भगवान श्री परशुराम प्राकट्य उत्सव के अवसर पर पत्थलगांव में निकली भव्य शोभायात्रा, पूजापाठ के साथ विप्र समाज ने किया प्रसाद स्वरूप भंडारे का आयोजन
विवेक तिवारी सीजीनमन न्यूज़ पत्थलगांव
पत्थलगांव। पत्थलगांव विप्र समाज के द्वारा सामाजिक एकता का संदेश देते हुए भगवान परशुराम की भव्य शोभायात्रा निकाली गई। भगवान परशुराम के प्राकट्य उत्सव के अवसर पर यहां के स्थानीय सत्यनारायण मंदिर से निकाली गई इस शोभायात्रा में सैकड़ों की संख्या में समाज के महिला, पुरूष, एवम बच्चे शामिल हुए। मंदिर में भगवान परशुराम की प्रतिमा को फूल मालाओं से सजाया गया। उसके बाद भगवान परशुराम की आरती की गई। इस दौरान सभी ने भगवान परशुराम के जयकारे लगाए।
परशुराम जयंती के अवसर पर कल दोपहर से विप्र महिलाओं ने बच्चों के कई प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। आज सुबह से मंदिर में रूद्राभिषेक, हवन एवम दोपहर में प्रसाद स्वरूप भंडारे का आयोजन किया गया जिसमे समाज के साथ साथ अन्य वर्ग के लोग भी यहां प्रसाद ग्रहण करने शामिल हुवे।
भगवान परशुराम को भगवान विष्णु का छठवां अवतार माना जाता है। इसी वजह से अक्षय तृतीया के साथ ही परशुराम जयंती भी मनाई जाती है, हिंदू मान्यताओं के अनुसार यह जंयती वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान परशुराम का जन्म प्रदोष काल में तृतीया तिथि में हुआ था। ऐसे में परशुराम जयंती का उत्सव प्रदोष काल में ही मनाया जाता है।
इस अवसर पर भगवान परशुराम शोभायात्रा निकाली गई, इसमें युवाओं की काफी संख्या में भीड़ देखने को मिली। ब्राह्मण समाज के युवाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, उनके हाथों में भगवान परशुराम के फरसे के साथ डीजे के आवाज में नाचते थिरकते दिखे। इस अवसर पर भक्तों की काफी लंबी लाइनें भी देखने को मिलीं। नगर के निवासियों के द्वारा शोभायात्रा के दौरान ठंडे की भी व्यवस्था की गई थी। भगवान परशुराम की शोभायात्रा नगर के तीनों प्रमुख मार्गो के होकर वापस सत्यनारायण मंदिर में समाप्त होगी, एवम रात्रि में भोजन के साथ अन्य कार्यक्रम संचालित की जायेगी।