हर-हर महादेव तथा जय भोले शंकर के जयकारे से गूंज उठा किलकिलेश्वर धाम, आधी रात से लगी श्रद्धालुओं लंबी कतार
बड़ी संख्या में कतार में खड़े होकर श्रद्धालुओं ने दूध, दही, शहद और मांड नदी के जल से किया भगवान शिव का जलाभिषेक
पत्थलगांव। दिन बुधवार को भगवान शिव और पार्वती के विवाह के पर्व महाशिवरात्रि के अवसर पर यहां किलकिला स्थित किलकिलेश्वर धाम में आधी रात से ही श्रद्धालुओं लंबी कतार लग गई थी। इस दौरान पूजा को पहुंचे महिला व पुरुष हर-हर महादेव तथा जय भोले शंकर का जयकारा लगाते रहे। यहाँ मांड नदी के तट पर प्राचीन किलकिलेश्वर धाम में हजारों श्रद्धालुओं ने शिव का जलाभिषेक किया जाता है औऱ भोलेनाथ से मनोकामनाओं की पूर्ति का वरदान मांगा जाता है। इस अवसर पर किलकिलेश्वर धाम में शिव मंदिर की आकर्षक सजावट की गई थी। किलकिला सहित आसपास के शिव मंदिरों में भक्तों ने पूजा अर्चना की।
महाशिवरात्रि के साथ ही किलकिला मंदिर परिसर में लगने वाले शिवरात्रि मेले की भी शुरुआत हो गई है। इस बार इसकी अवधि सात दिनों की होगी। इस मेला में आस-पास के राज्यों से दुकानदार और हैरतअंगेज कर्तव्य दिखाने वालों के स्टाल सजधज कर एक दिन पहले से ही तैयार हो गए थे। पत्थलगांव से 12 किमी दूर स्थित किलकिलेश्वर धाम में महाशिवरात्रि का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है। यहां बड़ी संख्या में कतार में खड़े श्रद्धालुओं ने दूध, दही, शहद और मांड नदी के जल से भगवान शिव का जलाभिषेक किया। यहां ऐसी मान्यता है कि महाशिवरात्रि के दिन शिव पर 108 बेलपत्र चढ़ाने से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। इसी क्रम में यहां के स्वयंभू शिवलिंग को मनोकामना पूरी करने वाला माना जाता है। दूर-दूर से लोग अपनी-अपनी मनोकामनाएं लेकर यहां आते हैं और भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक कर उनसे वरदान मांगते हैं। खासतौर पर महाशिवरात्रि के मौके पर यहां भक्तों की बड़ी भीड़ रहती है। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी जलाभिषेक के लिए दूर दराज के क्षेत्रों से लोग यहां पहुंचे थे। प्रातः काल शुरू होकर जलाभिषेक का दौर देर शाम तक चलता रहता है। लोगों में अभिषेक करने के लिए होड़ लगी हुई थी। महाशिवरात्रि के मौके पर यहां भंडारे का भी आयोजन किया गया। समाजसेवियों द्वारा यहां आने वाले श्रद्घालुओं के लिए भंडारे की व्यवस्था की गई थी। लोग यहां आने वाले भक्तों की सेवा में जुटे रहे।
श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए मंदिर समिति ने पूजा के पुख्ता इंतजाम किए थे, अनेक स्थानों पर सीसी टीवी कैमरे लगाये गये है। मंदिर परिसर तथा आसपास के इलाकों में सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था रही। लोगों की भीड़ को देखते हुए शिव मंदिरों के आसपास पुलिस के जवान तैनात रहे। वही स्वास्थ्य सम्बन्धित समस्याओं से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने अपनी टीम भी वहां लगा रखी है।