छग प्रदेश में धमतरी जिले के एक नायब तहसीलदार को एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा

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छग प्रदेश में धमतरी जिले के एक नायब तहसीलदार को एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा

छग प्रदेश में धमतरी जिले के एक नायब तहसीलदार को एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा





प्रदेश के राजस्व विभाग में भ्रष्टाचार सर चढ़ कर हो रहा है, इस पर प्रार्थीयो की शिकायत पर एन्टी करप्शन ब्यूरो टीम भी लगातार कार्रवाई करते नजर आ रही है। परंतु इस विभाग में भ्रष्टाचार कम होने के बजाय बढ़ता नजर आ रहा है। इसी क्रम में धमतरी राजस्व विभाग में भ्रष्टाचार के कारनामा को पकड़ने के लिए एंटी करप्शन ब्यूरो ने शुक्रवार को देर शाम तहसील दफ्तर में कार्रवाई की। तहसील दफ्तर परिसर के कमरा नंबर 14 में पदस्थ नायब तहसीलदार खीर सागर बघेल को एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने रंगे हाथ 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा। आरोपित अधिकारी को टीम ने गिरफ्तार कर लिया है।

जानकारी के अनुसार प्रार्थी दिलीप पुरी गोस्वामी ने नामांतरण के बाद जमीन में कब्जा दिलाने के मामले को लेकर रिश्वत मांगने की शिकायत एसीबी कार्यालय में किया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसीबी की टीम ने 5 जुलाई को विशेष रणनीति के तहत धमतरी पहुंचकर कार्रवाई की है। बताया जा रहा है कि संबंधित जमीन 85 डिसमिल है। जिस पर कब्जा को लेकर विवाद चल रहा था।

इस कार्रवाई से राजस्व विभाग में हड़कंप है। शुक्रवार रात 9.30 बजे तक एसीबी की कार्रवाई चलती रही। तहसील कार्यालय में राजस्व मामलों के निराकरण के लिए लंबे से शिकायतें मिल रही थी। नामांतरण, सीमांकन, बंटवारा, त्रुटि सुधार जैसे मामलों में रिश्वत लेने की शिकायत थी। मामले की एसीबी तक शिकायत पहुंची। पोटियाडीह में जमीन का कब्जा दिलाने संबंधी मामला नायब तहसीलदार खीरसागर बघेल के न्यायालय में चल रहा था। एसीबी ने शिकायत को काफी गंभीरता से लिया। भ्रष्ट आचरण करने वाले अधिकारी को रंगेहाथ पकड़ने की योजना बनाई। प्रार्थी दिलीप पुरी गोस्वामी की शिकायत पर एंटी करप्शन ब्यूरो के एडिशनल एसपी सीडी तिर्की के नेतृत्व में 8 अधिकारी-जवान धमतरी पहुंचे।

यह टीम शाम करीब 4 बजे शहर पहुंच गई थी, लेकिन तहसील परिसर में भीड़ छंटने का इंतजार करते रहे। शाम करीब 6 बजे परिसर में भीड़ छंटते ही एसीबी ने प्रार्थी दिलीप पुरी को 50 हजार रुपए देकर भेजा। कब्जा दिलाने सौदा के मुताबिक दिलीप ने रिश्वत की राशि नायब तहसीलदार खीरसागर बघेल को दे दिया। जैसे ही नायब तहसीलदार ने रिश्वत की राशि ली, तत्काल एसीबी की टीम पहुंच गई। अधिकारी को रिश्वत की राशि के साथ पकड़ा। 

पोटियाडीह गांव में दिलीप गोस्वामी का पोटियाडीह गांव में 85 डिसमिल जमीन पर लंबे समय से कब्जा था। उसी कब्जे वाली जमीन को आशीष गोयल नाम के व्यक्ति ने खरीदा। इसी जमीन को लेकर दोनों पक्षों में काफी दिनों से विवाद चल रहा था। आशीष गोयल ने जमीन विवाद सुलझाने धमतरी तहसील कार्यालय में आवेदन दे रखा था। यह विवाद धमतरी तहसील कार्यालय में फैसले के लिए लंबित था। इसी दौरान धमतरी के नायब तहसीलदार क्षीर सागर बघेल ने 85 डिसमिल जमीन पर कब्जा दिलाने के लिए दिलीप गोस्वामी से 1 लाख रिश्वत की मांग की, दिलीप गोस्वामी ने इतनी बड़ी रकम देने में असमर्थता जताई। जिसके बाद 50 हजार रुपये देने के बाद जमीन का कब्जा दिलाने की बात तय हुई। यह मामला काफी समय से चल रहा था, इसलिए दिलीप को भी काबिज मिलने को लेकर संशय था। इसके बाद प्रार्थी ने एसीबी से सम्पर्क किया ओर अधिकारी को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़वा दिया।






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