पुलिस लाईन जशपुर में दंगाईयों पर गोली चलने से 03 व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हुये, घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया
ग्राउंड में दंगा नियंत्रण उपकरण, टीयर गैस, फायर बिग्रेड एवं हैंड ग्रेनेड का भी इस्तेमाल किया गया
प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में आकस्मिक परिस्थतियों से निपटने के लिये बलवा ड्रिल की सम्पूर्ण कार्यवाही का अभ्यास किया गया,
बलवा के दौरान की जाने वाली कार्यवाही एवं सावधानियों के संबंध में एसपी एवं एडिशनल एसपी द्वारा ब्रीफ किया गया
आकस्मिक परिस्थितियों एवं दंगाईयों से निपटने के लिये आज दिनांक 09.07.2024 को रक्षित केन्द्र जशपुर में बलवा ड्रिल का माॅक अभ्यास किया गया, उक्त अभ्यास कार्यवाही में पुलिस विभाग के अधि./कर्मचारीगण सहित तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार भी उपस्थित रहे। बलवा ड्रिल अभ्यास कार्यवाही की पूरी प्लानिंग अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल सोनी द्वारा तैयार किया गया एवं रक्षित निरीक्षक अमरजीत खूंटे द्वारा व्यवहारिक रूप में परिवर्तित किया गया। बलवा ड्रिल में कमांडर के रूप में उप निरीक्षक खोमराज ठाकुर एवं मजिस्ट्रेट के रूप में स.उ.नि. रामनाथ राम को तैनात किया गया था।
पुलिस की विभिन्न टोलियों को श्रमिक यूनियन इत्यादि में विभक्त किया गया था, जो अपनी विभिन्न मांगो को लेकर अत्याचार बंद करो, शोषण बंद करें एवं हमारी मांगे पूरी करो कहते हुये नारेबाजी कर हिंसक प्रदर्शन कर रहे थे, उन्हें सर्वप्रथम मजिस्ट्रेट द्वारा समझाईस दिया गया कि उनकी मांगो पर विचार किया जा रहा है। प्रदर्शनकारियों द्वारा नहीं मानने पर वे पुलिस द्वारा लगाये बेरिकेड को तोड़ते हुये आगे बढ़ गये एवं जमकर तोड़-फोड़ कर रहे थे, इसी दौरान परिस्थिति बिगड़ता देख मजिस्ट्रेट के आदेश पर भीड़ को तीतर-बीतर करने के लिये अश्रु गैस के गोले छोड़े गये जिससे भीड़ कुछ समय के लिये तीतर-बीतर हुआ, भीड़ पुनः और आक्रामक होकर नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से आगे बढ़ रहा था, जिस पर परस्थिति गंभीर एवं जान-माल के नुकसान होने की पूरी संभावना होने पर मजिस्ट्रेट के आदेश पर पुलिस की हथियार से लैस टीम आगे बढ़ी और चिन्हित कर दंगाईयों के मुख्य कमांडर, सदस्य सहित कुल 03 लोगों के उपर गोली चलाई गई। गोली चलाने से 03 लोग घायल हुये उन्हें स्वास्थ्य विभाग की टीम एंबुलेंस में डालकर ईलाज हेतु ले गई।
उक्त बलवा ड्रिल अभ्यास कार्यक्रम को संबोधित करते हुये पुलिस अधीक्षक जशपुर शशि मोहन सिंह ने कहा कि सभी टीमें बहुत अच्छा प्रदर्शन की है। भविष्य में कानून व्यवस्था या ऐसी परिस्थिति निर्मित होती है तो यही अभ्यास काम आयेगा। अश्रु गैस का उपयोग करने से भीड़ पर नियंत्रण पाया जा सकता है, बेरिकेड टूटने पर फोर्स हिंसक प्रदर्शन को कैसे रोकता है, बैरिकेड तोड़ते समय पर कैसे निपटना है इसको बारीकी से बताया गया। इस दौरान पुलिस को क्या-क्या सावधानियां बरतनी चाहिये और किस क्रम में बल का प्रयोग करना चाहिये, बल प्रयोग करने का तरीका क्या होगा इस संबंध में भी पुलिस अधीक्षक द्वारा बारीकी से प्रशिक्षण देकर बताया गया। इस दौरान पुलिस की क्या कमियां थी उसे नोटिस कर दूर करने हेतु उपस्थित अधि./कर्मचारियों को बताया गया।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जशपुर अनिल सोनी द्वारा उपस्थित अधिकारी/कर्मचारियों को बलवा ड्रिल अभ्यास की उपयोगिता एवं महत्व को बताया गया, अभ्यास किये रहने से परिस्थिति बिगड़ने पर या कानून व्यवस्था निर्मित होने पर उसका सामना कैसे किया जाए इसके लिए पुलिस को हमेशा तैयार रहना चाहिए एवं किस प्रकार नियंत्रित करना है वह भी आना चाहिए।
उपस्थित अधिकारियों को संबोधित करते हुये उन्हें बताया गया कि दंगाईयों से बात कैसे करते हैं, वक्तव्य प्रभावशाली एवं असरदार होना चाहिये, बिना बल का प्रयोग किये कानून व्यवस्था को कैसे नियंत्रित किया जा सकता है। अपनी उर्जा को सही तरीके से इस्तेमाल करने हेतु बताया गया। आने वाले समय इस तरह के माॅक ड्रिल का और अभ्यास कराया जायेगा।
उक्त अभ्यास कार्यक्रम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल सोनी, एसडीओपी जशपुर चंद्रशेखर परमा, एसडीओपी कुनकुरी विनोद मंडावी, एसडीओपी पत्थलगांव ध्रुवेश कुमार जायसवाल, तहसीलदार जशपुर जयश्री राजपक्षे, निरीक्षक रविशंकर तिवारी, नायब तहसीलदार राजेश कुमार यादव, रक्षित निरीक्षक अमरजीत खूंटे सहित जिले के समस्थ थाना/चौकी लाईन/ऑफिस के अधि./कर्मचारीगण उपस्थित रहे।