कोतबा थानाक्षेत्र में विवाहिता महिला ने अपने कमरे में साड़ी का फंदा बनाकर की आत्महत्या, परिजनों ने लगाया पति,माता व भाई पर हत्या कर शव लटकाने का आरोप, पोस्टमार्टम कराने शव को पत्थलगांव लाये परिजन
कोतबा:-बीती रविवार रात विवाहिता महिला ने अपने कमरे में साड़ी का फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली.मामले की जानकारी होने पर मृतिका के परिजनों ने जमकर नाराजगी व्यक्त करते हुये मृतिका के पति और उनकी माता व भाई पर हत्या कर शव लटकाने का आरोप लगाया.मौके पर पहुँची पुलिस और नायाब तहसीलदार के बयान व पंचनामा के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिये कोतबा स्थित म्यूचरी कक्ष लाया गया लेकिन अचानक मृतिका के परिजनों ने डॉक्टर से पोस्टमार्टम नहीं कराने की बात कहकर पत्थलगांव में पोस्टमार्टम करने की बात कही.जिससे सोमवार को शव का संभवतः पोस्टमार्टम नही हो पायेगा।क्योंकि खबर लिखे जाने तक शाम साढ़े 6 बज चुके थे.
पुरा मामला कोतबा चौकी क्षेत्र के ग्राम पंचायत फरसाटोली का है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार सोमवार सुबह मृतिका के देवर ने कोटवार के साथ चौकी में लिखित आवेदन देकर बताया कि उनकी भाभी ने फांसी की फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है।सूचना पर बागबहार नायाब तहसीलदार को सूचना के बाद घटना स्थल पहुँचकर दोनों पक्षो का बयान दर्ज किया गया।
चौकी प्रभारी एन के साहू ने बताया कि मृतिका जयंती यादव 28 वर्ष पिता देवानन्द यादव 48 वर्ष पत्थलगांव थाना क्षेत्र के निवासी टुकुपखना पोस्ट दिवानपुर का विवाह कोतबा चौकी क्षेत्र के ग्राम पंचायत फरसाटोली निवासी नंदकुमार यादव 33 वर्ष के साथ चार वर्ष पूर्व हुआ था।मृतिका का एक 3 वर्षीय पुत्र भी है।
घटना की सूचना पर नायाब तहसीलदार के समक्ष दोनों पक्षों से बयान दर्ज कर पंचनामा बनाकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया गया हैं।उन्होंने कहा कि मृतिका के परिजनों ने मृतिका के पति व माता व भाई पर गंभीर आरोप लगाते हुए आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या होने का आरोप मडा है।जबकि मृतिका के पति व परिजनों ने सभी आरोपों को निराधार और बेबुनियाद कहा है।बरहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर उसके आधार पर आगे की कार्यवाही किये जाने की बात कही है।
इधर मामले को लेकर मृतिका के पिता देवानंद से चर्चा किया गया तो उन्होंने उनके दमांद नंदकुमार पर आरोप लगाते हुए कहा कि उसकी बेटी की शादी सामाजिक रीतिरिवाजों के अनुसार 4 वर्ष पहले हुआ था.तब से कामकाज और पारिवारिक बातों को लेकर कलह होती रहती थी.संभवतः उसी बात से नाराज होकर उनके दमांद और परिवार के लोगों ने मिलकर उसकी बेटी की हत्या कर दी होगी।
आरोपों में घिरे मृतिका के माता ने अपने बयान में बताया है कि उनके समधी के आरोप पूरी तरह गलत है.उन्होंने कहा कि शादी के शुरुआती दिनों में कुछ बात को लेकर अनबन हुई थी.जिसको लेकर सामाजिक बैठक में निर्णय लेकर दोनों को समझाया गया था.तब से वे अच्छे रहते थे।मृतिका के सास ने यह भी बताया कि उनके समधी के साथ आये लोगों ने उनके बेटे की जमकर पिटाई भी की है।
नहीं होने दिया पोस्टमार्टम,कहा हमें नहीं हैं तसल्ली.!
हमारी जानकारी में चौकी क्षेत्र में पहली बार यह नजारा देखने को मिला कि शव के पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम कक्ष पहुचाने के बाद अचानक मृतक के परिजनों ने पोस्टमार्टम करने से मना कर दिया.उनका कहना था कि वे पत्थलगांव के किसी डॉक्टर से पोस्टमार्टम करवाएंगे जिसके कारण कोतबा स्थित चीरघर में पीएम नही हो पाया।और शव को पत्थलगांव पहुँचाया गया है।बरहाल पुलिस के मुताबिक प्रथम दृश्यता में कहा कि हत्या जैसी घटना प्रतीत नही हो रहा है.हालांकि उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम के बाद सही तथ्य सामने आएंगे।