महाकुंभ में मची भगदड़, बड़ा ही भयावह मंजर, महाकुंभ में भीड़ के कारण भगदड़, दर्जनों घायल, कई मौतें
मौनी अमावस्या स्नान के दौरान रात 1 बजे हुआ हादसा, प्रशासन ने क्राउड डायवर्जन प्लान लागू किया
प्रयागराजः महाकुंभ में मौनी अमावस्या के स्नान को लेकर बढ़ी भीड़ के चलते प्रयागराज के संगम तट पर मंगलवार-बुधवार की रात करीब डेढ़ बजे भगदड़ मच गई। जिसमें दर्जनों लोग घायल हो गए। यह हादसा रात करीब 1 बजे हुआ, जब संगम पर मौनी अमावस्या के स्नान को लेकर एकाएक भीड़ बढ़ने लगी, लोग मुख्य संगम पर ही स्नान करने की जिद करने लगे। तभी बढ़ते भीड़ के दबाव के कारण अचानक मेले में भगदड़ मच गई। चारों तरफ चीख पुकार मचने लगी। जिसमें 17 से अधिक लोगों की मौत हो गई। मेला प्रशासन ने फिलहाल 17 मौतों की पुष्टि की है। भगदड़ में 20 से 25 लोगों के घायल होने की सूचना है। जिन्हें एंबुलेंस की मदद से महाकुंभ के केंद्रीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस हादसे में लोकल-18 के प्रयागराज रिपोर्टर भी घायल हो गए। हालांकि, प्रशासन ने मौत या घायलों की संख्या को लेकर कोई जानकारी नहीं दी।
हादसे के तुरंत बाद दर्जनों एंबुलेंस मौके पर पहुंचीं और मृतकों के शवों को वहां से ले जाया गया। घायल श्रद्धालुओं को मेला परिसर में बने केंद्रीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मेले से कई एंबुलेंस लगातार शव लेकर शहर की ओर जाते रहे।
महाकुंभ में आज मौनी अमावस्या का स्नान है, जिसके चलते करीब 5 करोड़ श्रद्धालुओं के शहर में मौजूद होने का अनुमान है। प्रशासन के मुताबिक, संगम समेत 44 घाटों पर आज देर रात तक 8 से 10 करोड़ श्रद्धालुओं के डुबकी लगाने का अनुमान है। भगदड़ के बाद प्रशासन के अनुरोध पर सभी 13 अखाड़ों ने आज मौनी अमावस्या का अमृत स्नान रद्द कर दिया था। इसके बाद अखाड़ों ने बैठक की। इसमें तय हुआ कि 10 बजे के बाद अमृत स्नान करेंगे। PM मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने CM योगी से फोन पर घटना की जानकारी ली। अब अफसर हेलिकॉप्टर से महाकुंभ की निगरानी कर रहे हैं।
हादसे के बाद संगम तट पर NSG कमांडो ने मोर्चा संभाल लिया। संगम नोज इलाके में आम लोगों की एंट्री बंद कर दी गई। भीड़ और न बढ़े, इसलिए प्रयागराज शहर में भी श्रद्धालुओं के आने पर रोक लगा दी गई है। इसके लिए शहर की सीमा से सटे जिलों में प्रशासन को मुस्तैद कर दिया गया है।
महाकुंभ में संगम तट पर मची भगदड़ में 30 लोगों की मौत हुई है. 60 लोग घायल हुए हैं, जिनका कुंभ क्षेत्र के सेक्टर-2 में बने अस्पताल में इलाज चल रहा है. इस हादसे पर डीआईजी कुंभ और मेला अधिकारी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी.
डीआईजी ने कहा, आज महाकुंभ प्रयागराज में भारी भीड़ का दबाव बना. इस वजह से बैरिकेड्स टूट गए. इसके बाद भीड़ ने लोगों को कुचलना शुरू कर दिया.
डीआईजी मेला वैभव कृष्ण ने बताया, महाकुंभ में रात 1-2 बजे के बीच भगदड़ हुई थी. 30 मृतकों में से 25 की पहचान कर ली गई है. इसमें चार लोग कर्नाटक के और एक श्रद्धालु गुजरात का रहने वाला था. अन्य 5 की पहचान की जा रही है. डीआईजी ने साथ ही ये भी बताया कि वहां कोई वीआईपी प्रोटोकॉल नहीं था. हादसे में घायल हुए लोगों की जानकारी के लिए हेल्पलाइन नंबर (1920) जारी किया गया है.