वन एवं जलवायु परिवर्तन और परिवहन मंत्री केदार कश्यप के खिलाफ कांग्रेसियों को खोला मोर्चा, किया बंगले के घेराव

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वन एवं जलवायु परिवर्तन और परिवहन मंत्री केदार कश्यप के खिलाफ कांग्रेसियों को खोला मोर्चा, किया बंगले के घेराव

वन एवं जलवायु परिवर्तन और परिवहन मंत्री केदार कश्यप के खिलाफ कांग्रेसियों को खोला मोर्चा, किया बंगले के घेराव

जगदलपुर सर्किट हाउस में कार्यरत एक संविदा कर्मचारी से मारपीट और गाली-गलौज करने का लगा है गंभीर आरोप

भाजपा के नेता सत्ता के नशे में चूर होकर छोटे कर्मचारियों और जनता से अभद्र व्यवहार कर रहे हैं:- दीपक बैज





प्रदेश के वन एवं जलवायु परिवर्तन और परिवहन मंत्री केदार कश्यप पर जगदलपुर सर्किट हाउस में कार्यरत एक संविदा कर्मचारी से मारपीट और गाली-गलौज करने का गंभीर आरोप लगा है। घटना की शिकायत के बाद न केवल कांग्रेस ने मोर्चा खोल दिया है, बल्कि इंटरनेट मीडिया पर भी इस मुद्दे ने जोर पकड़ लिया है। भाजपा और कांग्रेस के बीच तीखी राजनीतिक जंग छिड़ गई है। इस घटना के विरोध में सोमवार को कांग्रेस फरसागुड़ा में मंत्री केदार के बंगले का घेराव किया।

कांग्रेसियों ने सोमवार को मंत्री केदार कश्यप के फरसागुड़ा आवास स्थित कार्यालय में तोड़फोड़ की। दरवाजों के शीशे को क्षतिग्रस्त किया। मंत्री के आवास के घेराव के दौरान कांग्रेसी कार्यकर्ता उग्र हो गए। घटना के विरोध में कांग्रेस ने सोमवार को रायपुर, जगदलपुर और बस्तर ब्लॉक में मंत्री के आवास और कार्यालय का घेराव किया है।

मंत्री के इस्तीफे की मांग करते हुए कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता ने रायपुर में मंत्री केदार कश्यप के बंगले का घेराव करने की कोशिश की, हालांकि पुलिस ने रास्ते में ही कांग्रेसियों को रोक दिया। इस दौरान काग्रेस नेता और कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ जमकर झूमाझटकी हुई। कांग्रेस कार्यकर्ता पार्टी कार्यालय में घुसने की कोशिश की। इस खींचतान में एक महिला पुलिसकर्मी भी घायल हो गईं। कांग्रेस के हंगामे पर केदार कश्यप ने भी पलटवार किया।

मंत्री केदार कश्यप ने सभी आरोपों को निराधार बताया है। रविवार को उन्होंने वीडियो संदेश जारी कर कहा कि सर्किट हाउस में मारपीट और अभद्र व्यवहार जैसी कोई घटना नहीं हुई। यह कांग्रेस की मनगढ़ंत कहानी है। विपक्ष मुद्दाविहीन होकर भ्रामक प्रचार कर रहा है। मैंने केवल कर्मचारियों को डांटा था, गाली-गलौज और मारपीट का कोई प्रश्न ही नहीं है।

हालांकि कांग्रेस कह रही है कि मंत्री को सच्चाई स्वीकार कर लेनी चाहिए, और पीड़ित कर्मचारी से माफी मांग लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर ये घटना नहीं हुई होती तो कोई साधारण सा कर्मचारी चार चार बार के मंत्री पर इस तरह का आरोप नहीं लगाता। जाहिर है मंत्री केदार कश्यप पर कथित आरोप है कि जगदलपुर के सर्किट हाउस में कर्मचारी के साथ मारपीट की। कांग्रेस इस मामले में लगातार हमलावर है। वो सड़क पर उतरकर सर्किट हाउस में हुए कर्मचारी के साथ कथित दुर्व्यवहार मामले में मंत्री केदार कश्यप से माफी मांगने की मांग कर रही है।

सर्किट हाउस में कार्यरत कर्मचारी खितेंद्र पांडेय की ओर से पुलिस में की गई। शिकायत के अनुसार शनिवार की शाम वे मंत्री के लिए नाश्ता तैयार कर रहे थे। इसी दौरान उन्हें मंत्री कश्यप के सुरक्षाकर्मियों ने कक्ष में बुलाया। वहां कमरे का ताला समय पर न खुलवाने को लेकर मंत्री भड़क गए और गुस्से में जूते से पिटाई की और अभद्र गालियां दीं।

खितेंद्र का कहना है कि वह बीस वर्षों से सर्किट हाउस में सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन इस तरह की स्थिति का सामना पहली बार करना पड़ा। थाना प्रभारी भोला सिंह ने बताया कि शिकायत पर देर रात खितेंद्र का चिकित्सकीय परीक्षण किया गया है। मामले की विवेचना की जा रही है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने रविवार को जगदलपुर स्थित राजीव भवन में आयोजित पत्रकारवार्ता में कहा कि भाजपा के नेता सत्ता के नशे में चूर होकर छोटे कर्मचारियों और जनता से अभद्र व्यवहार कर रहे हैं। बैज ने याद दिलाया कि यह पहली घटना नहीं है, वर्ष 2018 में भी मंत्री रहते केदार कश्यप पर कोंडागांव रेस्ट हाउस में अधिकारी से अभद्र व्यवहार और मारपीट का आरोप लगा था।

बैज ने कहा कि केदार कश्यप में यदि जरा भी नैतिकता है तो उन्हें पद से त्यागपत्र दे देना चाहिए। मंत्री यदि ऐसा नहीं करते हैं तो मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को चाहिए कि वह केदार कश्यप को मंत्री पद से बर्खास्त कर उदाहरण प्रस्तुत करें। पीड़ित कर्मचारी खितेन्द्र पांडे को न्याय मिलना चाहिए। मंत्री के दबाव में कर्मचारी के खिलाफ यदि कोई अन्यायपूर्ण कार्रवाई की जाती है तो कांग्रेस उनका पुरजोर विरोध करेगी।

पत्रकारवार्ता के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अग्रसेन चौक में केदार कश्यप का पुतला जलाकर विरोध दर्ज किया। पुलिस ने पहले पुतला जब्त करने की कोशिश की, लेकिन कुछ ही देर बाद दूसरा पुतला जलाकर कांग्रेसियों ने प्रदर्शन जारी रखा। युवक कांग्रेस के कार्यकर्ता सड़क पर दौड़ते रहे और पुलिस उन्हें रोकने का प्रयास करती रही।

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