सीआरपीएफ 219 बटालियन का जवान ने अपनी सर्विस रायफल से खुद को गोली मारकर कर ली आत्महत्या
पत्नि और बच्चों से माफी मांगते हुए अगले सात जन्मों तक मैं तुम्हारा पति और बच्चों का पिता बनना चाहूंगा लिखकर खुद को मारी गोली
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले कोंटा थानाक्षेत्र स्थित इंजरम सीआरपीएफ 219 बटालियन का जवान निलेश कुमार गर्ग ने डयूटी के दौरान अपनी सर्विस रायफल से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। मृत जवान ने 6 पन्नों का इमोशनल सुसाइड नोट लिखा है जिसमें गांव के एक व्यक्ति पर परेशान करने का आरोप लगाया है जिसके नाम का खुलासा पुलिस ने नहीं किया। वहीं, जवान ने अपनी पत्नि और बच्चों से माफी मांगते हुए अगले सात जन्मों तक मैं तुम्हारा पति और बच्चों का पिता बनना चाहूंगा। वही उसने अपने परिवार से बहुत प्यार करने बात लिखी है। मृत जवान का पोस्टमार्टम उपरांत शव को गृहग्राम के लिए भेजा गया। एसपी किरण चव्हाण ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि मामले की विवेचना की जा रही है।
मध्यप्रदेश के कटनी जिले का रहने वाला सीआरपीएफ जवान निलेश कुमार गर्ग 30 जुलाई को अवकाश से वापस कैंप लौटा था। सोमवार रात 10 बजे कैंप में प्रेटालिंग डयूटी पर था। डयूटी के दौरान जवान ने खुर्सी पर बैठकर अपनी सर्विस रायफल से सिर के बीच में गोली मार दी जिसके कारण मौके पर ही जवान की मौत हो गई। गोली की आवाज से कैंप में अफरा-तफरी मच गई, और बाकी जवान मौके पर पहुंच गए। मृत जवान का शरीर कोंटा लाया गया जहां पीएम होने के बाद गृहग्राम के लिए भेजा गया। पुलिस ने मर्ग कायम कर विवेचना में जुट गई है। इसके अलावा सीआरपीएफ अधिकारी भी घटना स्थल पर पहुंची और पुरे घटनाक्रम की जानकारी ले रही है।
यह पहला मौका नहीं है कि जब कैंप में किसी जवान ने सुसाइड किया है। इससे पहले, सुकमा जिले में ही बिहार के रहने वाले एक जवान ने सुसाइड कर लिया था। वह सीआरपीएफ में पदस्थ था। ड्यूटी के दौरान उसने अपनी सर्विस राइफल से खुद को शूट कर लिया था। छुट्टी से लौटने के बाद जवान ने कैंप में खुद को गोली मार ली थी। हालांकि, उसने आत्मघाती कदम क्यों उठाया, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है।
बता दें कि छत्तीसगढ़ का सुकमा इलाका नक्सल प्रभावित है। यहां सीआरपीएफ के जवान नक्सलियों के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं। बीते एक साल से नक्सल विरोधी अभियान में तेजी आई है। जवानों ने नक्सलियों के कई टॉप लीडरों को मार गिराया है।