बार बार बिजली गुल और है गर्मी फूल, बार बार बिजली के कटौती एवम आंख मिचौली से आमजन परेशान, 24 घण्टे विद्युत आपूर्ति की बात करने वाली सरकार के दावे भी खोखले नजर आते हुवे, विभाग की मेंटेनेंस भी शून्य

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बार बार बिजली गुल और है गर्मी फूल, बार बार बिजली के कटौती एवम आंख मिचौली से आमजन परेशान, 24 घण्टे विद्युत आपूर्ति की बात करने वाली सरकार के दावे भी खोखले नजर आते हुवे, विभाग की मेंटेनेंस भी शून्य

बार बार बिजली गुल और है गर्मी फूल, बार बार बिजली के कटौती एवम आंख मिचौली से आमजन परेशान, 24 घण्टे विद्युत आपूर्ति की बात करने वाली सरकार के दावे भी खोखले नजर आते हुवे, विभाग की मेंटेनेंस भी शून्य


विवेक तिवारी सीजीनमन न्यूज़ पत्थलगांव

पत्थलगांव। इन दिनों गर्मी का पारा अपने चरम पर है, जिसके चलते गर्मी से तो लोग परेशान ही है। बार-बार बिजली बंद होने से दुकान संचालकों और कई जरुरी कार्य कर रहे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता हैं। वहीं लोग भीषण गर्मी से राहत पाने ac एवम अन्य संसाधनों के उपयोग के कारण ट्रांसफार्मर पर लोड भी बढ़ना स्वाभाविक है। ऐसे में विद्युत विभाग इन सबको देखते हुवे निजात दिलाने असक्षम नजर आ रही है। वहीं मेंटेनेंस की ओर नजर डालें तो विभाग इस ओर क्या मेंटेनेंस करती है ये लोगों के समझ से परे है। लोगों का कहना है कि जब लोड बढ़ रहा है तो उस लायक का ट्रान्सफार्मर लगाया जाये ताकि आमजनों को राहत मिल पाये। पर विभाग तो केवल रईसों के लिये है उन्हें  लाभ पहुंचाने सब प्रकार से तैयार रहती है, मानो आमजनों की विभाग में सुनने वाला कोई नही है।



छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार बकायदा छत्तीसगढ़ राज्य के निवासियों के लिए 24 घंटे विद्युत आपूर्ति की बात करती है, एवं अन्य राज्यों को बिजली भी बेची जाती है। इसके बावजूद यहां  बिजली कटौती एवम आंखमिचौली से आमजन परेशान है। वहीं सरकार भी बिजली की पूर्ति बंद होने पर टोल फ्री नंबर भी जारी किया गया है परंतु वहां भी किसी प्रकार की कोई सुनवाई नहीं होती है,केवल कंप्लेंट लिखना और इसके अलावा उनके द्वारा भी कोई जवाब नहीं मिल पाता है। जिसकी वजह से आमजन परेशान हैं। वहीं छत्तीसगढ़ सरकार ने 50 प्रतिशत बिजली हाफ का जो वादा किया था, सब फीका नजर आ रहा है, क्योंकि लोगो के यहां बिजली बिल हाफ न होकर दोगुना, तिगुना आ रहा है। कई-कई बार तो बिजली की रीडिंग लापरवाही के चलते लोगों के घरो में बिजली बिल ज्यादा पहुंच रहे हैं, बाद में जब बिजली दफ्तर में शिकायत लेकर जाया जाते हें तो रीडिंग गलत होने का दावा कर बिजली कम कर भेज दिया जाता है, लेकिन जो लोग बिजली विभाग नहीं पहुंचते वे बिजली बिल पूरा अदा कर देते हैं, इससे सिर्फ आमजन को ही परेशानी हो रही है। रही बात पत्थलगांव विद्युत विभाग की तो यहां के कर्मचारी फोन उठाना भी मुनासिब नहीं समझते जिसकी वजह से लोगों में दिन-ब-दिन विभाग के प्रति आक्रोश बढ़ता जा रहा है, गर्मी के कारण आमजन ऐसे ही परेशान हैं और बिजली की पूर्ति नहीं होने से उनका भी पारा गर्मी की भांति विभाग के प्रति लगातार बढ़ता चला जा रहा है।

शहरवासी विद्युत विभाग की लचर व्यवस्था से काफी परेशान नजर आ रहे हैं। इसका कारण मेंटनेंस के नाम पर खानापूर्ति होने को माना जा रहा है। एक ओर विभाग हर मौसम आने से पूर्व विद्युत विभाग द्वारा मेंटनेंस कराया जाता है। पर मेंटेनेंस के नाम पर खानापूर्ति होती है इसका खामियाजा शहर के लोग भुगत रहे हैं। गर्मी के मौसम में एसी, कूलर, पंखा चलने से लोड बढ़ जाता है। इस बात को ध्यान में रखते हुए विभाग द्वारा गर्मी से पहले जीर्ण-शीर्ण हो चुके तार व खंभा को बदलकर उसका मेंटनेंस करवाया जाता है। लेकिन विद्युत विभाग द्वारा हर बार इस नाम से केवल बस खानापूर्ति ही किया गया है एवम लाखों के व्यारे न्यारे करते नजर आती। अब मानसून भी शुरू होने वाला है, लेकिन मानसून पूर्व मेंटनेंस का भी पता नहीं है।

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