जशपुर जिले में मिला सोने व हीरे का भंडार, सोने की खदानों के 2 ब्लॉक की नीलामी प्रक्रिया शुरू, टेंडर जारी
राज्य को अतिरिक्त राजस्व प्राप्त होने की उम्मीद
रायपुर। छत्तीसगढ़ में धरती के गर्भ में बड़ी मात्रा में कीमती खनिज संपदाएं छुपी हुई हैं। छत्तीसगढ़ में खनिज संपदाओं की खोज ने राज्य को फिर से सुर्खियों में ला दिया है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के गृह जिले जशपुर में सोने का विशाल भंडार मिला है। दरअसल राज्य सरकार के अधीन खनिज संसाधन विभाग ने चार अलग-अलग ब्लॉक्स की नीलामी के लिए टेंडर जारी किया है। इनमें से 2 ब्लॉक तो कबीरधाम जिले में बाक्साइट खनन के लिए है। वहीं जशपुर जिले में सोने की खदानों के लिए 2 ब्लॉक की नीलामी की जाएगी। जिससे राज्य को अतिरिक्त राजस्व प्राप्त होने की उम्मीद है।
जिले के बनगांव क्षेत्र में भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण की टीम ने गहन सर्वेक्षण के बाद सोने के भंडार की पुष्टि की है। इसके अलावा, सरकारी संस्था मिनरल एक्सप्लोरेशन एंड कंसल्टेंसी लिमिटेड और निजी संस्था जियोमाइसोर सर्विसेज इंडिया ने मिलकर मेंडरबहार भगोरा क्षेत्र में भी स्वर्ण भंडार की पुष्टि की है।
वही जशपुर स्थित तुमला गांव में भी हीरे का भंडार मिला है। यहां 25 वर्ग किलोमीटर के दायरे में हीरे होने की पुष्टि हुई है। यह क्षेत्र हीरे की संभावनाओं के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है और यहां बड़े पैमाने पर हीरे मिलने की संभावना है। पूरे क्षेत्र में मौजूद संकेतक खनिजों क्रोमाइट,पाइरोप, इल्मेनाइट व अन्य भी इसकी पुष्टि कर रहे हैं। संकेतक खनिज उच्च ताप व दाब में ही मिलते हैं। हीरा भी उच्च ताप व दाब में मिलता है।
पिछले साल खनिज विभाग ने महासमुंद और कांकेर जिले में तीन खनिज ब्लॉक्स में सोने और हीरे के खनन के लिए ई-टेंडर जारी किया था। इसमें लगभग 7205 एकड़ में कई बहुमूल्य धातुओं की खोज की जाएगी। इन खोजों से छत्तीसगढ़ को अतिरिक्त राजस्व प्राप्त होगा, जो राज्य के आर्थिक विकास में सहायक होगा।