पत्थलगांव थानाक्षेत्र के सुरेशपुर ग्रामपंचायत के खेल मैदान की हालत दयनीय, मैदान में शाम होते ही शराबियों और असामाजिक तत्वों का बन जाता है अड्डा, घूमने एवम खेलने वाले युवा, वृद्धजन हो रहे परेशान
विवेक तिवारी सीजीनमन न्यूज़ पत्थलगांव
पत्थलगांव। पत्थलगांव सुरेशपुर ग्रामपंचायत के खेल मैदान की हालत दयनीय है। मैदान में शाम होते ही शराबियों और असामाजिक तत्वों का अड्डा बनते जा रहे हैं। जगह जगह कांच के टुकड़े बिखरे हुवे दिखाई देते है, जिससे स्कूली बच्चों के पैर में कांच गढ़ने एवम चोटिल होने का खतरा बना रहता है। यहां शराबियों एवम असमाजिक तत्वों द्वारा खेल मैदान में शराब की बोतलें फोड़कर कांच फैला देते हैं। कई स्कूली बच्चों को खेलने के दौरान पैर के कांच घुसने से चोटें भी आ चुकी है। वही स्कूल प्रबंधन द्वारा थाने में भी इसकी शिकायत की जा चुकी है। लोगों की समझाईस एवम लोगों के पढ़े लिखे होने के बाद भी इस प्रकार के कारनामे से ग्रामवासी परेशान नजर आते है।
एक और जहां स्कुल विद्या का मंदिर माना जाता है जहाँ इन दिनों पत्थलगाँव ब्लॉक के सुरेशपुर हायर सेकेण्डरी मिडिल, एवं प्राथमिक स्कुल कैम्पस में शराबियों और नशेड़ियों का अड्डा बन गया है. स्कूल परिसर शाम ढलते ही शराबियों का अड्डा बन जाता है. यहां रात के अंधेरे में शराबी स्कूल पहुंच जाते हैं और बड़े शौक से शराब के मजे लेते हैं. यहां तक कि शराबी शराब पीने के बाद शराब की खाली बोतलें स्कूल कैंपस से लेकर स्कूल के बरामदे में भी फेंक देते हैं, जब समय के अनुसार स्कूल के बच्चे और शिक्षक वहां पहुंचते हैं तो उन्हें शराब की खाली बोतलें मिलती है। स्कूल प्रबंधन का कहना है कि कांच के टुकड़े पुरे मैदान में एवं स्कुल परिसर में फैले होने के कारण यहाँ बच्चे मैदान में खेल नही सकते। ग्रामीणों ने बताया कि यहां हर सुबह -शाम बड़ी संख्या में खिलाड़ी मैदान पर प्रेक्टिस करने पहुंचते हैं। इसके अलावा बुजुर्ग और अन्य लोग भी व्यायाम व टहलने के लिए मैदान आते हैं। बोतलों के कांच मैदान में चारों तरफ बिखरे होने से खेलने वाले खिलाड़ि रोज पहले बाेतलें और कांच साफ करते हैं तब वे खेल पाते हैं।
स्कूल परिसर में शराबियों के द्वारा फेंके गए शराब की बोतलों को लेकर ग्रामीणों ने पूछा तो स्कूल प्रबंधन ने प्रशासन से छुट्टी के बाद स्कूल परिसर में दबिश देकर नशाखोरों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने कि मांग की गई है। वहीं इस संबंध में विद्यालय के प्रधान अध्यापक ने स्कूल कैंपस मुख्य द्वार में गेट नहीं होना इस घटना की वजह बताई। यही कारण है कि शाम ढलने के बाद अंधेरे का फायदा उठाकर शराबी स्कूल के खेल मैदान पहुंचकर नशाखोरी करते हैं।
ग्रामीण इलाके में भी बिक रही अंग्रेजी शराब
पत्थलगांव थानाक्षेत्र के होटलों, ढाबों के अलावा गांवों में खुलेआम महुवा एवम अवैध अंग्रेजी शराब का धंधा चल रहा है। सूत्रों की माने तो पुलिस और आबकारी विभाग की मिलीभगत से यह अवैध धंधा जोरों पर है। इस कारण आए दिन ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वही बीते दिनों आबकारी विभाग की उड़नदस्ता टीम ने तमता क्षेत्र से अवैध शराब बिक्री करने वाले एक पर कार्यवाई करने की बात सामने आई है। लगता है विभाग भी कार्रवाई के नाम केवल खानापूर्ति करती है जिसकी वजह से ये धंधा ग्रामीण क्षेत्रों पर लगातार जारी है। कुछ ग्रामीणों का कहना है की शराब के कारण घरों में अशांति फैल रही है। एवम अंग्रेजी शराब के कांच के टुकड़े खेतों,मैदानों में देखने को मिलती है।