छत्तीसगढ़ पुलिस ने महाराष्ट्र से 26 सटोरियों को किया गिरफ्तार,

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छत्तीसगढ़ पुलिस ने महाराष्ट्र से 26 सटोरियों को किया गिरफ्तार,

छत्तीसगढ़ पुलिस ने महाराष्ट्र से 26 सटोरियों को किया गिरफ्तार, 

महादेव पैनल, अन्ना रेड्डी 67, लेजर 10 जैसे एप्लिकेशन से IPL में खिला रहे थे करोड़ों का सट्टा

30 करोड़ के लेन-देन का इनके पास मिला हिसाब, अब 200 से ज्यादा बैंक खातों पर है पुलिस की नजर




छत्तीसगढ़ पुलिस ने महाराष्ट्र से 26 सटोरियों को गिरफ्तार किया है। रायपुर में पुलिस ने इसका खुलासा करते हुए बताया कि, ये आरोपी महादेव पैनल, अन्ना रेड्डी 67, लेजर 10 जैसे एप्लिकेशन की मदद से IPL में करोड़ों का सट्टा खिला रहे थे। पुलिस ने पुणे के फ्लैट में रेड मारकर इन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

दरअसल रायपुर के गंज थाना क्षेत्र में आनलाइन सट्टा के खिलाफ रेड करने गई पुलिस को कोलकाता और गोवा का लिंक मिला था। जिसके बाद मुंबई में मौजूद रायपुर पुलिस की टीम को गोवा और कोलकाता मूव किया गया था। रायपुर, कोलकाता और गोवा तीनों जगह से 8 सटोरियों को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद पुणे से 26 आरोपित पकड़े गए। महाराष्ट्र पुणे के भारती विद्यापीठ क्षेत्र और राजदीप अपार्टमेंट में दो फ्लैट किराए पर लिए गए थे। अपार्टमेंट के तीसरे फ्लोर पर सट्टे का संचालन चल रहा था। सभी पैनल रायपुर के पप्पू जेठवानी द्वारा संचालित किया जा रहा था। वह फरार है। जिसकी पतासाजी की जा रही है। जहां सट्टा चल रहा था, वहां नौ फ्लोर होने की वजह से पुलिस को आरोपितों को पकड़ना मुश्किल हो रहा था। सात दिनों तक पुलिस कर्मियों ने दूधवाला-सब्जीवाला और ड्राई क्लीनर्स बनकर फ्लैट की रेकी की। 10 से 12 फ्लैट में किसी न किसी बहाने पुलिस ने प्रवेश किया। इसके बाद जब आधी रात को दोनों फ्लैट में दबिश देकर दबोचा। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि कई और लोगों का नाम चला है, जिनकी पतासाजी में पुलिस की टीमें लगी हुई हैं। मिले बैंक खातों की डिटेल निकाली जा रही है।

पुणे में दो फ्लैट किराए पर लिए गए थे। 70-70 हजार रुपये फ्लैट का किराया था। लगभग छह महीने से ये लोग यहां रह रहे थे। वहीं से संचालन कर रहे थे। पुलिस ने जिन 26 सटोरियों को गिरफ्तार किया है, उन्होंने पूछताछ में पुलिस को बताया कि वो फ्लैट के बाहर सिर्फ पब जाने और पार्टी करने के लिए निकलते थे। इसके अलावा खाने-पीने और शापिंग से जुड़ी सभी चीजें फ्लैट के दरवाजे पर ही आर्डर से मंगा ली जाती थी। आरोपितों ने तीन कुक भी रखे थे, जो इन सटोरियों को मनपसंद खाना बनाकर देते थे। यही बाहर जाकर भी जरूरी चीजें ले आया करते थे। पैनल के संचालकों द्वारा लगातार पुलिस की कार्रवाई पर नजर रखी जाती है। पिछले दिनों रायपुर पुलिस ने गोवा से आठ आरोपितों को गिरफ्तार किया था, जिसके बाद संचालक द्वारा न्यू पेपर पर नजर रखी जा रही थी। पुलिस क्या कर रही, इस पर ध्यान था। कार्रवाई के बाद कुछ दिनों तक किसी भी नए व्यक्ति को टीम में शामिल नहीं किया जाता गया। गिरफ्तार आरोपितों ने बताया कि तीन शिफ्ट में काम चलता था। सभी का काम बंटा हुआ था। महीने में 20 से 25 हजार वेतन मिलता था। किसी को भी बाहर जाने की अनुमति नहीं थी। फोन पर स्वजन को भी बताने से पहले ही मना कर दिया जाता था। पहले एक पैनल चलता है जब लोग बढ़ते हैं तो संचालक द्वारा उसे बढ़ा दिया जाता है।

गिरफ्तार आरोपितों में से वैशाली नगर थाना जिला दुर्ग निवासी सौरभ शुक्ला (27) दुबई में ट्रेनिंग ले चुका है। वह पैसे के ट्रांजेक्शन की तीन महीने की ट्रेनिंग लेकर दुबई से लौटा था। उसे पुलिस तीन बार गिरफ्तार कर चुकी है। इससे पहले ओडिशा से गिरफ्तार किया गया था। उस दौरान उसने बताया था कि वहां 70 से ज्यादा लोग दुबई में ट्रेनिंग ले रहे हैं।

छत्तीसगढ़ पुलिस ने सट्टा के आरोपितों में  सुजल रूपरेला, शशांक कुमार राय, राहुल प्रीतवानी, रवि तेलवानी, देवेश सचदेव, शेखर वाधवानी, अक्षत दुबे रायपुर, समीर मेश्राम मोहला मानपुर, साहिल साहू कोरबा, जान सिंह छावनी दुर्ग, अर्पित छाबड़ा दुर्ग, रोहित यादव राजनांदगांव, मयंक लोहानी राजनांदगांव, मिथुन चौहान चांपा, सौरभ शुक्ला वैशाली नगर दुर्ग, अंश भटठी जामुल दुर्ग, अक्षत धनकर अहिरवारा दुर्ग, हिरेश कुमार प्रजापति पटना कोरिया, विशाल कुमार चांपा, आशय शिंदे भिलाई, आशीष पाहुजा कोरबा, कमल सिंह सूरजपुर, भुनेश कुमार हमीरपुर उप्र, साहित पराते, राहुल कोल्हाटकर बालाघाट, अनुराग डहरिया छिन्दवाड़ा को गिफ्तार किया है, बाकी लोगों की तलाश जारी है।

बात दें कि महादेव सट्टा एप केस में लगातार नए राजफाश हो रहे हैं। पुणे से पकड़े गए 26 आरोपितों से जब्त बैंक खाते के आधार पर जांच तेज कर दी गई है। 30 करोड़ के लेन-देन का हिसाब इनके पास मिला है। अब 200 से ज्यादा बैंक खातों पर पुलिस की नजर है। बैंक से सभी खातों की जानकारी मांगी गई है। खाते किस तरह से खोले गए और कब से लेन-देन चल रहा है। 15 बैंक खातों के कनेक्शन रायपुर, दुर्ग, भिलाई के हैं। बैंक खातों की शुरुआती जांच में बड़े लेनदेन की जानकारी पुलिस को मिली है। यह लेनदेन 50 हजार रुपये से ज्यादा का नहीं होता था। अब हर दिन लाखों रुपये पर हो रहा है। इस छापामार कार्रवाई के दौरान बड़ी संख्या में मोबाइल, लैपटाप आदि बरामद किया गया था। जब्त किए गए इलेक्ट्रानिक उपकरणों को जब सायबर टीम ने खंगालना शुरू किया तो बैंक खातों की जानकारी निकल कर सामने आई। शुरुआत में सबसे पहले दुर्ग जिले की पुलिस ने महादेव सट्टा एप को लेकर कानून कार्रवाई की थी। इंटरनेशनल कनेक्शन के चलते ईडी ने जांच करना शुरू किया। अब ईओडब्ल्यू की टीम भी इस मामले में जांच कर रही है। इनके पास से ग्यारह लैपटॉप, अंठानवे मोबाइल, तीस पासबुक, नौ चेकबुक, इकयासी एटीएम कार्ड और पचास सिम कार्ड बरामद किए गए हैं, जिनकी कीमत करीब पच्चीस लाख रूपये बताई गई है। इन सटोरियों से जब्त लैपटॉप और मोबाइल फोन के माध्यम से लगभग तीस करोड़ रूपये से अधिक के लेनदेन की जानकारी प्राप्त हुई है। 

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