1992 बैच के आईपीएस अधिकारी अरुण देव गौतम छत्तीसगढ़ के कार्यवाहक डीजीपी नियुक्त
केंद्र सरकार से मुहर लगने के बाद औपचारिक तौर पर होगी नए डीजीपी की घोषणा
रायपुर। अरुण देव गौतम छत्तीसगढ़ के नए DGP (डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस) बनाए गए हैं। 1992 बैच के अफसर हैं। वे 6 जिलों के एसपी रह चुके हैं। कई अधिकारियों के नाम दिल्ली यूपीएससी को भेजे गए थे, जिसके बाद उनके नाम का ऐलान किया गया है।
बता दें कि छत्तीसगढ़ के डीजीपी रहे अशोक जुनेजा का कार्यकाल सोमवार को समाप्त हो गया। उन्हें पहले 2 बार सेवा विस्तार मिल चुका था। रायपुर पुलिस मुख्यालय में DGP अशोक जुनेजा को विदाई दी गई। उन्होंने अफसरों के बीच लास्ट स्पीच दी। बुधवार को नए DGP अरुणदेव ज्वाइन कर सकते हैं।
राज्य सरकार के निर्देश पर गृह विभाग के विशेष सचिव अभिजीत सिंह द्वारा मंगलवार को इसका आदेश जारी किया गया है। इसमें आगामी आदेश तक के लिए अस्थाई रूप से डीजीपी का प्रभार दिए जाने का आदेश जारी किया गया है। वर्तमान डीजीपी अशोक जुनेजा को एक्सटेंशन नहीं मिलने पर अरुण देव गौतम पुलिस महकमे के मुखिया होंगे।
राज्य निर्माण के बाद कोरिया, रायगढ़, जशपुर, राजनांदगांव, सरगुजा और बिलासपुर जिले के एसपी रहे। वहीं लंबे समय तक वे गृह सचिव के रूप में पदस्थ रहे है। 2009 में राजनांदगांव में नक्सली हमले में तात्कालीन एसपी विनोद चौबे सहित 29 पुलिसकर्मियों के शहीद होने के बाद अरुण देव गौतम को वहां का एसपी बन कर भेजा गया। पदोन्नति के बाद डीआईजी बनाए जाने पर पुलिस हैडक्वाटर, सीआईडी, वित्त और योजना, प्रशासन और मुख्यमंत्री सुरक्षा के महत्वपूर्ण विभागों में पदस्थ रहे।
अरुण देव गौतम अनुभवी आईपीएस अधिकारी हैं। वो छत्तीसगढ़ पुलिस में कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं। वे अपने सख्त प्रशासन कार्यवाही और अपराध नियंत्रण करने के लिए जाने पहचाने जाते हैं। मौजूदा दौर में उनकी प्राथमिकता राज्य में क्राइम को कम करना, कानून व्यवस्था को मजबूत बनाना और पुलिसिंग सुधार होंगे।
डीजीपी के पद पर पूर्ण नियुक्ति से पहले आईपीएस अरुण देव गौतम को नई जिम्मेदारी सौंपी गई है। हालांकि नए डीजीपी के नाम पर केंद्र सरकार से मुहर लगने के बाद औपचारिक तौर पर नए डीजीपी की घोषणा की जाएगी। ऐसे में माना जा सकता है कि पूर्णकालिक डीजीपी के तौर उनकी ताजपोशी होगी।