रेजांगला की पवित्र रज कलश यात्रा 22मई से 23 मई 2025 तक
1962 में भारत चीन के युद्ध में यादव समाज के 114 वीर सैनिको ने दिया था अपना बलिदान, इसके याद में पूरे भारत में निकाला गया कलश यात्रा
जशपुर - छत्तीसगढ़ में दिनांक 22 मई 2025 को झारखंड गुमला से यात्रा प्रभारी राजेश यादव जिला अध्यक्ष जगदीश यादव प्रदेश अध्यक्ष भुनेश्वर यादव प्रदेश उपाध्यक्ष राजकुमार यादव एवं देवधारी यादव दोपहर छत्तीसगढ़ के लिए कलश प्राप्त करेंगे और 4:00 बजे शाम जशपुर पहुंचेंगे जशपुर में स्वागत कार्यक्रम एवं रात्रि विश्राम और भोजन जशपुर में ही होगा इसके पश्चात दिनांक 23 मई को सुबह 9:00 बजे नाश्ता के पश्चात कुनकुरी कलश यात्रा 10:00 बजे पहुंचेगी यहां स्वागत कार्यक्रम एवं 12:00 बजे तक भोजन कुनकुरी में ही होगा भोजन के पश्चात कलश यात्रा 3:00 बजे का कांसाबेल पहुंचकर 5:00 तक कलश यात्रा पत्थलगांव पहुंचेगी जहां स्वागत कार्यक्रम रात्रि विश्राम पत्थलगांव में होना है दिनांक 24 मई 2025 को प्रातः कलश यात्रा धरमजयगढ़ के लिए 11:00 बजे तक पहुंचेगी। इस प्रकार जशपुर जिले से 24 मई प्रातः कलश यात्रा निकल जाएगी। इसके तहत जशपुर में दिनांक 22 मई को मनोरा एवं जशपुर विकासखंड के सभी यादव समाज के पदाधिकारियों सहित भारी संख्या में रेजंगला रज कलश यात्रा का स्वागत सत्कार करेंगे इसी प्रकार कुनकुरी में दुलदुला एवं कुनकुरी विकासखंड में यादव समाज की ओर से जोरदार स्वागत सम्मान करेंगे इसके पश्चात कासाबेल में बगीचा फरसाबहार और कांसाबेल के यादव समाज के बंधुओ का द्वारा कलश यात्रा का स्वागत करेंगे और अंत में 23 मई 2025 शाम को पत्थलगांव ब्लॉक के यादव समाज प्रमुखो एवं कार्यकारिणी सदस्यों के द्वारा ऐतिहासिक स्वागत किया जाने हेतु निवेदन है जशपुर जिले के सभी यादव बंधुओ से निवेदन है यह ऐतिहासिक शानदार एवं गरिमामयी कलश यात्रा का भरपूर स्वागत किया जाए कलश यात्रा का मुख्य उद्देश्य है कि वर्ष 1962 में भारत चीन के युद्ध में यादव समाज के 114 वीर सैनिक रेजांगला में वीर गति को प्राप्त हुए इन्हीं की यादगार में यह कलश यात्रा पूरे भारत में भ्रमण कराया जा रहा है साथ ही इसी तारतमय में शासन से 1.यादव अहीर रेजिमेंट की स्थापना की जाए 2. यादव जाति की जनगणना की जाए की मांग किया जा रहा है अतएव सभी यादव बंधुओ में एकता बनाकर इस कार्यक्रम को सफल बनावें उक्त आशय की जानकारी अखिल भारत वर्षीय यादव महासभा के जिला अध्यक्ष जगदीश राम यादव के द्वारा दी गई।