सरकार की नल जल योजना चल रही सिर्फ कागजों पर, 2 साल में नल में एक बूंद पानी तक नहीं
80 वर्षीय वृद्धा ने कहा हे भगवान नल जल योजना में 'एको टीपा' पानी नई मिले
पत्थलगांव । सरकारें चाहे कितने भी वादे कर ले परंतु हमेशा जमीनी हकीकत कुछ अलग ही बयां करते नजर आती है। ग्रामीण क्षेत्रों में चल रहे नल जल योजना के तहत लगाए गए नल में एक बूंद पानी के लिए भी लोग तरस रहे हैं। जबकि नल को लगाए हुए लगभग 2 साल से ऊपर बीत चुके हैं पर पानी के नाम पर अभी तक नल से एक बूंद पानी भी नहीं निकला है, जिसकी वजह से ग्रामीण परेशान नजर आ रहे हैं।
ठीक ऐसे ही नजारा देखने को मिला जहां पत्थलगांव के जोराडोल गाँव की 80 वर्षीय वृद्धा ने ऐसा बयान दे दिया कि पूरे मोहल्ले में हंसी का माहौल बन गया! जब उनसे पूछा गया कि नल जल योजना का लाभ कैसा मिल रहा है, तो काकी का दर्द छलक पड़ा—"अरे बेटा, बेकार हे ,एको टीपा पानी नई मिले!"बात यहीं नहीं रुकी, काकी ने आगे जोड़ा—"नल लग गया, फोटो खिंच गई, नेता जी भाषण देके चले गए, बस पानी ही रह गया!"
गाँव के लोगों ने ठहाका लगाया और बोले—"काकी, सरकार को टैग कर दो, शायद अगली बार नल में पानी भी आ जाए!"अब देखना यह है कि काकी की ये मासूम शिकायत अफसरों के कानों तक पहुँचती है या फिर सिर्फ सोशल मीडिया पर वायरल होकर रह जाती है!
बता दें कि राज्य सरकार ने नल-जल योजना ग्रामीणों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए शुरू की गई थी। जो कई गांवों में पूरी तरह से ठप पड़ी है। अब भी कई गांवों में लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं। गांवों में नल-जल योजना की पाइपलाइन बिछाई तो गई, लेकिन कई जगह काम अधूरा पड़ा है। जहां पाइपलाइन पूरी कर दी गई है, वहां भी नलों से पानी नहीं आ रहा है। लोगों को पानी के लिए अपने घरों से दूर जाकर पानी लाना पड़ रहा है। इससे लोगों को भारी परेशानी हो रही है। कई लोग खेतों में लगे कुएं और ट्यूबवैल से पानी ढोकर ला रहे हैं। ग्रामीणों के मुताबिक दो साल से यहां नल-जल योजना से नल लगा तो दी है जो पूरी तरह बंद है। यहां लगे नल अब शो पीस बनकर रह गए हैं।