पत्थलगाँव के कोतबा में घायल सांप का चिकित्सकों ने किया सफल सर्जरी ,लाठी के हमले से था घायल
विवेक तिवारी सीजीनमन न्यूज़ पत्थलगांव
पत्थलगांव । जशपुर जिले के नगर पंचायर कोतबा के वार्ड नंबर 13 बजारडांड़ स्थित मकान में घायल जहरीले कोबरा सांप को चिकित्सकों द्वारा सफल सर्जरी किया गया । दरअसल कोतबा के बजारडाढ़ निवासी मयंक शर्मा को सूचना देकर रेस्क्यू के लिए बुलाया गया था, जहाँ सांप के हिस्से में लाठी के प्रहार से आए चोट के निशान थे। इससे वह रेंग नहीं पा रहा था। जहां इसकी सूचना वन विभाग को देने परबीट गार्ड लखेश पैंकरा पहुंचे। इसके बाद सांप को पशु चिकित्सा अस्पताल ले जाया गया। यहां सहायक पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. दिलीप खलखो ने सांप की सर्जरी की। इसके बाद सांप को कोतबा से 7 किमी दूर रेंचुआघाट के जंगल में छोड़ा गया। 30 मिनट में पूरे शरीर में फैलता है जहर, एक बूंद भी खतरनाक मयंक ने बताया ब्लैक कोबरा इतने खतरनाक होते हैं कि 3 मीटर दूरी तक जहर उगल सकते हैं। इनके जहर की एक बूंद से आंखों की रोशनी हमेशा के लिए जा सकती है। आपको बता दें कि जशपुर जिले में नागलोक के नाम से चर्चित पत्थलगांव क्षेत्र के सरकारी अस्पतालों में सर्पदंश के मरीजों के सघन उपचार के साथ घायल जहरीले सांपों का भी उपचार किया जा रहा है। पशु चिकित्सा विभाग के प्रमुख चिकित्सक दिलीप खलखो ने बताया कि सांपों का रेस्क्यू ऑपरेशन करने वाली टीम के सदस्यों ने आज एक गंभीर रूप से घायल नाग को पशु चिकित्सालय कोतबा ले जाकर उसका उपचार कराया। इसके बाद उसे सकुशल जंगल में छोड़ दिया। उन्होंने कहा कि कोई अगर सरकारी अस्पताल में बेहद जहरीला घायल सांप का भी उपचार होते देखे, तो भयवश निश्चित ही उसके रोंगटे खड़े हो जाऐंगे। दरअसल, पत्थलगांव क्षेत्र में सांपों का रेस्क्यू ऑपरेशन करने वाली टीम के प्रमुख मयंक शर्मा का कहना है कि पर्यावरण संरक्षण के लिए सांपों की उपस्थिति भी आवश्यक है। इसी वजह वे वन कर्मियों के साथ सांपों का रेस्क्यू के बाद उन्हें सुरक्षित जंगल में छोड़ देते हैं। बरसात के मौसम में पत्थलगांव, कोतबा और कांसाबेल क्षेत्र में किसानों के खेत खलिहान और घरों में आए दिन जहरीले सांप दिखाई दे जाते हैं। घरों में सांप दिखने के बाद लोग सांप पकड़ने वाले दल को सूचित करते हैं और ऐसे में कई बार सांप घायल भी हो जाते हैं।