सरस्वती शिशु मंदिर पत्थलगांव में कारगिल विजय दिवस के अवसर पर किया गया सैनिकों का सम्मान

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सरस्वती शिशु मंदिर पत्थलगांव में कारगिल विजय दिवस के अवसर पर किया गया सैनिकों का सम्मान

सरस्वती शिशु मंदिर पत्थलगांव में कारगिल विजय दिवस के अवसर पर किया गया सैनिकों का सम्मान 




पत्थलगांव सरस्वती शिशु मंदिर उच्च. माध्य. विद्यालय पत्थलगांव  के सभा कक्ष  में  26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस   मनाया गया, जिसमें करम दास कुर्रे जीसेवानिवृत आर्मी कच्छ गुजरात,  श्रीमान अनिल कुमार बखला जीसेवानिवृत आर्मी हवलदार 177 बटालियन, श्रीमान अमृत सिंह सीदार सेवानिवृत आर्मी सब इंस्पेक्टर  ,श्रीमान मुरारीलाल अग्रवाल  जीअध्यक्ष सरस्वती शिशु मंदिर पत्थलगांव एवं माननीय जिला संघ चालक  जिला कांसाबेल , श्री शंकर लाल अग्रवाल जी सम्मानित सदस्य,एवं जिला व्यवस्था प्रमुख जिला कांसाबेल    तथा विद्यालय के आचार्यों एवं भैया बहनों  की उपस्थिति में भारत माता की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलन कर कारगिल विजय दिवस कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।  अतिथियों  का सम्मान संस्था प्रमुख के द्वारा  किया गया ,अतिथियों  के द्वारा  अपने अपने कार्यकाल में  देश के रक्षा के प्रति किए गए संघर्ष ,सुरक्षा ,समस्या आपदा के विषय पर  जानकारी प्रदान की गई ,साथ ही साथ कारगिल युद्ध की भूमिका पर प्रकाश डाला गया ।जिसमें देश के प्रति प्रतिबद्धता एवं सैनिको   का मातृभूमि के प्रति आत्मा न्योछावर करने  का जो भाव  सैनिकों में कूट कूट के भरी जाती है।बॉर्डर पर जिस प्रकार सर्दी गर्मी बरसात में देश के लिए कटिबद्ध  होकर कार्य करने का  को जज्बा एवं देश भक्ति  दिखाई देती है ये सब प्रेरणास्पद मार्गदर्शन  प्रदान की गई।

श्रीमान मुरारी लाल अग्रवाल जी ने कारगिल विजय दिवस की महत्ता  को बताते हुए कहा  की स्वतंत्र भारत के सभी देशवासियों के लिए 26 जुलाई का दिन कारगिल विजय दिवस बहुत शान से मनाया जाता है इस दिन भारत और पाकिस्तान की सेनाओं के बीच वर्ष 1999  में कारगिल युद्ध हुआ था जो लगभग 60 दिनों तक चला  भारत सरकार ने ऑपरेशन विजय नाम से 200000 लाख  सैनिकों को कारगिल क्षेत्र भेजा  यह युद्ध आधिकारिक रूप से 26 जुलाई 1999 को इसका अंत हुआ  इस युद्ध के दौरान 527 सैनिकों ने अपने जीवन का बलिदान दिया और 1400 के करीब घायल हुए थे। उन्होंने कहा कि कारगिल विजय दिवस युद्ध  में शहीद हुए भारतीय जवानों के सम्मान हेतु यह दिवस मनाया जाता है। अंत में विद्यालय के प्राचार्य श्री संतोष कुमार पाढ़ी जी द्वारा समस्त आगंतुकों  का आभार ज्ञापित करते हुए  कार्यक्रम के समापन की घोषणा की गई।

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