श्रीराम कथा के छठवें दिन केवट प्रसंग का विस्तार पूर्वक हजारों श्रोताओं में किया रसपान

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श्रीराम कथा के छठवें दिन केवट प्रसंग का विस्तार पूर्वक हजारों श्रोताओं में किया रसपान

श्रीराम कथा के छठवें दिन केवट प्रसंग का विस्तार पूर्वक हजारों श्रोताओं में किया रसपान

भगवान शिव का परिवार ही पूरे ब्रह्मांड में ऐसा परिवार जिसके पूरे परिवार की पूजा होती है 





पत्थलगांव। मैरिज गार्डन पंडाल स्थल में चल रही श्री राम कथा श्री राम के अयोध्या से कैकई के द्वारा श्रापित होकर 14 बरस के बनवास को निकले भगवान राम लक्ष्मण एवं सीता की प्रसंग पंडित राजन महाराज ने आगे बढ़ते हुए केवट प्रसंग का बड़ा ही विस्तार पूर्वक वर्णन किया गया। जिसमें पंडित राजन द्वारा केवट द्वारा भगवान राम के आखिरकार चरण धोकर उसका जल पीकर अपने आप को पुण्य प्राप्त करते हैं एवं भगवान राम को नाव द्वारा दूसरे तट प्रयागराज की ओर पार कर देते हैं। वही आज सातवें दिन भगवान के चित्रकूट पहुंचने के बाद की कथा का विस्तार पूर्वक श्रोताओं को सुनाया जाएगा ।पंडित राजन महाराज आगे कहते हुए यह भी बताया कि हम श्रेष्ठ को मानते हैं लेकिन हमें श्रेष्ठ की मानना चाहिए ।वही पंडित राजन महाराज ने बड़े सुंदर भजन "किस धुन में बैठा बावरे ,किस मद में तू मस्ताना है ,खाली हाथ आया था ,खाली हाथ जाना है "को सटीक उदाहरण बताते हुए बताया कि सिकंदर जो पूरे विश्व में विजय करते हुए भारत आया था भारत आने के बाद वह भारत पर विजय करना चाहता था जिस पर उसके गुरु अगस्तु ने उसे भारत पर विजय को लेकर कहा था कि वह ऐसा नहीं कर पाएगा और वही हुआ सिकंदर ने भारत में अपना दम तोड़ा ।मरने  से पहले उसने कहा था कि ताबूत में मेरे लाश को ताबूत से दोनों बाहर निकाल कर रख देना जिसका उदाहरण सिकंदर से लगाया जा सकता है कि सिकंदर दोनों हाथ की मुट्ठी बंद कर भारत आया था और जाते वक्त दोनों हाथ खोल कर गया इसलिए हमारे द्वारा अच्छे कर्म करते रहना चाहिए कर्म ही इस जीवन में काम आते हैं हमें बाकी सब चीज जो जोड़ कर रखी रहती हैं वह हम यही छोड़ कर चले जाते हैं ।वहीं इस पूरी धरती पर परीक्षित महाराज ही ऐसे थे जिन्हें पता था कि सात दिवस के भीतर में नहीं मर सकता बाकी दुनिया में ऐसा कोई भी व्यक्ति नहीं है जिसे अपने जीवन की गारंटी है इसलिए कहा गया है कि हमें जीवन में भजनों का आनंद करते हुए आगे बढ़ना चाहिए। पंडित राजन महाराज द्वारा प्रतिदिन श्री राम कथा में कथा का निचोड़ जीवन में उतारने के लिए बताया जा रहा है ।आज की श्री राम कथा में जशपुर पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह ,बनारस से विनोद महाराज, मधुलिका सिंह सहित दूर-दूर प्रदेशों से श्री राम कथा का रसपान करने श्रोता पहुंच रहे हैं। वहीं श्री राम कथा के आयोजक सुरेश अग्रवाल द्वारा प्रतिदिन भंडारे के साथ प्रसाद का वितरण किया जा रहा है।

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