डिजिटल क्रॉप सर्वे का मौका मुआयना करने लैलूंगा के गांवों में पहुंचे कलेक्टर
खम्हार पाकुट को पर्यटन के लिए किया जाएगा विकसित, विश्राम गृह का होगा जीर्णोद्धार
कलेक्टर गोयल ने प्रस्ताव तैयार करने सिंचाई विभाग को दिए निर्देश
विश्राम गृह के सामने वॉच प्वाइंट बनाने कहा, जहां से पर्यटक डैम का खूबसूरत नजारा देख सकें
रायगढ़। रायगढ़ के लैलूंगा ब्लॉक में इस बार डिजिटल क्रॉप सर्वे चल रहा है। किसानों के खेत के क्षेत्रफल और लगी फसल का अपडेट खेत से सीधे सॉफ्टवेयर में फोटो के साथ अपलोड किया जा रहा है। इस पायलट पायलट प्रोजेक्ट में गांव के शिक्षित युवाओं को सर्वेयर के रूप में शामिल किया गया है। कलेक्टर कार्तिकेया गोयल लैलूंगा के विभिन्न गांवों में पहुंचकर इस डिजिटल क्रॉप सर्वे का मौका मुआयना किया। सीईओ जिला पंचायत जितेन्द्र यादव भी इस दौरान साथ रहे।
कलेक्टर गोयल ने ब्लॉक के लारीपानी, सोहनपुर, मोहनपुर और झरन में डिजिटल क्रॉप सर्वे का निरीक्षण किया। यहां उन्होंने किसानों के खेतों में पहुंचकर वहां सर्वेयर द्वारा किए जा रहे कामों को देखा। यहां उन्होंने जियो रेफरेंसिंग आधारित सॉफ्टवेयर में सर्वे के दौरान भरी जाने वाली जानकारी और उसके वेरिफिकेशन की प्रक्रिया की जानकारी सर्वेयर और पटवारी से ली और मौके पर ही एक सर्वे करवाकर उसकी जानकारी सॉफ्टवेयर में दर्ज करवाई।
इसी दौरान उन्होंने कहा कि लैलूंगा के खम्हार पाकुट टैंक प्रोजेक्ट को पर्यटन के लिए विकसित किया जाएगा। यहां बने विश्राम गृह का जीर्णोद्धार होगा। कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने इसके लिए सिंचाई विभाग के अधिकारियों को प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। कलेक्टर गोयल डैम के निरीक्षण के लिए पहुंचे थे। कलेक्टर गोयल ने डैम में केज कल्चर मछली पालन और बोटिंग की संभावनाओं की दिशा में भी काम करने के निर्देश दिए। विश्राम गृह के सामने वॉच प्वाइंट भी बनाने के लिए प्रस्ताव तैयार करने की बात कही जहां से डैम का खूबसूरत नजारा आने वाले पर्यटक देख सकें।
बता दें कि यह डेम बनने के बाद आसपास के लोगों के लिए अच्छा पिकनिक स्पॉट था, परन्तु समय के साथ एवम देखरेख के अभाव में यहाँ बने विश्राम गृह खण्डर में तब्दील हो गये है। अब देखना होगा कि कब तक दोबारा यह आमलोगों के लिये यह तैयार हो पाता है।
कलेक्टर गोयल ने खम्हार पाकुट टैंक प्रोजेक्ट के बारे में तकनीकी जानकारी ली। कार्यपालन अभियंता सत्येन्द्र विश्वकर्मा ने बताया कि यहां की क्षमता 19.38 एमसीएम है और अभी 82 प्रतिशत पानी भरा है। पानी के स्टोरेज का रोज सुबह 8 बजे डाटा लिया जाता है। कलेक्टर गोयल ने सिंचाई के लिए पानी छोड़े जाने और नहरों की मरम्मत के बारे में जानकारी ली। बताया गया कि मरम्मत के लिए टेंडर जारी हो चुका है। प्रक्रिया जल्द पूरी कर काम शुरू कर दिया जाएगा।
कलेक्टर गोयल ने इसके साथ ही खम्हार पाकुट में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा निर्माणाधीन प्रोजेक्ट के बारे में भी जानकारी ली। ईई पीएचई परीक्षित चौधरी ने बताया कि इस प्रोजेक्ट से लैलूंगा शहर में जलापूर्ति किया जायेगा। इसके लिए ट्रीटमेंट प्लांट भी बनाया जा रहा है। पाइप लाइन बिछाने का काम भी पूरा करना है। कलेक्टर गोयल ने इसे प्राथमिकता में लेते हुए सभी कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने इस प्रोजेक्ट के प्रगति की समीक्षा नियमित रूप से समय-सीमा की बैठक में करने की बात भी कही।