खबर चलने के बाद पत्थलगांव जनपद सीईओ ने की तमता में चल रहे मनरेगा के कार्यों का किया मौका जांच, अन्य सवालो पर बात घुमाते दिखे सीईओ, जांच के नाम पर केवल खानापूर्ति
विवेक तिवारी सीजीनमन न्यूज़ पत्थलगांव
पत्थलगांव। पत्थलगांव तहसील में बड़े पैमाने पर महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना के तहत ग्राम पंचायतों में कराए जा रहे निर्माण कार्य मशीनों से कराए जा रहे है। तमता ग्रामपंचायत में इस योजना के तहत हुवे निर्माण कार्य मे जेसीबी मशीन का खुलेआम उपयोग हुवा है, इस खबर के चलने के बाद पत्थलगांव जनपद सीईओ डॉ टी डी मरकाम अपनी टीम बना स्वम् मौके का मुआयना कर जांच प्रतिवेदन अपने उच्च अधिकारियों को भेजने की बात कही है। उन्होंने बताया कि हितग्राहियों के बात एवम गवाही से मशीन का उपयोग नही होना पाया गया है। उनके बातों से सांठगांठ होने की बात एकदम साफ झलक रही थी।
लेकिन वही सबसे बड़ा सवाल यह है कि इस योजना में खुदाई करवाये गये कुओं में जेसीबी मशीन का उपयोग एवम मशीन के आने जाने का रास्ता बना बकायदा तस्वीर में दिख रहा है, इसे भी सीईओ द्वारा नकार दिया जा रहा है। वही इस सवाल पर सीईओ अपना बात घुमाते नजर आये, इस तरह की जांच पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे है। अब देखना होगा कि यह मामला यही दब जाता है या इस मामले पर उच्च जांच होगी, या मामला ऐसे ही दबा दिया जायेगा। लोगों की माने तो उच्च अधिकारियों के द्वारा अगर इस मामले की जाँच कराई जाये तो ऐसे लोकल स्तर के अधिकारियों ने अपने जांच में किस तरह की गड़बड़ी की है वो पकड़ में आ जायेगा। बात से लग रहा मानो ऐसे ही जिम्मेदार अधिकारियों की मिली भगत के चलते मनरेगा के नियमों को धता बताया जा रहा है। इस तरह के जांच के बाद अंदाज लगाया जा सकता है की आम आदमी या ग्रामीण अपने क्षेत्र में हो रहे रसूखदार की शिकायत लेकर जायें तो कहां जाये। लोगो का मानना है कि जांच की गई है तो दर्पण की तरह साफ होने चाहिये। प्रमाणिकता के साथ फोटो दिखाया गया परन्तु उसे नकार दिया जा रहा है। ऐसा लग रहा मानो अपने लोगों को बचाने हितग्राहियों से दबावपूर्ण बात कहलवाई गई हो, ताकि वे बगैर कार्यवाई के अपना अपना हिस्सा बटोर सकें। शिकायत मिलने पर या समाचार के माध्यम से निर्माण कार्यों गड़बड़ी की सूचना प्राप्त होती है, तो अधिकारी तो बकायदा जांच कराने की बात कह देते हैं, लेकिन जांच के नाम पर कार्यवाई भी ऐसी होती है कि निर्माण एजेंसी एवम निर्माण कराने वाले किसी भी लोगो पर कोई कार्रवाई नहीं होती है। ऐसे में स्वम् ही अंदाजा लगा सकते है कि भ्रष्टाचार किस हद तक विभागो में घर कर गई है।
यह था पूरा मामला
ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत तमता में जेसीबी मशीन के द्वारा कुँआ निर्माण कार्य कराया जा है। इस निर्माण कार्य में जेसीबी मशीन का खुले आम उपयोग किया जाना बताया गया है। गरीब मजदूरों का हक मशीन ने छीन लिया है। वहीं, गांव के सरपंच, उपसरपंच, एवम ग्रामीण रोजगार सचिव मजदूरों का हक छीनने के लिए मजदूरों की जगह मशीन से काम लेने लगे हैं। जी हां ऐसे ही कुछ हो रहा है पत्थलगांव के तमता पंचायत में निर्माणाधीन हितग्राहियों के कुँआ निर्माण में।निर्माण कार्य जल्द खत्म करने और बेहतर कमीशन बचाने के ख्याल से मजदूरों को रोजगार नहीं देकर अपने जेब भरने का काम शुरू कर दिया है। इस मामले में रोजगार सचिव दुतिया भोय का कहना है कि इस निर्माण कार्य के बारे में मुझे अधिक जानकारी नही है सरपंच, उपसरपंच एवम सचिव द्वारा कार्य करवाया जा रहा है, मशीन से कार्य करवाने के सवाल पर उन्होंने अपने आप को अनजान बताया। वहीं तमता के घुटरापारा लोचन यादव, तिलमती , शिव प्रताप, लोहरसाय एवम अन्य हितग्राहियों के यहां कुँआ निर्माण में मशीनों का उपयोग होना बताया जा रहा है। वही कुंवा निर्माण में डेढ़ लाख से लेकर के ढाई लाख तक पैसे पास होना बताया जाता है, जिसमें एक मोटी कमीशन का खेल खेला जा रहा है, और भारी-भरकम राशि अपने जेब में डाल रहे हैं।