छत्तीसगढ़ सरकार ने दो जिलों के एसपी के बाद अब कई जगहों के एडिशनल और उप पुलिस अधीक्षकों का तबादला

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छत्तीसगढ़ सरकार ने दो जिलों के एसपी के बाद अब कई जगहों के एडिशनल और उप पुलिस अधीक्षकों का तबादला

छत्तीसगढ़ सरकार ने दो जिलों के एसपी के बाद अब कई जगहों के एडिशनल और उप पुलिस अधीक्षकों का तबादला

जारी आदेश के मुताबिक 35 अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक और 60 डीएसपी स्तर के अफसरों को किया इधर से उधर



रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने दो जिलों के एसपी के बाद अब कई जगहों के एडिशनल और उप पुलिस अधीक्षकों का तबादला किया है। राज्य सरकार ने पुलिस मकहमे में बड़ी सर्जरी करते हुए राज्य पुलिस सेवा के 95 अधिकारियों का तबादला किया है। गृह (पुलिस) विभाग की ओर से जारी आदेश के मुताबिक 35 अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक और 60 डीएसपी स्तर के अफसरों को इधर से उधर किया गया है। गृह विभाग की ओर से इस संबंध में आधिकारिक आदेश जारी किया गया है।

जारी आदेश के अनुसार संबंधित अधिकारियों को उनके वर्तमान पदस्थापन से तत्काल प्रभाव से मुक्त कर नई जगहों पर पदभार ग्रहण करने के निर्देश दिए गए हैं। यह तबादले प्रशासनिक आवश्यकता और कार्यहित को ध्यान में रखते हुए किए गए हैं।

गृह विभाग द्वारा स्पष्ट किया गया है कि सभी अधिकारी नियमानुसार समय पर अपने नए पदस्थापन स्थल पर योगदान सुनिश्चित करें। प्रशासनिक हलकों में इन तबादलों को नियमित प्रक्रिया का हिस्सा बताया जा रहा है, जिससे पुलिस व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाया जा सके।










कांकेर में हिंसा के बाद हटाये गये एसपी

वहीं कांकेर में हिंसा के बाद राज्य सरकार ने वहां के एसपी इंदिरा कल्याण एलेसेला को हटा दिया है। उनकी जगह 2019 बैच के आईपीएस निखिल राखेचा को कांकेर का नया पुलिस अधीक्षक बनाया गया है। निखिल अभी गरियाबंद जिले में बतौर एसपी अपनी सेवाएं दे रहे थे। आईपीएस बनने के बाद भी पर्यटन बोर्ड में बैठे देवव्रत सिरमौर को सरकार ने वापिस बुलाकर गरियाबंद का एसपी नियुक्त किया है।

बता दें कि कांकेर जिले के आमाबेड़ा क्षेत्र के बड़े तेवड़ा गांव में शव दफनाने को लेकर आदिवासी और धर्मांतरित समुदाय के बीच हिंसक झड़प हो गई थी। आदिवासी समाज के लोग ईसाइयों को डंडे मारकर भगा रहे थे। इसके जवाब में धर्मांतरित समुदाय के लोगों ने आदिवासी समाज के लोगों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। गुस्साए आदिवासियों ने सरपंच के घर में तोड़फोड़ कर दी थी। इसके बाद आदिवासी समाज के लोगों ने गांव के चर्च में आग लगा दी थी। ग्रामीण इसके बाद भी नहीं रुके। 3 हजार से ज्यादा की भीड़ आमाबेड़ा पहुंच गई। यहां भी एक चर्च को आग के हवाले कर दिया। भीड़ तीसरी चर्च को फूंकने आगे बढ़ रहे थे। इस दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज किया। घटना में कई ग्रामीण, कवरेज कर रहे कुछ पत्रकार और ASP अंतागढ़ आशीष बंछोर समेत 20 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। इलाके में धारा 144 लागू की गई है।




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