नाबालिग बालक का अपहरण करने के मामले में फरार आरोपिया को नारायणपुर पुलिस ने किया गिरफ्तार
अपने पूर्व प्रेमी के कहने पर वह इस प्रकरण में सम्मिलित रही है
प्रकरण में मुख्य आरोपी फरार है, पतासाजी की जा रही है
मामले का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि थाना नारायणपुर क्षेत्र के एक ग्राम का 17 वर्षीय बालक दिनांक 22.07.2024 को अपने दोस्तों के साथ स्कूल गया हुआ था, शाम करीब 04 बजे छुट्टी से वापस घर आते समय उक्त बालक को पुरानी जान-पहचान का फायदा उठाकर बहला-फुसलाकर 01 आरोपी जो फरार है, वह अपनी कार में बैठाया एवं चलो घूमकर आते हैं कहकर उसका ड्रेस चेंज कर अपने साथ ले गया। रास्ते में उक्त आरोपी ने अपहृत बालक के मोबाईल को डरा-धमकाकर अपने कब्जे में ले लिया एवं उसे दिनांक 23.07.2024 को रायपुर ले गया, तत्पष्चात् वहां उसे रूम में बंद करके रखा। रायपुर में रहने के बाद आरोपी बालक को लेकर दूसरे दिन अंबिकापुर आया, फिर दिनांक 24.07.2024 को अपनी पूर्व प्रेमिका प्रीती डोली कुजूर के सहयोग से वे दोनों बालक को लेकर चलगली जिला बलरामपुर आये एवं बालक को रूम में बंद कर बाहर से सिटकनी लगा दी। आरोपिया वहीं एक प्राईवेट स्कूल में षिक्षिका थी, जो बालक को रूम में बंद कर स्कूल चली गई। दिनांक 25.07.2024 को आरोपी अपहृत बालक को चलगली में छोड़कर अपनी कार से भाग गया उस दिन भी अपहृत बालक को किराये के रूम में रखा गया था। आरोपिया उसी दिनांक को स्कूल से 03 बजे वापस रूम में आई और रात्रि लगभग 08 बजे अपहृत बालक को लेकर अंबिकापुर आई। दिनांक 26.07.2024 को आरोपिया अपहृत बालक को जषपुर जाने वाली बस में बैठाकर वहां से फरार हो गई थी। अपहृत बालक के वापस घर आने पर उसकी माता की रिपोर्ट पर आरोपियों के विरूद्ध अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
पुलिस अधीक्षक जषपुर शषि मोहन सिंह द्वारा उक्त फरार आरोपियों की पतासाजी के संबंध में थाना प्रभारी नारायणपुर को निर्देषित किया गया था, आरोपिया अत्यंत शातिर किस्म की है एवं बार-बार नाम बदलकर अपना ठिकाना बदल रही थी, उक्त आरोपिया प्रीती डोली कुजूर निवासी गिनाबहार चांचीडांड़ को घर में आने की सूचना मुखबीर से मिलने पर दबिष देकर उसे अभिरक्षा में लिया गया, पूछताछ में उसने बताया कि फरार आरोपी की वह पूर्व प्रेमिका है। फरार आरोपी को अपहृत बालक की बहन पसंद नहीं करती थी, इस कारण उसका अपहरण करने में सम्मिलित रही है। आरोपिया प्रीती डोली कुजूर उम्र 28 साल निवासी गिनाबहार चांचीडांड के विरूद्ध अपराध सबूत पाये जाने पर उसे दिनांक 01.10.2024 को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है। प्रकरण का मुख्य आरोपी फरार है, पतासाजी की जा रही है।
प्रकरण की विवेचना कार्यवाही एवं आरोपिया की गिरफ्तारी में थाना प्रभारी नारायणपुर उप निरीक्षक सतीष सोनवानी, स.उ.नि. विनसेंट टोप्पो, न.सै. ओमप्रकाष यादव, न.सै. विरेन्द्र भगत का योगदान रहा है।