सोशल मीडिया में किरकिरी होने के बाद महिला बालविकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े के जेठ के ऊपर हुई 6 दिन बाद एफआईआर दर्ज
अंबिकापुर के प्रतीक्षा बस स्टैंड पर शराब पीकर किया पुलिस कर्मी से गालीगलौज, झूमाझटकी, पुलिस का नोच दिया था बैज
अम्बिकापुर। छत्तीसगढ़ में महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े के जेठ और उसके साथी पर सोशल मीडिया में किरकिरी होने के बाद आखिरकार 6वे दिन एफआईआर दर्ज की गई है। बताया जा रहा है कि मंत्री के पति के बड़े भाई राजू राजवाड़े और उसके साथी राजू सिंह अंबिकापुर के प्रतीक्षा बस स्टैंड पर शराब पी रहे थे।तभी मना करने पर इन दोनों ने बस स्टैंड पुलिस चौकी में पदस्थ प्रधान आरक्षक के साथ कहासुनी और झूमाझटकी करने लगे। पुलिस ने बस के एक कर्मचारी की रिपोर्ट पर मामला दर्ज किया है। बता दें कि इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद मामला दर्ज किया गया है। बस कर्मचारी की शिकायत पर अपराध दर्ज किया गया है, जबकि पुलिसकर्मी की शिकायत पर कार्रवाई नहीं हुई है।
विदित हो कि अंबिकापुर में 25 अगस्त 2024 की रात पुलिस चौकी में हंगामा हुआ था। इसके बाद इसका वीडियो जमकर वायरल हुआ। बताया जा रहा है कि बस स्टैंड पर खड़ी एक कार के चलते यात्री बस को खड़ी करने के लिए जगह नहीं मिल रही थी। इससे कुछ गाड़ी फंस गई थीं। इस पर पुलिस चौकी में तैनात हेड कॉन्स्टेबल देव नारायण नेताम ने कार हटाने के लिए कहा। यह बार कार में सवार लोगों को नागवार गुजरी और उन्होंने हेड कॉन्स्टेबल और बस के कर्मचारियों के साथ गाली-गलौज की। इसके साथ ही उन्हें धमकाया और बस्तर ट्रांसफर करवाने की बात कही। विवाद के बाद पुलिस दोनों को चौकी लेकर गई। पुलिस के द्वारा दोनों लोगों का मुलाहिजा कराया इसके बाद छोड़ दिया। जबकि पुलिसकर्मी को मौखिक आदेश देकर लाइन अटैच कर दिया था। इस निरीक्षण की रिपोर्ट में राजू राजवाड़े और राजू सिंह नशे में पाए गए। प्रधान आरक्षक दोनों के खिलाफ गाली-गलौज और वर्दी का बैच खींचने की शिकायत की।
सोशल मीडिया में वीडियो वायरल हुआ है जिसमें वो खुद को मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े का जेठ बता रहा है। फोन लगाकर मंत्री से बात करने की जिद की, क्योंकि पुलिस ने मोबाइल जब्त कर लिया था। कांग्रेस ने भी वीडियो शेयर कर लिखा है कि मैडम, अपने रिश्तेदारों को काबू में रखें। साथ ही छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने अपने ऑफिशियल इंस्टाग्राम आईडी से वीडियो जारी किया। इस पर कोतवाली पुलिस ने विवाद बढ़ने पर बस कर्मचारी सूरज सिंह की शिकायत पर राजू राजवाड़े और राजू सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। परन्तु अभी तक गिरफ्तारी नही हुई है।
उन्हें छोड़ने के बाद इस मामले में पहले एसपी सरगुजा ने हेड कॉन्स्टेबल देव नारायण नेताम को लाइन अटैच कर दिया था। इसके बाद इस मामले की जमकर किरकिरी हुई। इस पर एसपी ने हेड कॉन्स्टेबल को कोतवाली थाना क्षेत्र से हटाकर गांधीनगर थाने में तैनात कर दिया। बताया जा रहा है कि पहले हेड कॉन्स्टेबल ने भी शिकायत की थी, लेकिन किसी ने अपराध दर्ज नहीं किया। वीडियो के अनुसार मंत्री के जेठ ने कहा था कि कोई थाने वाला उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकता। यही नहीं, उसने पुलिसकर्मी की वर्दी पकडक़र खींचा तो उसका बैज टूटकर गिर गया था। इसके बाद पुलिसकर्मी ने राजू राजवाड़े व साथी राजू सिंह को सहायता केंद्र के भीतर बैठा लिया था। सहायता केंद्र प्रभारी की लिखित शिकायत के बाद भी एसपी का फोन आने के बाद कोतवाली टीआई ने मंत्री के जेठ को छोड़ दिया था। उल्टा उसे ही मौखिक रूप से लाइन अटैच कर दिया गया। घटना के 6 वें दिन 30 अगस्त को बस कर्मचारी की शिकायत पर पुलिस ने मंत्री के जेठ पर बीएनएस की धारा 296, 351 (2) तथा आबकारी एक्ट की धारा 36 (च) के तहत अपराध दर्ज कर लिया है।