छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी प्रदेश में लगायेगी 60 लाख स्मार्ट मीटर,
स्मार्ट मीटर मोबाइल जैसा होगा जो रिचार्ज करने पर ही विद्युत आपूर्ति करेगा
छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी ने कोल मंत्रालय के पे ऑन डिमांड का तोड़ निकालने स्मार्ट मीटर को लांच करने की कवायद तेज कर दी है। शासन स्तर पर किये गए प्रयास के बाद अब पूरे प्रदेश भर में पुराने मीटरों को निकलवाकर नए स्मार्ट मीटर लगाने तैयारी की जा रही है। कहा जा रहा कि 1 से 2 साल के अंदर प्रदेश में स्मार्ट मीटर लगाने का काम पूरा हो जाएगा। फिरहाल अभी प्रदेश के बड़े बड़े शहरों में सबसे पहले लगाया जायेगा उसके पश्चात अन्य स्थानों पर इस तरह के मीटर लगाने का कार्य चालू किया जायेगा।
यह मीटर लगने के बाद अधिकारियों को अब आपके घर लाइन काटने के लिए जाना नहीं पड़ेगा, न ही बकाया बिल की वसूली के लिए विभाग को माथा-पच्ची करनी पड़ेगी। मोबाइल की तरह आपका मीटर प्रीपेड और पोस्टपेड रिचार्ज होगा। देश में 25 करोड़ मीटर लगाए जाएंगे। जबकि, छत्तीसगढ़ में 60 लाख से अधिक मीटर लगाए जाएंगे। खास बात यह है कि इससे लाइन लॉस तो रुकेगा ही, साथ ही बिजली बिल के लिए दफ्तर के चक्कर भी नहीं लगाने पड़ेंगे।
ये स्मार्ट मीटर मोबाइल जैसा होगा जो रिचार्ज करने पर ही विद्युत आपूर्ति करेगा। स्मार्ट मीटर के लगने के बाद जो योजनाएं सरकार के द्वारा संचालित है वे यथावत रहेगी। अगर किसी उपभोक्ता का रिचार्ज समाप्त हो रहा है और उसने रिचार्ज नहीं कराया है तो अगले दिन सुबह 10:00 बजे तक उसकी बिजली चालू रहेगी 10:00 बजे तक रिचार्ज न करने पर बिजली अपने आप बंद हो जाएगी।
विभाग को इससे कई लाभ होंगे मीटर रीडिंग के लिए मैनपावर की आवश्यकता खत्म हो जाएगी। उपभोक्ता को तभी बिजली मिलेगी जब वह रिचार्ज कराएगा, यानी बिजली चोरी से निजात मिलेगी। रिचार्ज से कम्पनी को एडवांस में बिजली की राशि मिलेगी जिससे कोयला मंत्रालय की पहले भुगतान फिर कोयला की समस्या भी हल होगी। लोग अपनी आवश्यकता के हिसाब से बिजली की खपत करेंगे तो खपत में भी कमी आएगी। बताया जा रहा है कि पहले दो महीने में इसे पोस्टपेड के रूप में यानी जो बिल अब तक आता है उसी हिसाब से आएगा उसके बाद इसे प्रीपेड कर दिया जाएगा। पूरे प्रदेश में स्मार्ट मीटर लगाने का काम जयपुर के जीनस फर्म को दिया है।
स्मार्ट मीटर के लगने से उपभोक्ताओं को बिल न मिलने की शिकायत से निजात मिलेगी। माह के अंतिम दिन रात 12 बजे तक खपत का डाटा ऑनलाइन आते ही सम्बंधित उपभोक्ताओं को उनके पंजीकृत मोबाइल नम्बर पर बिल भेज दिया जाएगा।