सिविल अस्पताल पत्थलगांव में अग्निशमन विभाग के जवानों ने अग्निशमन उपकरणों के सही इस्तेमाल के प्रति किया जागरूक
BMO जेम्स मिंज के साथ अस्पताल के सभी स्टाफ और अन्य कर्मचारियों ने लिया भाग, सीखे आग बुझाने के गुण
पत्थलगांव। आए दिन कहीं न कहीं अस्पतालों में आग लगने की घटनाएं होना दुर्भाग्यपूर्ण है। अस्पताल में मरीज अपनी जान बचाने व इलाज करवाने के लिए आते हैं। तो उनकी सुरक्षा की पूर्ण जिम्मेदारी अस्पताल प्रबंधन की ही है। प्रशासन को सतर्क व सावधान रहना चाहिए।
इसी क्रम में मंगलवार को सिविल अस्पताल पत्थलगांव में अग्निशमन विभाग के जिलाधिकारी विपिन कुमार लकड़ा के निर्देश पर विभाग की ओर से अग्निशमन उपकरणों के इस्तेमाल के प्रति जागरूक किया गया। कार्यक्रम में BMO जेम्स मिंज के साथ अस्पताल के सभी स्टाफ और अन्य कर्मचारियों ने भाग लिया, जिसमें अग्निशमन उपकरणों के प्रयोग की बारीकियों को बताया गया। जवानों ने अस्पताल स्टाफ को आग से बचने के तरीके के बारे में अवगत कराया व उन्हें आपातकालीन स्थिति में इसके उपयोग हेतु जानकारियां बताई गई। सिलेंडर गैस और विद्युत सार्ट सर्किट के माध्यम से लगने वाली आग पर नियंत्रण करने के लिए समझाया व बताया गया।
उन्होंने बताया कि हर आग एक जैसी नहीं होती। अलग-अलग तरह की आग के अलग-अलग खतरे और जोखिम होते हैं। गलत तरह के अग्निशामक यंत्र का इस्तेमाल फायदे से ज़्यादा नुकसान पहुँचा सकता है। आग के छह प्रकार होते हैं, और उन्हें सुरक्षित रूप से बुझाने के लिए हर एक पर अलग-अलग तरीके से काम करना चाहिए।
टीम ने अग्निशमन उपकरणों के इस्तेमाल को लेकर बताया कि क्लास ए, ठोस ज्वलनशील पदार्थ जैसे लकड़ी, कपड़ा और कागज के उत्पाद यह सब आग को भड़काते हैं। क्लास ए के अग्निशामक आमतौर पर पानी या सूखे रसायनों से भरे होते हैं। कक्षा सी, दोषपूर्ण विद्युत वायरिग, फ्यूज बॉक्स और उपकरण इन आग को शुरू करते हैं। इस पर पानी का प्रयोग न करें। सावधान रहें कि पानी का उपयोग न करें वरना आपको करंट लग जाएगा।
वर्ग डी, ज्वलनशील धातुएं इन आग को भड़काती हैं। ज्वलनशील धातुओं से होने वाली आग को बुझाने के लिए क्लास डी के अग्निशामक यंत्र का प्रयोग करें, अधिकांश अग्निशामक जो हम अकसर सार्वजनिक स्थानों पर देखते हैं।
जवानों ने बताया कि आग लगने पर, सबसे पहले अपनी और दूसरों की सुरक्षा सुनिश्चित करें। तुरंत 101 नंबर पर कॉल करें और आग लगने की सूचना दें। यदि संभव हो तो, अग्निशामक यंत्र का उपयोग करके आग बुझाने का प्रयास करें। यदि आग बहुत फैल चुकी है, तो तुरंत इमारत से बाहर निकलें और 101 नंबर पर कॉल करके अग्निशमन दल को बुलाएं।







