पत्थलगांव निर्माणाधीन नेशनल हाइवे 43 में वाहनों के फसने से लगा घण्टो जाम, नही पहुंचे कोई अधिकारी, इस वर्ष सड़क दुर्घटना के 106 मामलों में 80 लोगों ने गंवाई अपनी जान जबकि 63 लोग घायल

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पत्थलगांव निर्माणाधीन नेशनल हाइवे 43 में वाहनों के फसने से लगा घण्टो जाम, नही पहुंचे कोई अधिकारी, इस वर्ष सड़क दुर्घटना के 106 मामलों में 80 लोगों ने गंवाई अपनी जान जबकि 63 लोग घायल

पत्थलगांव निर्माणाधीन नेशनल हाइवे 43 में वाहनों के फसने से लगा घण्टो जाम, नही पहुंचे कोई अधिकारी, इस वर्ष सड़क दुर्घटना के 106 मामलों में 80 लोगों ने गंवाई अपनी जान जबकि 63 लोग घायल




विवेक तिवारी सीजीनमन न्यूज़ पत्थलगांव

पत्थलगांव। आज सुबह पत्थलगांव के अम्बिकापुर जाने वाली नेशनल हाइवे 43 में किचड़ से भरे गड्ढे में वाहन के फंसने की वजह से लंबा जाम लग गया था। पत्थलगांव के भाटामुड़ा से तहसील तक जर्जर सड़क से लोग परेशान है। इन सड़कों पर पैदल आवाजाही में भी परेशानी होतो है। वही इस जाम में स्कूली बस, सवारी बस भी घण्टो जाम में फंसा रहा। लोंगो के बताये अनुसार जाम की सूचना के बाद भी अधिकारी नही पहुंचे। फसे वाहन निकलने के बाद आवाजाही चालू हो सकी।

पत्थलगांव को अन्य राज्यों एवम जिले से कनेक्टिवटी का प्रमुख निर्माणाधीन मार्ग एनएच 43 बरसात के दिनों में वहां के स्थानीय निवासियों लोगों के लिए आफत की वजह बन गया है। 5 से 6 वर्ष से कछुआ गति से चल रहे निर्माण कार्य के कारण महज कुछ किलोमीटर की दूरी तय करने के लिए लोगों को से अन्य सड़को से लंबी दूरी तय कर निकलना पड़ता है। मानो राहत देने बनने वाली सड़क लोगों की आफत पहले से भी कई गुना बढ़ा दी है। यहां आये दिन गाड़ियों का फंसना बदस्तूर जारी है। राहगीरों को घण्टे भर जाम या अन्य सड़को के माध्यम से आनाजाना करना पड़ता है। वहीं बड़ी एवम लम्बी दूरी तय करने वाले ट्रक चालकों को इससे अधिक परेशानी का सामना करना पड़ता है। नगरवासियों को हमेशा किसी न किसी कार्य से तहसील कार्यालय में जाना होता है, और ऐसे में महज 2 किलोमीटर की दूरी पार होने में जाम की वजह से कभी घण्टो लग जाते है।

एक नजर जिले के हादसों के बारे में

जशपुर जिले के पत्थलगांव से कुनकुरी तक 60 कि.मी.की मुख्य सड़क और इस पर बनने वाले चार छोटे बड़े पुलों का निर्माण कार्य 5 साल के बाद भी अधर में लटका हुआ है जिसके वजह से दुर्घटना अधिक होने लगी है।

  जशपुर जिले में इस वर्ष जनवरी से जुलाई महिने में सड़क दुर्घटना के 106 मामलों में 80 लोगों ने अपनी जान गंवाई है जबकि 63 लोग गंभीर रूप से घायल भी हुए है.

   कलेक्टर डॉ.रवि मित्तल ने पत्थलगांव से कुनकुरी तक मुख्य सड़क पर निर्माण ऐजेंसी को सभी अधूरे कार्यों को इस वर्ष जूलाई से पहले तक कार्य पूरा कर लेने के सख्त निर्देश दिए थे.लेकिन चार अधूरे पुलों का निर्माण की कछुआ चाल से इस बार भी बरसात के दौरान लोगों की परेशानी दूर होने की संभावना नहीं है.

जिला यातायात आधिकारी कमलेश देवांगन का कहना है कि महज तीन महीने में सड़क दुर्घटना में 80 लोगों की मौत बहुत ही दुखद बात है. लगातार हो रही सड़क दुर्घटनाओं के मद्देनजर लोगों को जागरूक करने तथा यातायात नियमों के प्रति सचेत किया जा रहा है. हेलमेट की अनिवार्यता के लिए दुपहिया वाहन चालकों को दंडित भी किया जा रहा है। पत्थलगांव का 15 कि.मी. शहरी क्षेत्र सहित कुनकुरी तक मुख्य सड़क पर जगह जगह जानलेवा गड्ढे व बेतहासा उड़ने वाली धूल की वजह से दर्जन भर कस्बे के लोगों लगातार परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। 

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