छत्तीसगढ़ के सरकार द्वारा महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए चलाई जा रही महतारी वंदन योजना का लाभ ले रही सन्नी लियोनी
अकाउंट पर निर्धारित समय पर क़िस्त भी की जा रही ट्रांसफर
रायपुर। छत्तीसगढ़ के सरकार द्वारा महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए महतारी वंदन योजना चलाई जा रही है। इस योजना के तहत हर महीने महिलों को एक हजार रुपए दिए है। अब इस मामले में एक चौंकाने वाली बात सामने आई है। बताया जा रहा है कि, इस योजना का लाभ सनी लियोनी भी ले रहीं हैं। उनके नाम से पंजीकरण कराया गया है, जिसमें एड्रेस बस्तर का डाला गया है। यह अकाउंट वेरिफाइड किया गया है। इतना ही नहीं इस अकाउंट पर निर्धारित समय पर क़िस्त भी ट्रांसफर की गईं हैं। जानकारी के मुताबिक, एक एक्स यूजर ने स्क्रीनशॉट शेयर कर मामले को उजागर किया था। सोशल मीडिया में मामला उठने के बाद अब अकाउंट को होल्ड कर दिया गया है।
ये है पूरा मामला
दरअसल, राज्य सरकार की वेबसाइट पर एक पंजीकृत और सत्यापित आदेवन मिल है। आवेदन में दिए गए विवरण के अनुसार हितग्राही का नाम सनी लियोन पति जॉनी सिंस है। आवेदक का एड्रेस बस्तर के तलूर का बताया जा रहा है। तलूर आंगनबाड़ी में उनका आवेदन दर्ज किया गया था। पंजीयन क्रमांक MVY006535575 आंगनबाड़ी और सुपरवाईज़र द्वारा सत्यापित है और इस साल मार्च से उनके स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया के खाता क्रमांक xxxxx76531 में राशि जमा की जा रही है। इस महीने भी उनके खाते में एक हज़ार रुपये जमा किए गए हैं।
इस आवेदन को सुपरवाइजर और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने सत्यापित कर आगे फॉरवर्ड भी किया था। इसके बाद आंगनबाड़ी कार्यकर्ता देवमती जोशी की ID से आवेदन रजिस्टर्ड हुआ है। वहीं आरोपी का नाम वीरेंद्र जोशी जिसने सनी के नाम का फर्जी आवेदन और बैंक खाता दिया था।
किसी भी तरह की अनियमितता नहीं
इस मामले में बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता अजय चंद्राकर ने किसी भी तरह की अनियमितता मानने से इनकार किया है। उनका कहना है कि, यह बस्तर का परंपरागत नाम नहीं है। लेकिन बस्तर में धर्मांतरण होता रहता है, तो हो सकता है किसी धर्मांतरित महिला का नाम सनी लियोनी हो। इसे किसी भी तरह की अनियमितता की तरह नहीं देखा जा सकता है।
ये भ्रष्टाचार की योजना
वहीं इस मामले में कांग्रेस के प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने इसे भ्रष्टाचार बताया है। उनका कहना है कि, हम शुरू से कह रहे कि यह योजना भ्रष्टाचार की योजना है। जरूरतमंद लोगों तक इस योजना का लाभ नहीं पहुंच रहा है, बल्कि भाजपा के लोगों की जेब में पैसा पहुंच रहा है। सरकार 75 लाख महिलाओं के खाते में हर महीने पैसे देने की बात कह रही है लेकिन हकीकत ये है कि मुश्किल से 20 से 25 लाख महिलाओं को ही पैसे दिए जा रहे हैं। महतारी वंदन योजना भाजपा सरकार की सबसे बड़ी भ्रष्टाचार की योजना बन कर उभरी है।
गौरतलब है कि, इस साल 2 फरवरी को महतारी वंदन योजना को लागू करने का आदेश जारी किया गया था। इसके बाद मार्च से सरकार 70 लाख से अधिक महिलाओं के खाते में पैसे जमा करती है। इस साल 3 दिसंबर तक सरकार महिलाओं के खाते में 6530.41 करोड़ रुपये जमा कर चुकी है। इस महीने ही सरकार ने महतारी वंदन योजना की 10वीं किश्त के रूप में 652 करोड़ रूपए की राशि अंतरित की है।
महतारी वंदन योजना के तहत हर महीने 1000 रुपए खाते में लेने का दावा करने वाला पोस्ट सोशल मीडिया वायरल होने के बाद पुलिस ने आरोपी पति को हिरासत में ले लिया। आरोपी पति ने पूछताछ में खुद को बेकसूर बताया और बड़ा खुलासा कर पूरे केस को ही उलट दिया है।
आरोपी का कहना है कि किसी ने उसके आधार और बैंक खाते का गलत इस्तेमाल किया है
बस्तर जिले के तालुर गांव निवासी आरोपी वीरेंद्र जोशी पर आरोप है कि पिछले 10 महीने से उसकी पत्नी के आधार नंबर से लिंक एकाउंट में वह महतारी वंदन योजना के तहत 1000 रुपए ले रहा है. पीड़ित ने आरोपों को खारिज किया है. उसका कहना है कि किसी ने उसके आधार और बैंक खाते का गलत इस्तेमाल किया है, जिससे एकाउंट में पैसा आ रहा है।
एक निजी कंपनी में काम करने वाले पीड़ित वीरेंद्र जोशी का कहना है कि उसके आधार और बैंक अकाउंट नंबर का दुरुपयोग किया गया है। पीड़ित ने पूछताछ में यह भी कहा कि उसे खाते में स्कीम के तहत हर महीने आ रहे पैसों की कोई जानकारी नहीं है।
सोशल मीडिया में पोस्ट वायरल होते ही मचा हड़कंप, कलेक्टर ने जांच का आदेश दिया
रिपोर्ट के मुताबिक सोशल मीडिया में मामला वायरल होते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया और आनन फानन में बस्तर कलेक्टर ने तत्काल मामले की जांच कर उचित कार्यवाही करने का आदेश जारी किया था, जिसके बाद पुलिस ने तालुर गांव के वीरेन्द्र जोशी को पूछताछ के लिए जगदलपुर के कोतवाली थाने बुलाया।
महतारी वंदन योजना से हर महीने मिले पैसे वापस लौटाने को तैयार है आरोपी पति
रिपोर्ट के मुताबिक तुलार गांव में सनी लियोनी नाम से कोई महिला नहीं है। पीड़ित ने बताया कि जांच के दौरान उसका अकाउंट नंबर और आधार नंबर स्कीम लाभार्थी के फॉर्म से लिंक दिखा। उसका कहना है कि वह योजना से मिले वापस लौटाने को तैयार है। हालांकि मामले में अभी पुलिस और प्रशासन का कोई पक्ष सामने नहीं आया है।