जंगल से भटककर कोटरी का बच्चा पहुंचा ग्रामीण इलाके में, घायलावस्था में ग्रामीणों ने पकड़कर किया वन विभाग के हवाले, घायल कोटरी का ईलाज जारी
विवेक तिवारी सीजीनमन न्यूज़ पत्थलगांव
पत्थलगांव। पत्थलगांव के पाकरगांव में जंगल से भटक कर कोटरी का बच्चा गांव की बस्ती में पहुंच गया। ग्रामीणों ने उसे पकड़कर वन विभाग को सूचना दी और उसे सौंप दिया।
रविवार की शाम पत्थलगांव से सटे पाकरगांव में जंगल से एक कोटरी का बच्चा भटक कर गांव में आ गया था। जिसे गांव वाले घायलवस्था में पकड़ा है। गांव के अंदर घुसे कोटरी के बच्चे पर आवारा कुत्तों ने हमला कर घायल कर दिया होगा, जिसकी वजह से वह घायल हो गया होगा। फिरहाल ने ग्रामीणों ने इस बच्चे को अन्य जानवरों से बचाकर पकड़ लिया और वन विभाग को इसकी सूचना दी। इस संबंध में पत्थलगांव रेंजर कृपासिंधु पैकरा ने बताया कि ग्रामीणों की सूचना पर हमने कोटरी के बच्चे को पकड़ कर पशुविभाग के चिकित्सकों द्वारा इलाज करवाया जा रहा है अब चिकित्सकों द्वारा इसके घायल होने का उचित कारण बताया जायेगा, कि घायल कोटरी के घायल होने की वजह क्या है। उन्होंने बताया कि या तो दौड़ते हुए पत्थर से चोटिल हो गया होगा या किसी जानवर के द्वारा काटने से घायल हुआ होगा। इसका इलाज करवा जंगल में छोड़ देंगे फिलहाल अभी इसका इलाज चिकित्सकों द्वारा किया जा रहा है।
कयास लगाये जा रहे है कि वनों में बढ़ती लड़की की तस्करी, वनों की अंधाधुंध कटाई एवम वन भूमि पट्टा हेतु वन भूमि पर कब्जा के कारण वन्यजीवों को रहे विचरण करने में काफी परेशानी होती होगी जिसकी वजह से ये भटककर अन्यत्र चले आते है।