रायगढ़ पुलिस ने लैलूंगा पूर्व विधायक के भाई जयपाल सिदार की गुमशुदगी व हत्या की गुत्थी सुलझाते हुए किया बड़ा खुलासा
महिला से अवैध संबंध जयपाल सिंह सिदार की बनी मौत की वजह
मामले में 3 आरोपी गिरफ्तार, जेल में बंद मास्टरमाइंड ने 1 लाख की दी थी सुपारी
रायगढ़ पुलिस ने ग्राम पंचायत पाकरगांव के सचिव जयपाल सिदार (43 वर्ष) की गुमशुदगी की गुत्थी सुलझाते हुए बड़ा खुलासा किया है। जिले के SP दिव्यांग पटेल ने हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि जेल में बंद शिव साहू ने 1 लाख की सुपारी दी थी। जयपाल सिंह सिदार का शिव साहू की पत्नी से अवैध संबंध था। जयपाल सिंह सिदार की हत्या लैलूंगा में हुई थी। मामले में 3 आरोपी गिरफ्तार किए गए है। मिली जानकारी के अनुसार अवैध संबंध जयपाल सिंह सिदार की मौत की वजह बना है।
जबकि मुख्य साजिशकर्ता शिव साहू, जो पहले से ही सरिया थाना क्षेत्र के एक अन्य हत्या के मामले में जेल में बंद है, इस घटना का मास्टरमाइंड निकला।
जयपाल सिदार 7 जुलाई की सुबह अपनी स्विफ्ट डिजायर कार (क्रमांक CG12 BA 6453) से बच्चों को स्कूल छोड़ने के बाद से लापता हो गए थे। उनके परिजनों ने अगले दिन, 8 जुलाई को थाना लैलूंगा में गुम इंसान क्रमांक 46/2025 के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई। शुरुआत में पुलिस को कोई ठोस सुराग नहीं मिला, लेकिन पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल जांच टीम गठित की। जांच में सीएसपी अनिल विश्वकर्मा, एडिशनल एसपी आकाश मरकाम और एसडीओपी धरमजयगढ़ सिद्धांत तिवारी को शामिल किया गया।
पुलिस टीम ने जयपाल सिदार की मोबाइल लोकेशन, सीसीटीवी फुटेज और अन्य इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों की बारीकी से जांच की। इसी दौरान तीन युवकों शुभम गुप्ता, कमलेश यादव और मदन गोपाल सिदार की गतिविधियां संदिग्ध पाई गईं। पूछताछ में शुभम गुप्ता ने खुलासा किया कि रायगढ़ के फुटहामुडा निवासी शिव साहू, जो पहले से हत्या के मामले में जेल में बंद है, ने जयपाल सिदार की हत्या की योजना बनाई थी। छह महीने पहले पेरोल पर बाहर आने के दौरान शिव साहू ने शुभम को 1 लाख की सुपारी का प्रस्ताव दिया। शुभम ने इसे स्वीकार कर लिया और जून माह में अपने दोनों साथियों के साथ मिलकर हत्या की योजना बनाई।
3 जुलाई को जब शिव साहू पुनः पेरोल पर लौटा तो उसने शुभम से जयपाल की हत्या की बात की और 10,000 की नकद राशि दी। 7 जुलाई को शुभम, कमलेश और मदन गोपाल ने जयपाल सिदार को कोतबा जाने के बहाने बुलाया और उनकी ही कार में सवार होकर जशपुर रोड की ओर निकल गए। रास्ते में गमछे से गला कसकर चलती कार में ही जयपाल की हत्या कर दी गई। हत्या के बाद शव को कार में छिपाकर आरोपी कई स्थानों पर घूमते रहे और अंततः थाना धरमजयगढ़ क्षेत्र के सिसरिंगा घाटी में शव को फेंक दिया। जयपाल का मोबाइल मैनपाट के जंगल में फेंका गया और पकड़े जाने के डर से कार का नंबर प्लेट हटाकर उसे लाखा (पूंजीपथरा) के पास सड़क किनारे छोड़ दिया गया। साक्ष्य मिटाने के उद्देश्य से हत्या में प्रयुक्त गमछे को जला दिया गया।
शव बरामद, पोस्टमार्टम के बाद हत्या की पुष्टि
पुलिस ने शव बरामद कर पोस्टमार्टम कराया और मृतक की पहचान होने के बाद मामला हत्या में तब्दील कर दिया गया। थाना धरमजयगढ़ में भारतीय न्याय संहिता की धारा 103(1), 238, 61(2), 3(5) BNS के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया। बाद में इस प्रकरण की विवेचना थाना लैलूंगा को सौंप दी गई।
गिरफ्तार आरोपी
मदन गोपाल सिदार, पिता सन कुमार सिदार (19 वर्ष), निवासी पाकरगांव, थाना लैलूंगा, रायगढ़
युगल किशोर उर्फ शुभम गुप्ता, पिता वासुदेव गुप्ता (20 वर्ष), निवासी पाकरगांव, थाना लैलूंगा, रायगढ़
कमलेश यादव, पिता बुद्धेश्वर यादव (19 वर्ष), निवासी मटपहाड़, थाना बागबहार, जिला जशपुर
शिव साहू – मुख्य साजिशकर्ता, वर्तमान में हत्या के एक अन्य प्रकरण में जेल में निरुद्ध
बुधवार को सिसरिंगा घाटी के मंदिर के पीछे मिला शव
वहीं बुधवार को सिसरिंगा घाटी के मंदिर पीछे एक शव सड़ी गली अवस्था में मिला। इसकी शिनाख्ती पूर्व विधायक के लापता हुए भाई जयपाल सिंह सिदार के रूप में की गई। पुलिस के मौका मुआयना से यह खुलासा हुआ है कि मृतक के सिर का हिस्सा पूरी तरह से सड़ गया है। वहीं शरीर का अन्य हिस्सा सूख कर कपड़े से चिपक गया था। पुलिस इस मामले में हर एंगल से जांच कर रही थी।




