पत्थलगांव क्षेत्र में बाहरी राज्यों से बड़े पैमाने पर हो रही शराब की तस्करी, ट्रकों एवम कारों से लाया जाता है सीमावर्ती राज्यो से शराब

Breaking Posts

6/trending/recent
Type Here to Get Search Results !

पत्थलगांव क्षेत्र में बाहरी राज्यों से बड़े पैमाने पर हो रही शराब की तस्करी, ट्रकों एवम कारों से लाया जाता है सीमावर्ती राज्यो से शराब

पत्थलगांव क्षेत्र में बाहरी राज्यों से बड़े पैमाने पर हो रही शराब की तस्करी


विवेक तिवारी-पत्थलगांव

पत्थलगांव- मध्यप्रदेश, हरियाणा,झारखंड, ओडिशा सहित अन्य राज्यों से शहर में बड़े पैमाने पर अंग्रेजी शराब की तस्करी हो रही है। इस अवैध कारोबार में आबकारी व पुलिस विभाग की भूमिका भी संदिग्ध है। यही वजह है कि पुलिस तस्करी करने वाले इन माफियाओं को पकड़ने के बजाए सिर्फ खानापूर्ति कर रही है। शहर के ढाबों व होटलों और मदिराप्रेमियों को मध्यप्रदेश व दूसरे राज्यों के शराब की खपत हो रही है। यही कारण है कि जो शराब दुकानों में उपलब्ध नही है वो ब्रांडेड शराब होटलों एवम ढाबों में आसानी से मिल जाता है

दरअसल, शासकीय शराब दुकानों में अंग्रेजी शराब के चिन्हित ब्रांड ही बिक रहे हैं। ऐसे में महंगे शराब के शौकीनों को अपना ब्रांड नहीं मिल रहा है। जबकि, शहर के सफेदपोश तस्करों द्वारा मध्यप्रदेश व हरियाणा के महंगे शराब आसानी से उपलब्ध कराये जा रहे है खबर है की इस अवैध शराब तस्करी के खेल में शहर के कई युवा वर्ग शामिल है। ऐसे में सवाल उठता है कि इन युवकों के पास दूसरे राज्यों की शराब कहां से और कैसे पहुंच रही है । आबकारी विभाग ने भी इसकी पतासाजी तक नहीं की। जानकारी के मुताबिक़ इन तस्कर युवकों के पीछे शराब माफियाओं व सफ़ेदपोश नेताओं का हाथ है। लेकिन, आबकारी विभाग तस्करों तक पहुंचने की कोशिश ही नहीं कर रही है। 

ऐसा नही है कि पुलिस इन पर छापामार कार्रवाई नही कर रही, पुलिस लगातार कई बार इनके होटलों ढाबों में दबिश दे चुकी है परन्तु मौके पर कुछ हाथ नही लगने के कारण खाली हाथ लौटना पड़ता है। वही छोटे मोटे ठेलों पर कार्रवाई कर अपना कार्य सिद्ध करती नजर आती है। वहीं आबकारी विभाग गांव गरीब आदिवासियों के खिलाफ देशी शराब महुवा आदि का प्रकरण दर्ज कर अवैध शराब बंदी की खाना पूर्ति करते नजर आती है। वहीं शहरी क्षेत्रों में आबकारी विभाग की कार्रवाई नगण्य नजर आती है।

पुलिस की भूमिका भी है संदिग्ध 

इस तरह से दूसरे राज्यों से महंगे शराब की तस्करी होने से शासन को राजस्व का नुकसान हो रहा है। शहर के शराब माफियाओं का कारोबार मध्यप्रदेश सहित अन्य राज्यों में संचालित है। यही वजह है कि चोरी-छिपे शहर में दूसरे राज्यों से शराब की सप्लाई हो रही है। इन मामलों में आबकारी विभाग के साथ ही पुलिस की मिलीभगत होने की आशंका है। यही वजह है कि पुलिस इन माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही है।

Top Post Ad


 

Below Post Ad

Ads Bottom