आकाशीय बिजली कहकर तो नहीं गिरती, लेकिन थोड़ी सी सावधानी से इसके कहर से बचा जा सकता, जशपुर जिले के अधिकांश पाठ क्षेत्रों में बज्रपात से हर साल जान गंवाते लोग
विवेक तिवारी सीजीनमन न्यूज़ पत्थलगांव
जशपुर। बरसात का मौसम आते ही आकाशीय बिजली के मामले भी बढ़ जाते हैं। हर साल आकाशीय बिजली गिरने से कई इंसानों व मवेशियों की मौत हो जाती है। जशपुर जिले में इन दिनों बरसाती मौसम के दौरान अधिकाधिक पाठ क्षेत्रों में आये दिन आकाशीय बिजली के शिकार होने के कारण कई लोग एवम मवेशी अपनी जान गंवा लेते है। जानकारी के अनुसार अभी शुरुआत में ही 3 से 4 लोगों ने इस मामले में अपनी जान गंवा ली है। वैसे तो आकाशीय बिजली कहकर नहीं गिरती, लेकिन थोड़ी सी सावधानी से इसके कहर से बचा जा सकता है।आकाशीय बिजली से बचने के लिए जरूरी है कुछ अपनी सावधानी बरतना, जिससे ऐसे हादसों में कमी आ सके और कई अपनी जान बचा सकें।
आकाशीय बिजली का वोल्टेज 10 करोड़ वोल्ट होता है, यही वजह है कि इस बिजली से आदमी की मौत हो जाती है। प्रदेश के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा वज्रपात, आकाशीय बिजली से बचने के लिए आम नागरिकों से सावधानियां बरतने की कई अपील की जाती है, परन्तु इस बात पर अमल न करना आम इंसान के लिये काफी खतरनाक सिद्ध होता नजर आता है। घर के बाहर किसी कार्य पर निकलने निकलने से पहले मौसम की पूर्वानुमान की जांच करें। बाहर गरज या बिजली चमक रही हो तो 30 मिनट घर के अंदर ही रहें। किसी कार्य के लिए घर से न निकले। यदि आपके आसपास कोई सुरक्षित आश्रय नहीं होने के कारण बाहर फंस गए हैं, तो तुरंत पहाड़ियों, पहाड़ की चोटियों या चोटियों जैसे ऊंचे स्थानों से दूर हो जाएं। निचले इलाके में एक आश्रय खोजें और सुनिश्चित करें कि चुने वाली स्थान पर बाढ़ आने की सम्भावना नही है। तालाबों, झीलों पानी वाले स्थानों से दूरी बनाए रखें। पेड़ की लकड़ी,लोहे से सम्बंधित, या किसी धातु से बने अन्य मलबे को अपने पास से हटा दें, इस दौरान धातु विद्युत लहर का संचालन कर सकती है।
यदि आप धातु को अंदर नहीं छू रहे हैं तो धातु की छत सुरक्षा प्रदान करेगी, खिड़की बंद होनी चाहिए और वाहन को पेड़ों और बिजली की लाइनों से दूर पार्क करना चाहिए। जंगली क्षेत्र विशेष रूप से वन क्षेत्र से निकलकर खुले मैदान की ओर जाए। बिजली गिरने से जंगल में आग लगने की संभावना होती है। स्नान न करें,बर्तन न धोयें, बिजली उपकरण को अनप्लग कर दे। सफर के दौरान अपने वाहनों में शीशे चढ़ा कर रखें, खुली वाहनो पर सफर न करें। बाइक सवार तो भूलकर भी पेड़ों के नीचे आश्रय न ले, दीवाल से टिक कर खड़ा न होये। यदि कही समूह में खड़े है तो एक दूसरे से एक निश्चित फासला बना ले। त्वचा में झुनझुनी के साथ आपकी गर्दन के पीछे खड़े बाल संकेत कर सकते हैं कि बिजली आने वाली है। जिससे आप सतर्क रह सकते है।