धान खरीदी से पहले पत्थलगांव क्षेत्र में उड़नदस्ता दल इस बार आ रहा पूरी तरह मुस्तैद नजर
उड़नदस्ता दल ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सुरँगपानी व कोतबा क्षेत्र के दो व्यापारियों के गोदाम में दी दबिश, किया अवैध धान जप्त
ब्रेकिंग एस डी एम आर एस बिसेन की अगुवाई में उड़नदस्ता दल इस बार पूरी तरह मुस्तैद नजर आ रहा है। एस डी एम की अगुवाई में सुरंगपानी में उड़नदस्ता दल ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दो व्यापारियों के गोदाम में दबिश दी है। इसमें कई क्विंटल अवैध धान बरामद किया गया हैै।
उल्लेखनीय है कि जशपुर जिले का पत्थलगांव इलाका बड़े पैमानेे पर धान की अवैध तस्करी के लिए कुख्यात रहा है। शासकीय धान खरीदी के मौसम में यहां बड़ी संख्या में बिचौलिया किस्म के लोग सक्रिय हो जाते हैं जो सहकारी समितियों में धान की अवैध खरीद फरोख्त में भूूूूमिका निभाते हैं। कलेक्टर रोहित कुमार व्याास के निर्देशानुसार एस डी एम आर एस बिसेन के द्वारा धान की अवैध तस्करी पर रोक थाम के लिए पूरी सतर्कता बरती जा रही है। एसडीएम के मार्गदर्शन में उड़नदस्ता दल इस बार पूरी तरह मुस्तैद मुस्तैद नजर आ रहा है। हाल ही में दो बड़ी कार्रवाईयों को अंजाम दिया गया है। पहले मामले में पालीडीह के समीप एक ट्रक में करीब 200 क्विंटल अवैध धान बरामद किया गया था। गुरूवार को एसडीएम की अगुवाई में दल ने एक और बड़ी कार्रवाई करते हुुए ग्राम सुरंगपानी में दबिश दी है। दल ने यहां एक फुटकर व्यापारी अमन कुमार गुप्ता के गोदाम में दबिश दी जिसमें करीब 265 क्विंटल धान बरामद हुआ वहीं मौके पर खड़ी एक पिकप में करीब 30 क्विंटल धान लदा हुआ पाया गयाा बताया जाता है कि व्यापारी बरामद हुए धान के संबंध में कोई वैध दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सका जिसके बाद गोदाम और पिकप में लदे धान को पिकप समेत जब्त कर लिया गया है। इसी के साथ एक और कार्रवाई में उड़नदस्ता दल ने अभिषेक शर्मा के गाेेेेदाम में भी दबिश दी जहां से 44 क्विंटल धान बरामद किया गया। यह भी धान का फुटकर व्यापारी बताया जाता है। वैध दस्तावेज प्रस्तुुत नहीं करने पर उड़नदस्ता दल के द्वारा यह 44 क्विंटल धान भी जब्त कर लिया गया है वहीं आगे की कार्रवाई के लिए जब्त किए गए धान और वाहन को संबंधित एजेंसियों के सुपुर्द किया जा रहा है। उधर अवैध धाान की जब्ती की कार्रवाई से धान तस्करों में हड़कंप मच गया है। वहीं आम लोगों ने प्रशासन की इस कार्रवाई की सराहना की है। उनका कहना है कि अवैध धान की खरीद फरोख्त से प्रतिवर्ष शासन को करोड़ों की हानि होती है। प्रशासन की सक्रियता से इस पर लगाम लगाई जा सकेगी।




