शहरवासी जाम से हलाकान, जिम्मेदार अनजान, सड़क किनारे बेतरतीब वाहन खड़े करने वालों के कारण नगर में लगती है घण्टो जाम, व्यवसायिक प्रतिष्ठानों एवम बैंको के पास नही पार्किंग व्यवस्था
सड़कों तक सामान फैलाये दुकानदार, नगरपंचायत का भी इस ओर सुस्त रवैया, स्थानीय प्रशासन को ध्यान देने की आवश्यकता
लोडिंग अनलोडिंग हेतु पूर्व में व्यवसाइयों के साथ कई बार हो चुकी है बैठक नतीजा रहा शून्य
पत्थलगांव। इन दिनों पत्थलगांव के नगरवासी को सड़क के जाम ने हलाकान कर दिया है। हर रोज सुबह से लेकर शाम तक जाम के झाम से आजिज लोग यहां की व्यवस्था को कोसते नजर आते हैं। वही प्रशासन भी इससे अनजान नही है उसके बावजूद इनकी ओर से कोई भी ठोस कदम नही उठाया जा रहा है। जिससे आमजनों को इस समस्या से निजात मिल सके।
यहां बैंकों, व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में पार्किंग न होना जैसे कई वजह से जाम बढ़ा है । यह सब जानते हैं बावजूद इसके यातायात पुलिस की लापरवाही और वाहन चालकों की मनमानी बनी हुई है। मार्गो का चिह्नित कर यदि यातायात पुलिस योजनाबद्ध तरीके से वाहनों को निकलने दे तो राहत मिल सकती है। वहीं स्थानीय प्रशासन भी जाम से भलीभांति परिचित है पर इस ओर आजतलक कोई ठोस उपाय नही निकाला गया है, जिसके कारण आमजन इस समस्या से परेशान है। यहां दिन भर सड़कों में बड़ी बड़ी वाहनों को खड़ी कर मनमाने ढंग से सामान लोडिंग अनलोडिंग कराई जाती है ऐसा लगता है मानो इनको किसी का डर भय नही, इनके कारण आमजनों को घण्टो जाम से जूझना पड़ता है।
लोडिंग अनलोडिंग हेतु पूर्व में व्यवसाइयों के साथ कई बार हो चुकी है बैठक नतीजा रहा शून्य
पत्थलगांव नगर की इस समस्या को लेकर पुलिस अधिकारियों एवम स्थानीय प्रशासन व व्यवसायियों से कई बार बैठक हो चुकी है। पर आजतक इस समस्या से निजात आमजनों को नही मिल पाई है। इस बैठक में शहर के व्यवसायियों के साथ दुकानों के सामने ट्रकों को खड़ी कर लोडिंग अनलोडिंग हेतु समय निर्धारित करने की बात होती रही पर आजतक इस बात पर कोई अमल नही किया गया, या कहा जाये तो इस बैठको का नतीजा शून्य ही रह है। जिसकी वजह से लोगों को आजतक जाम से छुटकारा नही मिल पाया है। वही बिलाइटंगर सहित कई मोहल्ले के तंग गलियों में भी हर रोज बड़ी वाहनो को ले जाया जाता है, जिसके कारण हमेशा मोहल्ले में भी हादसे होने की संभावना रहती है। इस ओर प्रशासन का ध्यान ही नही है।
नगर में चौड़ीकरण की आवश्यकता
लोगों का कहना है कि नगर में हमेशा जाम की स्थिति बने रहती है, इसका मुख्य कारण सड़क तक की दुकान उसके बाद दुकानों का सामान बाहर निकाल कर रखा जाता है। एवं बड़ी गाड़ियों को खड़े कर हमेशा लोडिंग अनलोडिंग की जाती है। यदि सड़क का चौड़ीकरण हो जाए तो इस समस्या से निजात मिल सकता है, जैसे छोटे से लेलूंगा तहसील में जिस प्रकार से एक तरफा एवम छोटा हो या बड़ा बिना चेहरा देखे जिस प्रकार से तोड़फोड़ की कार्रवाई गई थी उसी आधार से पत्थलगांव को भी जरूरत है। उनका कहना है कि यहां जिले या ब्लॉक मे कड़क व निडर अधिकारी की जरूरत है जो अतिक्रमण को देखते हुवे तोड़फोड़ करने में सक्षम हो। जिससे जाम एवम अतिक्रमण जैसे समस्याओं से नगरवासियों को निजात मिल सके।
हादसों के बाद भी सबक नही
इसी जाम एवम अव्यवस्थित यातायात के वजह से नगर में कई अप्रिय घटना हो चुकी है और लोग मौत के मुह में समा चुके है। इसके बावजूद लोगों में सुधार नही आ पा रहा। हादसों के कुछ दिन लोगो मे सुधार दिखता एवम सुगम यातायात में सहयोग करने की बातें करते नजर आते है पर कुछ दिनों बाद जस का तस नजर आता है।
कार्रवाई की होती है रस्म अदायगी
शहर में यातायात की व्यवस्था सुधार के लिए जो विभाग ही अलग से बना है उसे कोई सरोकार नहीं है। कार्रवाई भी सिर्फ रस्म अदायगी की होती है। शहर के तीनों मुख्य मार्गो में सबसे ज्यादा ट्रैफिक व्यवस्था चरमराई हुई हैं। दुकानदारों सहित ग्राहकों द्वारा मनमानी पार्किंग की जा रही है। सबसे अधिक रायगढ़ रोड स्टेट बैंक के सामने, जशपुर रोड में pnbबैक, अस्पताल से लेकर गुरुकुल कालेज तक अम्बिकापुर रोड में पोस्ट ऑफिस से लेकर सेंट जेवियर्स चौक तक हमेशा जाम लग जाती है। लोगों का कहना है कि यहां लगातार चलानी कार्रवाई हो तो कुछ राहत मिल सकती है। पर यातायात विभाग इन स्थानों में कार्रवाई से परहेज किया जाता है। हर समय यहां लोग जाम में रेंगते हैं, लेकिन पुलिस, स्थानीय प्रशासन व नगर पंचायत को नगर की समस्या से कोई सरोकार नहीं है।