पत्थलगांव पुलिस ने पकड़ा मवेशियों से भरी पिकअप, 4 मवेशियों की मौत, चालक एवम अन्य हमेशा की तरह गाड़ी छोड़ फरार, आये दिन बढ़ रहे तस्करी के मामले
विवेक तिवारी सीजीनमन न्यूज़ पत्थलगांव
पत्थलगांव । पत्थलगांव पुलिस ने मवेशियों से भरी पिकअप को पीछा कर पकड़ा है। मवेशियों से भरी पीकप में 4 मवेशियों की मौत होना बताया जा रहा है। वाहन चालक एवम अन्य हमेशा की तरह गाड़ी सड़क किनारे खड़ा छोड़कर पुलिस के पहुंचने से पहले फरार हो गये है। जिले में आये दिन बढ़ रहे तस्करी के मामले।
पत्थलगांव पुलिस ने बीती रात एक वाहन का पीछा कर थाना क्षेत्र के चंदागढ़ के तिहारा के समीप मवेशियों से लदी पिकअप को पीछा कर पकड़ा है । दरअसल चरखापारा बाजार से अवैध रूप से झारखंड के के रास्ते अन्य राज्यों में ले जाया जा रहा पिकअप वाहन क्रमांक संख्या JH 01FB 8684 में गौवंश को ठूस ठूस कर करीब 15 नग मवेशी भरा था, जिसमें 4 नग मवेशी की मौत हो चुकी है । देर रात पुलिस ने उसे पत्थलगांव शहर से पीछा किया. जहां पिकअप चालक ने तेज रफ्तार से वाहन को चलाते हुए चँदागढ़ तिहारा के पास गाड़ी को सड़क से उतार कर भाग निकला. पुलिस ने पीछा कर वाहन को तो पकड़ लिया लेकिन चालक समेत अन्य लोग भाग निकले। पुलिस ने वाहन पर लगी तिरपाल हटाई तो उसमें गौवंश को निर्ममतापूर्वक बांधकर भरा हुआ था । पुलिस ने वाहन को कब्जे में लेकर 15 गोवंश को जब्त किए हैं। फिलहाल पुलिस वाहन को जेसीबी से निकालकर थाने लाने की व्यवस्था कर रही है ।पत्थलगांव एएसआई संतोष तिवारी ने बताया कि अज्ञात लोगों के विरुद्ध पशु क्रूरता व गोवध निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्यवाही किया जाएगा।
जिले में देखा जाये तो तस्करी थमने का नाम नहीं ले रही है, आये दिन जिले के अन्य क्षेत्रों में इन्हें पकड़ा जा रहा है। आशंका जताया है कि पशु तस्कर इन पशुओं को अवैध तरीके से अन्य राज्यों के कत्लखाने पहुंचा रहे होंगे। वहीं बेजुबान जानवरों का खरीद फरोख्त अवैध रूप से बदस्तूर जारी है । मवेशी बाजार के आड़ में बूढ़े हो चुके बैल और गाय की तस्करी मवेशी कोचिए एवं कुछ बाहरी लोगों द्वारा किया जा रहा है, जिनके पास आवश्यक दस्तावेज भी नही रहते । बूढ़े हो चुके बैल, गाय और बछड़ों को जंगल रास्ते बिना चारा पानी के भूखे प्यासे मारते पिटते हाककर बाजार ले जाते या अन्य स्थानों पर हमेशा देखा जा सकता है उसके बाद तस्कर बड़ी आसानी से बाजार में सबके सामने भारी निर्दयता के साथ उन्हें ले जा रहे है। जिम्मेदार अधिकारी व सम्बंधित लोग आंख मूंदे बैठे है जो कहीं न कहीं संभवतः उनके प्रति कई संदेहों को जन्म देता है ।