गर्मी के नौतपा में खूब बरसेगा बादल 26, 27 मई तक तेज बारिश का येलो अलर्ट, गिरेंगी बिजलियां.....
केरल में तय समय से पहले मानसून पहुंच गया है। छत्तीसगढ़ में भी जल्द मानसून पहुंच सकता है। इससे पहले प्रदेश में प्री-मानसून की एंट्री भी हो गई है। मौसम विभाग ने प्रदेशभर के लिए अगले 7 दिनों तक बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है।
रायपुर-दुर्ग में सुबह से ही तेज बारिश हुई। प्रदेश के कई जिलों में गरज-चमक के साथ बिजली गिरने की आशंका है। वहीं बस्तर संभाग में अगले कुछ दिनों में 80-90 मिमी तक भारी बारिश की संभावना जताई गई है, जिससे निचले इलाकों में जलभराव और ग्रामीण क्षेत्रों में जनजीवन प्रभावित हो सकता है।
हालांकि अगले 5 दिनों तक अधिकतम तापमान में कोई विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है। मौसम विभाग ने उत्तर बस्तर, कांकेर, धमतरी, बालोद, राजनांदगांव, गरियाबंद, रायपुर और दुर्ग में ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है। लगभग 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है। बारिश के साथ बिजली गिरने की भी आशंका है। प्रदेश के अलग–अलग हिस्सों में बारिश के चलते औसतन तापमान में 2-4 डिग्री की गिरावट देखने को मिली है।
प्री-मानसून की दस्तक के साथ ही मौसम सुहावना हो चला है। ठंडी हवा के झोंकों और लगातार बादलों की आवाजाही ने तापमान में भी गिरावट ला दी है। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में बारिश की रफ्तार और तेज हो सकती है।
दक्षिण-पश्चिम मानसून ने 24 मई को केरल में दस्तक दे दी है। हालांकि केरल में मानसून आने के 10 दिनों के बाद प्रदेश में मानसून आता है। इस लिहाज से 3 से 4 जून के बीच यानी 5 जून तक मानसून के दस्तक देने की संभावना है। इससे पहले प्रदेश में नौतपा के दौरान तेज बारिश की चेतावनी जारी हुई है। मौसम विभाग ने अगले 2 दिनों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है।
मौसम विज्ञानियों का कहना है कि केरल में मानसून पहुंचने के बाद भी छत्तीसगढ़ में जल्दी मानसून आएगा, ऐसा नहीं है। लेकिन ट्रेंड को देखते हुए 10 दिनों बाद मानसून आता रहा है। इस बार भी ऐसा ही होने की संभावना है। पिछले साल तीन दिन पहले 7 जून को मानसून आया था। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि मानसून की शुरुआत की तारीख और पूरे देश में इसके सक्रिय होने के बीच कोई सीधा संबंध नहीं है। यानी केरल में इसके जल्दी आगमन का मतलब यह नहीं है कि देश के अन्य हिस्सों को भी उसी हिसाब से कवर करेगा।
प्रदेश में शनिवार को मौसम में बदलाव देखा गया, जिसके बाद रायपुर, बिलासपुर और कई जिलों में तापमान सामान्य से कम रहा। बिलासपुर में अधिकतम तापमान 35 डिग्री और अंबिकापुर में न्यूनतम तापमान 20.4 डिग्री दर्ज किया गया। बारिश की वजह से लोगों को गर्मी से राहत मिली है।
मौसम विभाग ने बताया कि कोरिया, बिलासपुर और कोरबा में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, कोरिया, मोहला-मानुपर, राजनांदगांव, खैरागढ़, कबीरधाम, बेमेतरा, दुर्ग, बालोद, धमतरी, गरियाबंद, महासमुंद, शक्ति, रायगढ़, सारंगढ़, मुंगेली, जांजगीर-चांपा, बलौदाबाजार, गौरेला, सूरजपुर, बलरामपुर, सरगुजा और जशपुर में हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं। वहीं, कांकेर, दंतेवाड़ा, कोंडागांव, बस्तर, सुकमा, बीजापुर और नारायणपुर में भी हल्की बारिश हो सकती है।
11 जिलों में बिजली गिरने का खतरा
मौसम विभाग ने रायपुर, बिलासपुर, कोरबा, सरगुजा समेत 11 जिलों में बिजली गिरने की आशंका जताई है। प्रदेश के सभी जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है। लोगों से सावधानी बरतने की अपील की गई है, ताकि किसी भी हादसे से बचा जा सके।
पिछले 24 घंटों में कई जगहों पर बारिश दर्ज की गई है। अंबिकापुर, मोहला और देवभोग में 30 मिमी बारिश हुई। खरगांव, बेलरगांव, मारी बंगला देवरी और गरियाबंद में 20 मिमी, जबकि भानुप्रतापपुर, कुकरेल, मैनपुर, लटोरी और कोटाडोल में 10 मिमी बारिश हुई। इस बारिश की वजह से तापमान में काफी गिरावट आई है।