सरगुजा जनदर्शन में एक व्यक्ति ने पटवारी को रिश्वत देने के लिए आवेदन के जरिये कलेक्टर से मांगे 8 हजार 500 रुपए की उधारी
पीडि़त का कहना है उसे अगर उधार पैसा मिलता है तो वह कलेक्टर को एक महीने के अंदर मजदूरी करके पैसा वापस कर देगा
सरगुजा। अम्बिकापुर कलेक्टर के जनदर्शन में मंगलवार को एक अजीबो गरीब मामला आया। जनदर्शन में एक व्यक्ति ने पटवारी को रिश्वत देने के लिए कलेक्टर से 8 हजार 500 रुपए उधारी मांगने आवेदन दिया है। पीडि़त व्यक्ति का कहना है कि पटवारी द्वारा रिश्वत की मांग करते हुए उसे पिछले काफी दिनों से परेशान किया जा रहा है। उसकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण रिश्वत नहीं दे पा रहा है इसलिए उसने कलेक्टर को आवेदन दिया है। पीडि़त का कहना है उसे अगर उधार पैसा मिलता है तो वह कलेक्टर को एक महीने के अंदर मजदूरी करके पैसा वापस कर देगा।
बता दें कि प्रदेश की आसीन सरकारें भ्रष्टाचार नियंत्रण करने में कितना भी कोशिश कर ले, पर भ्रष्टाचार थमने का नाम नहीं ले रहा है। आये दिन रिश्वतखोरी के मामले में एंटी करप्शन के द्वारा कार्यवाही भी की जाती है, परंतु रिश्वतखोरी रुकने का नाम नहीं ले रहा है। पूरे प्रदेश के सभी विभागों में भ्रष्टाचार एक जाल की तरह फैला हुआ है। जिसके कारण आम आदमी परेशान होता नजर आ रहा है। खास करके राजस्व विभाग में अपने छोटे-मोटे कामों के लिए बड़ी-बड़ी रिश्वत डिमांड करने के कारण से आम आदमी सबसे अधिक परेशान होता नजर आता है।
आम आदमी की समस्या सुनने के लिए छत्तीसगढ़ के सभी जिला कलेक्ट्रेट में हर सप्ताह कलेक्टर जनदर्शन रखते हैं। एक व्यक्ति ने कलेक्टर से 8500 रूपए उधार मांग लिए। इस डिमांड को देख जनदर्शन में मौजूद सभी अधिकारी और आम जन भौंचक्के रह गए।
मो. मुस्तकिम ने कलेक्टर जनदर्शन में बताया कि, नक्शा काटने के लिए उन्होंने हलका पटवारी श्रवण पांडेय को 2500 रुपए रिश्वत दिए थे। पटवारी 8500 रुपए और मांग रहा है। वो गरीब है और रिश्वत की राशि देने में असमर्थ है। उधार की मांग करने वाला व्यक्ति अंबिकापुर शहर के मोमिनपुरा का रहने वाला है। मुस्तकिम ने 28 जून 2024 को अंबिकापुर की जमीन खसरा क्रमांक 4658/1, 4658, 4658/, 4654/1 पर भू-स्वामियों की आपसी सहमति से 15 फीट की सड़क बनाने का फैसला लिया। इसके लिए नक्शा दुरुस्त करने का आवेदन एसडीएम अंबिकापुर के न्यायालय में पेश किया गया। एसडीएम न्यायालय ने 15 जुलाई को ज्ञापन जारी किया। उसने अपनी जमीन का नक्शा कटवाने के लिए पटवारी से निवेदन किया था, लेकिन पटवारी साहब ने रिश्वत मांग लिया, जो वह नहीं दे सका। अब रिश्वत की रकम पटवारी को देने के लिए उसने सरगुजा कलेक्टर से ही उधार मांगी है। आवेदक मुस्तकिम ने आवेदन में कहा है कि, हलका क्रमांक 15 के पटवारी श्रवण पांडेय ने लोक सेवा गारंटी अधिनियम के तहत तय एक महीने के समय सीमा में कार्य नहीं किया। इसलिए पटवारी पर 2500 रुपए अर्थदंड अधिरोपित कर रिश्वत में दिया गया ढाई हजार वापस कराया जाए।
उसने बताया कि पिछले कई महीनों से अपने जमीन का नक्शा कटवाने के लिए पटवारी दफ्तर चक्कर लगा रहा हूं। लेकिन पटवारी बार बार टालमटोल कर रहा था। पटवारी ने 10 हजार की रिश्वत मांगी थी, लेकिन मेरे पास इतने रुपए नहीं थे कि उसे रिश्वत दे सकूं। किसी तरह पटवारी को 2500 रुपये रिश्वत की रकम दे दी। बावजूद इसके पटवारी बाकी की रकम मांग रहा था। इसलिए परेशान होकर पटवारी श्रवण पांडेय को रिश्वत देने के लिए सरगुजा कलेक्टर से 8500 रुपये उधार मांगा हूं। एक महीने में लौटा दूंगा. - मुस्तकीम, पीड़ित
जांच के बाद कार्रवाई का दिया भरोसा : आवेदन मिलने से प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया। पीड़ित की इस मांग के बाद अब इस मामले में अंबिकापुर एसडीएम फागेश सिन्हा ने कहा है कि पीड़ित ने जनदर्शन में पटवारी के द्वारा रिश्वत लेने की शिकायत की है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी।