जशपुर जिले के पत्थलगांव थानाक्षेत्र में 2 अलग अलग सड़क दुर्घटनाओं में 1 की मौत और 5 लोग घायल
बाराती बस ओर ट्रक में रगड़ 1 की मौत 2 घायल, बस ने मारी दम्पत्ति को टक्कर दम्पत्ति समेत एक मासूम बच्ची गंभीर रुप से घायल
पत्थलगांव। जशपुर जिले के पत्थलगांव थानाक्षेत्र में 2 अलग अलग सड़क दुर्घटनाओं में 1 की मौत और 5 लोगों के घायल होने की ख़बर है। दरअसल पत्थलगांव के सुखरापारा और कछार में ये सड़क दुर्घटना हुई है। पहली घटना सुखरापारा में हुई जहां एक बारातियों से भरी बस और ट्रक साइड लेते समय रगड़ा गई इस दौरान बस में सवार 1 युवक की मौत हो गयी वहीं बस में सवार 2 लोग गंभीर रुप से घायल हो गए। दूसरी घटना पत्थलगांव थानाक्षेत्र के ही कछार में घटित हुई जहां एक तेज रफ्तार यात्री बस ने बाइक सवार दम्पत्ति को टक्कर मार दी इस दौरान दम्पत्ति उमेश लकड़ा एवं प्रियंका लकड़ा निवासी लुड़ेग समेत एक मासूम बच्ची भी गंभीर रुप से घायल हो गई। दोनों सड़क घटनाओं में गंभीर रुप से घायल 5 लोगों को अम्बिकापुर जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है जहां उनका उपचार जारी है। जिनमें 2 की हालत नाजुक बनी हुई है। फिलहाल दोनों सड़क दुर्घटनाओं के बाद पुलिस ने दोनों बस और ट्रक को जब्त कर थाने ले आई है और मामले की जांच में जुट गई है।
पहली घटना बीती रात लगभग 11 बजे का है जब अवतार बस क्रमांक सीजी 13 aj 2993 बाराती लेकर बलरामपुर से धर्मजयगढ़ लौट रही थी सुखरापारा में सामने से तेज गति से आ रहे ट्रक क्रमांक सीजी 14 एम जी 9654 के चालक ने बस को एक साईड से रगड़ दिया, बस की सीट पर बैठे बाराती संजय टिवरी पिता रूस कुमार निवासी बेहरापारा धर्मजयगढ़ निवासी का सर फटकर अलग हो गया जिससे उसी मौके पर ही मौत हो गई।वही बाराती अश्विन तिवरी पिता सुनील 18 निवासी सिविल लाइन धर्मजयगढ़ का दाया हाथ और माधुरी यादव पिता जगत उम्र 17 का भी दायां हाथ कटकर अलग हो गया, घटना की सुचना मिलते ही मोके पर पुलिस ने पहुंचकर सभी घायलों को इलाज के पत्थलगांव सिविल अस्पताल लाया।जहा से गम्भीर रूप से घायल दोनों मरीजो को अम्बिकापुर रेफर किया गया है बताया जा रहा है की दोनों घायल का हाथ काटकर अलग हो जाने से दोनों की हालत बेहद नाज़ुक बनी हुई है।
इन दिनों ट्रक एवं बस चालकों की मनमानी के कारण ऐसे हादसे होते रहते हैं। ये चालक यातायात नियमों को दरकिनार करते हुए चलते है, इनकी रफ्तार दिन-ब-दिन बढ़ती चली जा रही है। आमने-सामने आने के बाद ही एक दूसरे को साइड दिया जाता है। जिसका नतीजा ऐसी घटनाओं से आमलोगों को भुगतना पड़ता है। वही आजकल बस चालको को अधिक से अधिक सवारी बैठाने की होड़ लगी रहती है, उनकी रफ्तार बीच शहर में भी कमी नहीं होती है। यह इतने तेज गति से वाहन चलाते हैं मानो इन्हें ही सबसे जल्दी पहुंचना हो । अन्य गाड़ियों को साइड ना देना एवं सामने से आ रही ट्रक व अन्य वाहनों से कट मार कर निकालना इनकी आदत में शुमार है। पास आते ही कट मारने से अन्य चालक घबरा जाते हैं और ऐसे हादसे सामने निकल कर आते हैं।