दो दिवसीय छत्तीसगढ़ प्रवास पर राजधानी पहुँचने पर राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का आत्मीय स्वागत
भगवान जगन्नाथ से देशवासियों की सुख-समृद्धि एवं निरंतर प्रगति की कामना की
राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु रायपुर के महंत घासीदास स्मारक संग्रहालय पहुंचीं
रायपुर। भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु अपने दो दिवसीय छत्तीसगढ़ प्रवास पर आज राजधानी रायपुर पहुँची। स्वामी विवेकानंद विमानतल पर राष्ट्रपति का स्वागत छत्तीसगढ़ के राज्यपाल श्री विश्वभूषण हरिचंदन एवं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया। राष्ट्रपति को यहाँ पर गार्ड आफ आनर भी दिया गया।
रायपुर नगर निगम के महापौर एजाज ढेबर, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा, रायपुर कलेक्टर डा. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने भी राष्ट्रपति का आत्मीय स्वागत किया ।
उसके पश्चात राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु राजधानी के गायत्री नगर स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर पहुँची। यहाँ उन्होंने भगवान जगन्नाथ, बलभद्र जी तथा सुभद्रा जी के दर्शन किये। यहाँ उन्होंने देशवासियों की सुख-समृद्धि एवं निरंतर प्रगति की कामना की।
राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु रायपुर के महंत घासीदास स्मारक संग्रहालय पहुंचीं
यहां संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का स्वागत किया। राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मू संग्रहालय में छत्तीसगढ़ के पुरातात्विक वैभव से रूबरू हुईं और यहां की ऐतिहासिक पृष्टभूमि से जुड़ी पुरातन एवं संग्रहणीय वस्तुओं का अवलोकन किया। उन्होंने छत्तीसगढ़ और अन्य क्षेत्रों से प्राप्त प्रागैतिहासिक पत्थर के औजारों, प्राचीन मूर्तियों, अभिलेखों, ताम्रपत्रों और सिक्कों का अवलोकन किया और संग्रहालय में रखी गई आदिवासी संस्कृति और आधुनिक शिल्प से संबंधित सामग्रियां के बारे में भी जानकारी ली।
राष्ट्रपति ने गौरवशाली अतीत के साक्ष्यों को संभालने के लिए संग्रहालय की पूरी टीम को दी बधाई
महंत घासीदास स्मारक संग्रहालय के भ्रमण के बाद राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने संग्रहालय की टीम की सराहना की। उन्होंने विजिटर्स बुक में लिखा कि यहां प्रदर्शित कलाकृतियां और प्राचीन अवशेष भारतीय इतिहास के ज्ञान में वृद्धि करते हैं। रुद्रशिव की मूर्ति, सिरपुर की धातु मूर्तियां तथा लकड़ी के खंभे पर दो हजार साल पहले लिखा गया लेख इस संग्रहालय में सावधानीपूर्वक रखे गए हैं। उन्होंने गौरवशाली अतीत के साक्ष्यों को संभालने के लिए संग्रहालय की पूरी टीम को बधाई दी।