की गई है। उन्होंने जांच कर जब्त कीमती लड़कियों की कीमत एवम मौके पर मौजूद वनकर्मी के साथ साथ मुख्य आरोपित मनोज खूंटियां के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है। 

पत्थलगांव पुलिस के रात्रि सूचना पर दी गई दबिश में मनोज खूंटियां के  ट्रैक्टर और जेसीबी मशीन भी जब्त की गई है साथ ही भारी मात्रा में लकड़ी को थाने तक लाने के लिए आधा दर्जन ट्रेक्टर भी लगाया गया है। थाना निरीक्षक भास्कर शर्मा ने बताया कि जब जंगल में लकड़ी कटाई के मशीन की आवाज जब आस पास के ग्रामीणों ने सुनी तो तत्काल जंगल पहुंच कर देखा तो वहां जेसीबी के माध्यम से ट्रैक्टर में सागोन के कच्ची लकड़ी को लोड किया जा रहा था । वहीं वन विभाग के कर्मचारी भी वहां मौजूद थे, जब ग्रामीणों ने लकड़ी कटाई की वजह और कटाई की अनुमति पत्र मांगा तो वहां मौजूद वन कर्मचारी भागकर  फरार हो गया। उसके पश्चात ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस एवम वनविभाग को दी जिसके बाद दल बल के साथ पहुंचे कर्मियों के द्वारा भारी मात्रा में लकड़ी जो जब्त कर पत्थलगांव थाने लाकर आगे की कार्रवाई की जा रही है। 




जंगल हुए राम भरोसे : बेखौफ तस्कर  पेड़ों पर आए दिन चला रहे कुल्हाड़ी

विकासखंड के आदिवासी अंचल तिलईखार जंगल,चिन्बहरी जगल, रेंचुवा घाट समेत अन्य वन क्षेत्रो में सागौन सहित इमारती पेड़ों की अवैध कटाई जोरों पर है। सालों से हो रही अवैध कटाई पर वन विभाग का मौन रहना आश्चर्यजनक है। एक ओर तो कृषक वन भूमि पर कटाई कर अवैध कब्जा कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर लकड़ी तस्कर इमारती लकड़ी विशेषकर सागौन की लकड़ी की अवैध कटाई कर उसे चोरी छुपे फर्नीचर बनाकर बेचने में निरंतर बेखौफ लगे हैं। यह भी सही हैं कि अवैध कटाई से लेकर फर्नीचर के निर्माण व बिक्री का पूरा कार्य खुलेआम चल रहा है। फिर भी वन विभाग के अधिकारियों का आंख मूंदकर बैठना यह साबित करता है कि जंगलों की अवैध कटाई वन विभाग की सरपरस्ती पर खुलेआम चल रही है। इनके बिना सहयोग के कुछ भी मुमकिन नहीं है। बहरहाल देखा जाता है अक्सर ऐसे मामलो में छोटे कर्मचारियों की बलि दी जाती है पर इतने बड़े मामले में देखना होगा कि एक बीट गार्ड के साथ साथ किस बड़े अधिकारी के ऊपर गाज गिरेगी या मामला केवल छोटे कर्मचारी के तक ही सीमित रहतीं है।



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