छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार में सतनामी समुदाय के प्रदर्शन के दौरान हुवा बवाल,
आगजनी और तोड़फोड़ के चलते बड़ी संख्या में हुवे वाहन क्षतिग्रस्त
25 से ज्यादा पुलिस एवम प्रशासनिक कर्मचारियों को आई गंभीर चोट, जिले में 144 लागू
गृहमंत्री विजय शर्मा ने इस पूरे मामले के लिए न्यायिक जांच कराने की घोषणा
छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार में सतनामी समुदाय के प्रदर्शन के दौरान सोमवार को बवाल हो गया। लोगों ने कलेक्ट्रेट में खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ की। इसके बाद भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया। पथराव और गाड़ियों में तोड़फोड़ के बीच कुछ लोगों ने कलेक्ट्रेट में आगजनी की। इससे कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जलकर खाक हो गए।
इसके बाद प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई। इसमें पुलिसकर्मियों सहित कुछ लोग भी घायल हुए हैं।आगजनी और तोड़फोड़ के चलते बड़ी संख्या में वाहन क्षतिग्रस्त हो गए हैं। दर्जनों चार पहिया और दो पहिया वाहन जलकर खाक हो गए। वहीं कलेक्टर और एसपी दफ्तर में भी आग से लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। बवाल के दौरान करीब 7-8 हजार प्रदर्शनकारी इकट्ठा हुए, कलेक्ट्रेट परिसर में सरकारी और प्राइवेट को मिलाकर करीब 100 बाइक में तोड़फोड़, 30 से ज्यादा चारपहिया वाहनों में भी तोड़फोड़, शहर के रोड में लगे CCTV कैमरों को तोड़ा गया, 25 से ज्यादा पुलिस, प्रशासनिक कर्मचारियों को गंभीर चोट आई।
सतनामी समाज के विभिन्न संगठनों एवं प्रतिनिधियों की मांग पर गिरौदपुरी धाम के पवित्र अमरगुफा के नजदीक जैतखांभ में हुई तोड़फोड़ पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निर्देशानुसार उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा ने इस पूरे मामले के लिए न्यायिक जांच कराने की घोषणा की है। उन्होंने दो टूक कहा की प्रदेश में कही भी सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वाली घटनाओं को बर्दाश्त नही की जाएगी ऐसे कृत्य करने वाले दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही सभी से सामाजिक सौहार्द्र बनाए रखने की अपील भी की है।
वहीं दिल्ली गए डिप्टी CM और गृहमंत्री विजय शर्मा सूचना मिलने के बाद रायपुर पहुंचे। पहले उन्हें मंगलवार को रायपुर लौटना था। गृहमंत्री विजय शर्मा बीती रात 2 बजे बलौदाबाजार कलेक्ट्रेट पहुंचे। उन्होंने ट्विटर पर घटनास्थल का निरीक्षण करते फोटो साझा किया है। जिसमें लिखा, बलौदाबाजार में हुए सरकारी कार्यालयों में आगजनी की घटना वीभत्स है, आज घटना स्थल का निरीक्षण किया। असामाजिक तत्वों द्वारा सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वाली घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। कड़ी कार्यवाही की जाएगी। समाज के लोगो से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं। घटना स्थल में साथ में कैबिनेट मंत्री दयाल दास बघेल , टंकराम वर्मा, पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
जिले में धारा-144 लागू
बलौदाबाजार जिले में हुई हिंसा के बाद अब शहर में धारा-144 लागू कर दी गई है। स्थिति बिगड़ने के बाद कलेक्टर केएल चौहान ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। कलेक्टर का यह आदेश 16 जून तक लागू रहेगी। इस दौरान बलौदाबाजार में रैली, जुलूस पूरी तरह प्रतिबंधित रहेंगे। इसके साथ ही एक ही स्थान पर 5 या उससे अधिक व्यक्ति एक साथ प्रवेश नहीं कर पाएंगे।
दरअसल, धार्मिक स्थल पर तोड़फोड़ के बाद हुई हिंसात्मक प्रदर्शन के बाद शहर की स्थिति बिगड़ गई थी। यहां तक की दो बड़े सरकारी दफ्तरों को आग के हवाले कर दिया गया। यही वजह है कि शहर में अब धारा 144 लागू की गई है। कलेक्टर की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि जिला मुख्यालय में एक साथ 5 लोगों की प्रवेश प्रतिबंधित रहेगी। अस्त्र-शस्त्र के साथ लाठी, चाकू और तलवार लेकर घूमना प्रतिबंधित रहेगा। हालांकि जवानों के लिए अस्त्र-शस्त्र और दिव्यांगों के लिए लाठी छूट रहेगी।
सीएम विष्णु साय में अपने x पर लिखा है कि
बलौदा बाजार जिले में उत्पन्न हुई अप्रिय स्थिति पर आईजी व कमिश्नर को तत्काल घटनास्थल पर पहुंचने के निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव और डीजीपी को तलब कर घटना की प्रारंभिक जानकारी ली एवं घटना की रिपोर्ट भी मंगाई है।
ज्ञातव्य हो गिरौदपुरी के अमर गुफा मामले में पूर्व में ही न्यायिक जांच हेतु गृहमंत्री श्री विजय शर्मा को निर्देशित किया था, जिसकी घोषणा उनके द्वारा की गई थी। सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं और सभी से शांति व सौहार्द बनाए रखने की अपील की है।
जैतखाम तोड़ने से नाराज है समाज
जानकारी के मुताबिक, 15 मई की देर रात सतनामी समुदाय के धार्मिक स्थल गिरौदपुरी धाम से करीब 5 किमी मानाकोनी बस्ती स्थित बाघिन गुफा में लगे धार्मिक चिन्ह जैतखाम को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। जैतखाम तोड़े जाने के विरोध में समाज के हजारों लोग कलेक्ट्रेट के पास मौजूद दशहरा मैदान में कई दिन से प्रदर्शन कर रहे थे।
पुलिस ने इस मामले में 3 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। लोगों का आरोप है कि पकड़े गए लोग असली आरोपी नहीं हैं और पुलिस दोषियों को बचा रही है। सोमवार को प्रदर्शन के दौरान लोग इसी बात को लेकर उग्र हो गए। इसके बाद हालात बिगड़ते चले गए।