छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) की राज्य सेवा भर्ती परीक्षा 2021 के घोटाले मामले में पूर्व पीएससी अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी को सीबीआई ने किया गिरफ्तार
छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) की राज्य सेवा भर्ती परीक्षा 2021 के घोटाले मामले में सोमवार को पूर्व पीएससी अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी को गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही बहू-बेटे को डिप्टी कलेक्टर बनाने के लिए रिश्वत देने के आरोप में ‘बजरंग पावर एवं इस्पात लिमिटेड’ के निदेशक श्रवण कुमार गोयल को भी गिरफ्तार किया गया है। उल्ललेखनीय है कि, CBI ने कुछ महीने पहले ही सोनवानी के घर छापेमारी भी की थी।
मिली जानकारी के मुताबिक, छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग भर्ती घोटाले में सीबीआई ने बड़ा ऐक्शन लिया है। CBI ने कुछ महीने पहले ही सोनवानी के घर पर छापा मारा था। चेयरमैन के पद पर रहने के दौरान सोनवानी पर चयन के एवज में अभ्यर्थियों से लाखों रुपये रिश्वत लेने के आरोप लगे हैं। साथ ही तत्कालीन सचिव जेके ध्रुव और अन्य लोगों के खिलाफ कथित भाई-भतीजावाद और अपने अयोग्य रिश्तेदारों और परिचितों को डिप्टी कलेक्टर, डीएसपी जैसे बड़े पदों पर भर्ती सुनिश्चित करने के लिए मेरिट सूची में डालने के आरोप लगे हैं।
सीबीआई के मुताबिक दोनों का चयन कथित 45 लाख रुपये रिश्वत लेकर किया गया था। आरोप है कि गोयल ने ग्रामीण विकास समिति के जरिए 20 और 25 लाख रुपये के दो किस्तों में रिश्वत राशि का भुगतान किया था। सोनवानी के रिश्तेदार ग्रामीण विकास समिति के सदस्य थे। आरोप है कि गोयल के बेटे शशांक और बहु भूमिका कटियार को डिप्टी कलेक्टर बनाने के लिए ये रिश्वत दी गई थी। शशांक गोयल व भूमिका कटियार कांग्रेस नेता सुधीर कटियार के बेटी-दामाद हैं।
सीजीपीएससी में पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में हुई गड़बड़ी की 48 शिकायतें राज्यपाल, सीएम और मुख्य सचिव से की गई थी। आयोग ने सीजीपीएससी 2021 के लिए 171 पदों पर प्रारंभिक भर्ती परीक्षा 13 फरवरी 2022 को आयोजित की थी। इसमें 2565 लोग उत्तीर्ण हुए। 26 से 29 मई 2022 को हुई मुख्य परीक्षा में 509 अभ्यर्थी पास हुए थे।
साक्षात्कार के बाद 11 मई 2023 को 170 अभ्यर्थियों की सूची जारी की गई थी। भर्ती में गड़बड़ी और भ्रष्टाचार के आरोप में पीएससी के तत्कालीन अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी सहित सचिव जीवन किशोर ध्रुव, परीक्षा नियंत्रक आरती वासनिक समेत अन्य अधिकारियों के खिलाफ एक और एफआइआर हुई है। मामले में ये अब तक की पहली गिरफ्तारी है। जल्द ही अन्य पर भी सीबीआई शिकंजा कसेगी।
रायपुर की एक सुरक्षित जगह पर ले जाकर सोनवानी से पूछताछ की खबर है। सोनवानी पर CGPSC की भर्ती में गड़बड़ी का आरोप है। इसके अलावा बजरंग पावर के डायरेक्टर श्रवण कुमार गोयल को भी गिरफ्तार किया है।
आरोप यह है कि, पैसे लेकर कुछ नेताओं और अधिकारियों के बच्चों को डिप्टी कलेक्टर और DSP जैसे पदों पर सिलेक्ट किया गया था। विभागीय सूत्रों के मुताबिक, टामन के अलावा आने वाले दिनों में CBI कुछ और अफसरों को भी अरेस्ट कर सकती है।
उल्लेखनीय है कि, छत्तीसगढ़ पब्लिक सर्विस कमीशन (CGPSC) का काम राज्य में विभिन्न विभागों में भर्तियां कराने का होता है। इसी में से एक भर्ती राज्य सरकार के प्रशासनिक पदों पर बैठने वालों के लिए आयोजित कराई जाती है। इसके तहत DSP, डिस्ट्रिक्ट एक्साइज ऑफिसर, ट्रांसपोर्ट सब-इंस्पेक्टर, एक्साइज सब-इंस्पेक्टर जैसे पदों के लिए भर्ती होती है। CGPSC की ऐसी ही एक भर्ती में घोटाले का आरोप लगा है। परीक्षा में धांधली के आरोप लगाए गए हैं। 18 अभ्यर्थियों के सलेक्शन पर सवाल खड़े किए गए हैं।