पूंजीपतियों से सांठगांठ कर अवैध बिजली के पोल गाड़ने एवं अवैध लाईन देने के मामले में विद्युत ठेकेदार के ऊपर हुवा मामला दर्ज, वि.अ. की धारा 136 एवं 379 के तहत अपराध कायम
विवेक तिवारी सीजीनमन न्यूज़ पत्थलगांव
पत्थलगांव। विद्युत विभाग से सम्बंधित ठेकेदार एवम पूंजीपतियों से सांठगांठ का नया मामला देखने को मिला है। विद्युत विभाग के ठेकेदार द्वारा विभाग को बगैर सूचना दिए टेंडर खुलने से पहले कई जगह विद्युत पोल गाडते हुए लाइन पहुंचाने का काम किया है। यही नही उक्त अवैध पोल गाड़े जाने की खबर चलने के बाद भाटामुड़ा से रातों रात तीन पोल गायब भी कर दिये गये थे। इस मामले में ठेकेदार के ऊपर वि.अ. की धारा 136 एवं 379 के तहत अपराध दर्ज कायम किया गया है।
विदित हो कि विद्युत मण्डल पत्थलगांव क्षेत्र के सोशल मीडिया एवं समाचार पत्रों में गत दिनों सुर्खियों पर रहे समाचार जिसमे पत्थलगांव में कार्यरत विद्युत ठेकेदार धनन्जय तिवारी के द्वारा विद्युत विभाग के बिना जानकारी के गोपनीय तरीके से पूंजीपतियों से साठ गांठ कर अवैध तरीके से दो जगह बड़ी लाईन लोहे की चार चार बिजली खम्भा गाड़ने एवं एक जगह लोहे की बिजली खम्भा सहित खम्भे में तार बिछा कर अवैध रूप से कार्य किया जा रहा था। यही नही उक्त अवैध पोल गाड़े जाने की खबर चलने के बाद भाटा मुड़ा से रातों रात तीन पोल गायब भी हो गये थे।
बता दें कि लाखझार स्थित निर्माणाधीन ए जी हॉस्पिटल जो कि टिकेश्वर यादव, पालीडीह ग्राम में एक कोल्ड स्टोर जो कि परशुराम अग्रवाल की बताई जा रही है इनको लाभ पहुंचाने के लिए बकायदा चार विद्युत पोल गाडते हुए 11 केवी की लाइट तक उसके दरवाजे तक पहुंचा दी है। भाटा मुड़ा पुलिया के समीप निजी भूमि जो कि पत्थलगांव के प्रतिष्ठित किसी व्यपारी की है जहां बिना विद्युत मंडल के जानकारी के बगैर चार पोल गाड़ कर विद्युत लाइन भेजने की तैयारी की जा चुकी थी। परन्तु मामला तूल पकड़ने के कारण अब अधूरी सी पड़ गई है। इस अवैध खम्भा गाड़ने एवं तार फैलाने की घटना के बाद विद्युत विभाग के अधिकारियों ने मौका निरीक्षण कर अवैध खम्भा एवं तार को जप्ती पंचनामा बनाकर विद्युत ठेकेदार धनन्जय तिवारी के विरुद्ध पत्थलगांव थाना में रिपोर्ट दर्ज कराया है। विद्युत मण्डल पत्थलगांव के सहायक अभियंता संभाग पत्थलगांव विवेक कुमार पैकरा के रिपोर्ट पर थाना पत्थलगांव ने तीन अलग अलग एफ आई आर वी. अ. की धारा 136-1(a) एवं धारा 379 के तहत तीन मामला दर्ज किया गया है। आगे देखना होगा कि इस मामले में आगे अब ठेकेदार के अलावा किन किन लोगों पर कार्रवाई की जायेंगी। चुकी विद्युत विभाग के द्वारा प्रेषित आवेदन पर पुलिस ने अपराध दर्ज कर लिया है जिसपर आगे की कार्यवाही अब पुलिस को करना है।