पत्थलगांव में विप्र महिला समिति ने मनाया आँवला नवमी का त्योहार, पकवानों का भोग लगाया और उन्हीं पकवानों से अपना व्रत खोला
पत्थलगांव । हिन्दू संस्कृति में त्योहारों और पूजन का विशेष महत्व है। भारती संस्कृति और परंपरानुसार विभिन्न तिथियों में पूजन का विधान है। इसी के तहत कार्तिक शुक्ल मास की नवमी को अक्षय या आंवला नवमी भी कहा जाता है। इस दिन स्नान, पूजन, तर्पण तथा अन्न आदि के दान से अक्षय फल की प्राप्ति होती है। आंवला के पास घर से बनाकर लाए गए पकवानों का भोग लगाया और उन्हीं पकवानों से अपना व्रत खोला।
इसी तारतम्य में ग्राम इंजको में स्थित वन देवी माँ के प्रांगण में पत्थलगांव विप्र महिला समिति के सदस्यों ने आंवला नवमी का त्योहार मनाया। विप्र महिला समिति हर वर्ष इस तरह का आयोजन अलग अलग स्थानों में करती आई है, जिसमे समाज की महिलाएं शामिल होती है। विप्र महिला समिति के प्रवक्ता गायत्री शर्मा ने बताया कि आवंला नवमी के दिन हम सभी महिलाएं एकत्रित होकर आंवले पेड़ की पूजा करते है,एवम आंवले पेड़ के नीचे बैठ कर भोजन ग्रहण करते है। शास्त्रो में कहा गया है कि इस दिन आंवले पेड़ के नीचे बैठकर भोजन करने एवं आंवला पेड़ की पूजा करने से पुण्य मिलता है,।
इस वर्ष हमारे समिति के सदस्यों ने वन देवी इंजको में इस त्योहार को मनाने का निर्णय लिया वन देवी के आसपास काफी हरियाली है जो कि मन मे सुखद एहसास पैदा करती है। वो यहां देवी माँ का काफी सुंदर मन्दिर भी बनाया गया है, इस मौके पर अध्यछ शारदा शर्मा कोषाध्यक्ष सीता शर्मा उपाध्यक्ष मंज्जु मिश्रा प्रवक्ता गायत्री शर्मा ममता शर्मा मालती शर्मा रजनी शर्मा सविता मिश्रा पुनम मिश्रा कंचन तिवारी अनिता त्रिपाठी स्नेह लता शर्मा बंदना शर्मा शोभा शर्मा सुधा तिवारी सुधा चतुर्वेदी मीनु शर्मा यामिनी शर्मा पायल सीमा शर्मा दीपिका शर्मा सिम्मी मिश्रा नीनी तिवारी मृगनयनी शर्मा विभा तिवारी सुनीता शर्मा एवम अन्य महिलाए शामिल हुई।