किलकिला के मांड नदी से निकाला गया किशोर का शव लगभग 24 घंटे के अंदर हुई बरामदगी, गोताखोरों को मिली सफलता
विवेक तिवारी सीजीनमन न्यूज़ पत्थलगांव
पत्थलगांव के किलकिला स्थित मांड नदी में रविवार को दोस्तों के साथ घूमने आये 10 वी के छात्र किशोर का शव बरामद कर लिया गया है। रायगढ़ एवम जशपुर के गोताखोरों के अथक प्रयास के बाद लगभग 24 घंटे के अंदर शव खोजने में कामयाब हो गये। मौके पर मौजूद-पुलिस की टीम ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए पत्थलगांव के सिविल अस्पताल भेजने की तैयारी में है।
पत्थलगांव के पालीडीह में किराये के मकान में रह रहे पिता राकेश वर्मा माता पूर्णिमा वर्मा का 16 साल का बेटा 10वी का छात्र ऋषभ वर्मा रविवार को लगभग 2.30 बजे दोपहर अपने दोस्तों के साथ किलकिला स्थित शंकर भगवान का मंदिर घूमने आया था। दर्शन करने के पश्चात वहां नदी पर बने एनीकट के पास घूमने गये और वहां नहाने लगे, इसी दौरान अधिक आगे बढ़ जाने और गहरा पानी एवं तेज बहाव के कारण नदी में ऋषभ डूब गया। उसके पश्चात उसके साथ दोस्तों ने अपने परिजनों को पूरा वाक्या सुनाया। परिजनों ने इसकी सूचना तत्काल पत्थलगांव थाने में दी, इसके बाद यह खबर गांव में आग की तरह फैल गई , लोगों ने वहां पहुंच किशोर की खोजबीन शुरू कर दी पर देर शाम होने की वजह से कोई सफलता नही मिली। चूंकि बरसात के दिनों में नदी अपने उफान पर रहती है, तेज बहाव होने के कारण खतरा बना रहता है। बाद में पत्थलगांव पुलिस द्वारा गोताखोरों को तत्काल सूचना देकर मौके पर बुलाया गया। रात होने के कारण सोमवार की सुबह से खोजबीन चालू की गई। डेम का पानी खोलने से डेम से लगभग 1 किलोमीटर दूरी पर पत्थर में फस गया, रायगढ़ एवम जशपुर की गोताखोरों के अथक प्रयास एवम मेहनत आखिर रंग लाई। जिससे लगभग 2 बजे किशोर का शव बरामद कर लिया गया है।
माँ की दुनिया हो गई अंधेरी
बताते हैं कि डूबा किशोर अपने माता पिता का एकलवता लड़का था, एवम एक 12 13 साल की बेटी है। उसके पिता राकेश वर्मा मिलुपारा तमनार जिला रायगढ़ में इंजीनियर के पद पर कार्यरत है एवम माता पूर्णिमा वर्मा पत्थलगांव के पालीडीह में किराये के मकान में रहकर मुड़ापारा में शिक्षिका है, जो यहां रहकर लालन पालन एवम पढ़ाई करवाया करती है। ऐसे में बेटे के मौत हो जाने से इनके जीवन मे अंधेरा सा छा गया है।
माता पिता के साथ साथ जान पहचान वालों का किलकिला में रात भर रहा डेरा
किशोर के डूबते ही तमाम कयासों के बीच मौके पर ग्रामीण भी डटे रहै। वे अपने स्तर पर बालक की तलाश करते नजर आए। किशोर के माता पिता एवम उनके परिजन और परिचय ले लोग रात भर एवम दोपहर तक किलकिला में डटे रहे। माता पिता का रो रोकर बुरा हाल है। प्रशासन एवम बाहर से आये गोताखोरों के प्रयास से लगभग 2 बजे शव की बरामदगी कर ली गई है।
हो सकता था और बड़ा हादसा
बताया जा रहा है कि साथ मे आये उसके दोस्तों के साथ एक दूसरे का हाथ पकड़ नहाने की तैयारी में थे। ऋषभ का पानी मे खिंचाव होता देख दूसरे ने उसका हाथ छोड़ दिया जिससे वह गहरे पानी मे चला गया। हाथ की पकड़ मजबूत होने पर पता नही कुछ और बड़ा हादसा हो सकता था। स्थिति और भयानक हो सकता था।