शराबी पुत्र से आये दिन परेशान होकर पिता ने पुत्र को कुल्हाड़ी से वारकर उतारा मौत के घाट
आरोपी पिता घटना घटित कर फरार था, जिसे चंद घंटे में ही गिरफ्तार कर भेजा गया जेल
मामले का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि 34 वर्षीय प्रार्थिया ने दिनांक 05.09.2024 को थाना दुलदुला में रिपोर्ट दर्ज कराई कि इसके घर में पति दिलीप कुजूर उम्र 37 साल, 03 बच्चे एवं ससुर भिनसेंट कुजूर उम्र 62 साल के साथ में रहते हैं, प्रार्थिया का पति दिलीप कुजूर शराब पीने का आदि था और प्रतिदिन घर में रखे चावल, दाल, धान इत्यादि को बेंचकर शराब पी जाता था, वह घर का कोई काम नहीं करता था। प्रार्थिया के घर का सारा काम, खेती-बारी से लेकर जानवरों की देखभाल तक इसके ससुर भिनसेंट कुजूर किया करते थे। प्रार्थिया का पति रोज दिन शराब पीता था इससे पूरा परिवार परेशान था।
दिनांक 04.09.2024 की रात्रि लगभग 08 बजे प्रार्थिया का ससुर भिनसेंट कुजूर बस्ती तरफ से शराब पीकर आया और खाना खाकर अपने कमरे में सोने के लिये चले गये। प्रार्थिया का पति दिलीप कुजूर रात्रि 10ः30 बजे बस्ती तरफ से शराब पीकर आया और पूछा कि पिताजी को खाना दिये हो या नहीं? प्रार्थिया द्वारा खाना दे दी हूं बोली, इस बात को दिलीप कुजूर सुन नहीं पाया और इसे एक झापड़ मारते हुये अपने पिता को देखने के लिये चला गया। दिलीप कुजूर ने अपने पिता भिनसेंट कुजूर से कहा कि खाना दिया गया है, क्यों नहीं खा रहे हो, तो भिनसेंट कुजूर ने उसे कहा कि जब मन लगेगा तो खा लूंगा बोला एवं भिनसेंट कुजूर ने अपने पुत्र को कहा कि रोज शराब पीकर आते हो, काम-धाम कुछ करते नहीं हो बोलने लगा, इतने में दोनों के बीच झगड़ा हुआ-विवाद, हाथ-मुक्का से मारपीट होने लगा, इसी दौरान भिनसेंट कुजूर ने अपने पुत्र को धक्का मारकर जमीन में गिरा दिया एवं पास रखे कुल्हाड़ी से 05-06 बार दिलीप कुजूर के सिर में वारकर हत्या कर दिया। आरोपी घटना घटित कर फरार हो गया था जिसे चंद घंटे के भीतर ही मुखबीर सूचना पर अभिरक्षा में लेकर पूछताछ करने पर उक्त घटना को घटित करना स्वीकार किया एवं उसके कब्जे से घटना में प्रयुक्त लोहे का कुल्हाड़ी को जप्त किया गया। आरोपी के विरूद्ध अपराध सबूत पाये जाने पर *आरोपी भिनसेंट कुजूर उम्र 62 साल निवासी बनगांव* को दिनांक 05.09.2024 को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है।
प्रकरण की विवेचना कार्यवाही एवं आरोपी को गिरफ्तार करने में निरीक्षक कृष्ण कुमार साहू, स.उ.नि. सामुदान टोप्पो, प्र.आर. 619 मनोहर तिर्की, प्र.आर. 241 निर्मल बड़ा, आर. 693 इन्द्रजीत राम, आर. 687 अलेक्सियुस तिग्गा, आर. 506 आनंद खलखो, सै. दुर्गा गौतम की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।